नई दिल्ली : केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने शुक्रवार को कहा कि लुटियन दिल्ली को संवारने की मंत्रालय की योजना में एक भी पेड़ नहीं काटा जाएगा और हरित आवरण 10 गुना किया जाएगा. इस योजना में संसद का नवीकरण, नए केंद्रीय सचिवालय का निर्माण और राजपथ के पुनरुद्धार का काम शामिल होगा.
मंत्री ने पेड़ लगाने और अन्य हरित पहल में जन भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए मोबाइल एप एम हरियाली को शुरू किए जाने के दौरान इस बारे में कहा.
पुरी ने कहा, 'हरित दायरा 10 गुणा बढ़ेगा. एक भी पेड़ नहीं काटा जाएगा. पहले दिन से मेरी यह नीति रही है. सौ साल पुराने पेड़ को हटाने-काटने का सवाल ही नहीं है.'
उन्होंने कहा कि फिलहाल इस चरण में केवल विचार दिए जा रहे हैं और किसी भी चीज को अंतिम रूप देने से पहले व्यापक स्तर पर लोगों से परामर्श किया जाएगा.
पुरी ने कहा, 'राष्ट्रपति भवन, नार्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक या संसद जैसी सार्वजनिक इमारतों...उनके बारे में कोई अस्पष्टता नहीं है. इन इमारतों के इस्तेमाल में परिवर्तन हो सकता है. साउथ ब्लॉक का इस्तेमाल ऐतिहासिक संग्रहालय के तौर पर हो सकता है. हम संसद को सिर्फ लोकसभा के कक्ष के तौर पर इस्तेमाल करने और दूसरी संसद बनाने का निर्णय ले सकते हैं. ये सभी विचार हैं, जिनपर चर्चा होगी. हर चरण खुला होगा. धरोहर जैसी है वैसी ही रहेगी, इसे न केवल संरक्षित किया जाएगा, बल्कि इसका प्रदर्शन भी किया जाएगा.'
उन्होंने आश्वस्त किया कि किसी भी धरोहर वाले भवन को कोई नुकसान नहीं होगा.
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि दिवाली के पहले योजना को अंतिम रूप देने वाली कंपनी पर फैसला हो जाएगा. फिलहाल परियोजना को लेकर छह कंपनियां दौड़ में हैं.