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गुरमीत राम रहीम ने खेती करने के लिए 42 दिन की पैरोल मांगी

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Published : Jun 23, 2019, 2:53 PM IST

दुष्कर्म के आरोप में सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम खेती करने के लिए 42 दिन की पैरोल मांगी. अधिक जानकारी के लिये पढ़ें पूरी खबर......

गुरमीत राम रहीम (फाइल फोटो)

चंडीगढ़: अपनी दो शिष्याओं के साथ दुष्कर्म करने के मामले में 20 साल कैद की सजा भुगत रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने हरियाणा के सिरसा में अपने खेतों में खेती करने के लिए 42 दिन की पैरोल मांगी है. एक सरकारी अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया, 'हम केंद्रीय सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों और सिरसा के जिला अधिकारी के भी जवाब का इंतजार कर रहे हैं कि इस समय उसकी पैरोल संभव है या नहीं.'

अधिकारी ने कहा कि उसके पैरोल से उसकी रिहाई और बाद में आत्मसमर्पण के समय राज्य में कानून और व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है.

स्वयंभू धर्मगुरु को दो महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में अगस्त 2017 में 20 साल जेल की सजा सुनाई गई थी.

इस साल जनवरी में पंचकूला की एक विशेष सीबीआई अदालत ने राम रहीम और तीन अन्य लोगों को 16 साल पहले एक पत्रकार की हत्या करने के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी.

पढ़ें: भारत ने यहां अल्पसंख्यकों की स्थिति पर अमेरिकी रिपोर्ट खारिज की

51 वर्षीय राम रहीम इस समय रोहतक की उच्च सुरक्षा वाली सुनारिया जेल में बंद हैं.

जेल में भी, राम रहीम अपना अधिकांश समय सब्जियां और फल उगाने में बिताता है और रोजाना आठ घंटे की खेती के लिए 20 रुपये कमाता है, जो अकुशल काम की श्रेणी में आता है.

जेल अधीक्षक के अनुसार, जेल में राम रहीम का आचरण एक 'अनुशासित कैदी' की तरह है.

25 अगस्त, 2017 को राम रहीम को दोषी करार दिए जाने पर पंचकूला और सिरसा में हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें 41 लोग मारे गए थे और 260 से अधिक घायल हुए थे.

चंडीगढ़: अपनी दो शिष्याओं के साथ दुष्कर्म करने के मामले में 20 साल कैद की सजा भुगत रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने हरियाणा के सिरसा में अपने खेतों में खेती करने के लिए 42 दिन की पैरोल मांगी है. एक सरकारी अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया, 'हम केंद्रीय सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों और सिरसा के जिला अधिकारी के भी जवाब का इंतजार कर रहे हैं कि इस समय उसकी पैरोल संभव है या नहीं.'

अधिकारी ने कहा कि उसके पैरोल से उसकी रिहाई और बाद में आत्मसमर्पण के समय राज्य में कानून और व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है.

स्वयंभू धर्मगुरु को दो महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में अगस्त 2017 में 20 साल जेल की सजा सुनाई गई थी.

इस साल जनवरी में पंचकूला की एक विशेष सीबीआई अदालत ने राम रहीम और तीन अन्य लोगों को 16 साल पहले एक पत्रकार की हत्या करने के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी.

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51 वर्षीय राम रहीम इस समय रोहतक की उच्च सुरक्षा वाली सुनारिया जेल में बंद हैं.

जेल में भी, राम रहीम अपना अधिकांश समय सब्जियां और फल उगाने में बिताता है और रोजाना आठ घंटे की खेती के लिए 20 रुपये कमाता है, जो अकुशल काम की श्रेणी में आता है.

जेल अधीक्षक के अनुसार, जेल में राम रहीम का आचरण एक 'अनुशासित कैदी' की तरह है.

25 अगस्त, 2017 को राम रहीम को दोषी करार दिए जाने पर पंचकूला और सिरसा में हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें 41 लोग मारे गए थे और 260 से अधिक घायल हुए थे.

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