चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार के एक आदेश ने सभी सरकारी कर्मचारियों की चिंता बढ़ा दी है. दरअसल प्रदेश सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों की 10वीं और 12वीं की मार्कशीट और सर्टिफिकेट जांच करने के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही इस साल सरकारी कॉलेजों में एडमिशन लेने वाले छात्रों की मार्कशीट भी चेक की जाएगी.
हरियाणा में सरकारी कर्मचारियों के डॉक्यूमेंट की जांच
बता दें कि सीबीआई की ओर से एक फर्जी बोर्ड का खुलासा किया गया है. बोर्ड का नाम बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ग्वालियर मध्य प्रदेश है, जो लोगों को 10वीं और 12वीं की फर्जी मार्कशीट और सर्टिफिकेट जारी करता था. दरअसल, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सीबीआई को मामले की जांच करने के आदेश दिए थे. जिसके बाद सीबीआई ने इस फर्जी बोर्ड का खुलासा किया है.
सीबीआई ने किया फर्जी बोर्ड का खुलासा
वहीं सीबीआई के खुलासे के बाद हरियाणा सरकार भी सतर्क हो गई है, क्योंकि इस फर्जी बोर्ड के जरिए देशभर में हजारों लोगों ने नकली मार्कशीट और सर्टिफिकेट बनाए हैं. सीबीआई के इस खुलासे के बाद हरियाणा की मुख्य सचिव ने सभी प्रशासनिक सचिवों और सभी विभागों के अध्यक्षों को आदेश जारी किए हैं. आदेश में कहा गया है कि सभी विभागों के कर्मचारियों की 10वीं और 12वीं के डॉक्यूमेंट की जांच की जाए.
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नकली मार्कशीट होने पर कर्मचारी पर होगी कार्रवाई
अगर जांच में किसी कर्मचारी के फर्जी डॉक्यूमेंट पाए गए तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी. फर्जी डॉक्यूमेंट बनाने वाले कर्मचारी को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाएगा. बता दें कि फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर हरियाणा के तमाम कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने वालों पर भी ये जांच की जाएगी.
क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कुछ कर्मचारियों के 10 वीं और 12 वीं के सर्टिफिकेट की जांच की गई थी. इसके बाद इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था. बाद में इन कर्मचारियों ने यूपी हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और बाद ये मामला सीबीआई को जांच के लिए सौंपा गया. जांच के बाद सीबीआई ने खुलासा किया है कि बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन ग्वालियर मध्य प्रदेश के नाम से ये फर्जी सर्टिफिकेट का फर्जीवाड़ा चल रहा था. इस फर्जी बोर्ड के द्वारा पूरे देश में सैकड़ों 10वीं और 12वीं के फर्जी मार्कशीट और सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं