नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने आज दिल्ली में टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत 2025 तक देश से टीबी का पूरी तरह से सफाया कर देगा.
डॉ हर्षवर्धन ने जानकारी दी कि भारत में हर साल लगभग 4 लाख से ज्यादा मौत टीबी की वजह से होती है और देश में कुल 28 लाख टीबी के मरीज हैं.
अभियान की शुरुआत 9 राज्यों में
डॉ हर्षवर्धन ने टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि यह अभियान देश के 9 राज्यों में एक साथ शुरू किया गया है साथ ही वर्ल्ड बैंक के सहयोग से स्वास्थ्य मंत्रालय इन राज्यों में टीवी पर नियंत्रण पाने के लिए 40 करोड़ रुपये की राशि खर्च करेगा.
सरकार ने यह अभियान जन-जन को जागरूक करने के लिए चलाया है, जिससे कि देश के प्रत्येक नागरिक को टीबी से संबंधित सारी जानकारी मिल सके.
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने पेश की टीबी की वार्षिक रिपोर्ट
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस अभियान की शुरुआत में वार्षिक टीबी रिपोर्ट 2019 भी पेश की, जिससे पता चलता है कि 2018 में देश में 21.5 लाख नए टीबी के मरीज हो गए हैं, जो कि 2017 के मुकाबले 16% ज्यादा हैं.
बता दें कि 2017 में टीबी के मरीजों की संख्या 18लाख थी.
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पूरे देश में हुई अभियान की शुरुआत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का मानना है कि जिस तरीके से देश में पल्स पोलियो अभियान चलाया गया था ठीक उसी तरह टीवी अभियान को लेकर पूरे देश में इस अभियान की शुरुआत हो चुकी है.
95% डिस्ट्रिक्ट में टीबी फोरम तैयार
उन्होंने बताया कि देश भर में 95% डिस्ट्रिक्ट में टीबी फोरम तैयार हो चुका है और इसके साथ ही 300 से अधिक ऐसे लोग जो इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं वे पूरे देश में इस बीमारी को लेकर लोगों को जागरुक करेंगे.
डॉ हर्षवर्धन ने आधुनिक मशीनों को दिखाई हरी झंडी
इस अभियान के तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने टीबी का रोग पता लगाने वाली और लोगों में इस रोग के बारे में जागरुकता फैलाने वाली आधुनिक मशीनों से युक्त गाड़ियों को हरी झंडी दिखाई, जो देश के पिछड़े इलाकों तक पहुंच कर लोगों में टीबी की बीमारी का पता लगा सके.
25 गाड़ियां करेंगी टीबी के मरीजों की पहचान
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ऐसी 25 गाड़ियां हैं जो कि देश के 20 राज्यों के 625 क्लस्टरों में जाकर टीवी के मरीजों की पहचान करेंगे.