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राजस्थान: हिंदुमलकोट बॉर्डर पर तैयार हैं बीएसएफ के जवान

एलएसी पर भारत और चीन की सेनाओं के बीच तकरार के बाद राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के हिंदुमलकोट बॉर्डर पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है. वहीं बॉर्डर पर चौकसी के बाद बॉर्डर के इलाकों के क्या हालात हैं, इसका ईटीवी भारत की टीम ने जायजा लिया. देखें रिपोर्ट....

india china faceoff
हिंदुमलकोट बॉर्डर
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Published : Jun 19, 2020, 2:56 AM IST

श्रीगंगानगर : गलावन घाटी में चीन और भारत की झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है. इसके बाद सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान सभी बॉर्डरों पर हाई अलर्ट पर हैं. भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ जवान पाकिस्तान की हर हरकत पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं बॉर्डर से सटे गांवों में रहने वाले लोगों का कहना है कि अगर पाकिस्तान कोई नापाक हरकत करता है तो वह सेना के साथ दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देंगे.

राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले से लगती पाक सीमा पर बीएसएफ पूरी मुस्तैदी के साथ चौकस निगाहों से ड्यूटी कर रही है. हिंदुमलकोट बॉर्डर को यूं तो काफी शांत माना जाता है लेकिन देश की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर जब दुश्मन की तरफ से किसी प्रकार की हरकत होती है तो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर रहने वाले लोग भी इन हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार रहते हैं. पाकिस्तान सीमा से सटे हिंदुमलकोट बॉर्डर पर बीएसएफ की चौकी पर ईटीवी भारत की टीम पहुंची तो ग्रामीणों से मुलाकात करते हुए जाना कि सीमा पर किस प्रकार के हालात बने हुए हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

यह भी पढ़ें. भारत, चीन की सेनाओं के बीच मेजर जनरल स्तरीय वार्ता बेनतीजा

हिंदुमलकोट अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर पाकिस्तान की तरफ से किसी प्रकार की हरकत नजर नहीं आ रही है. तारबंदी के उस ओर पाकिस्तान रेंजर्स कई बार पेट्रोलिंग करते हुए नजर आते हैं. वहीं भारतीय सीमा में बीएसएफ अपनी पोस्टों पर चौकस निगाहों के साथ पाकिस्तान की हर हरकत पर नजर बनाए हुए हैं. ग्रामीणों ने बताया कि हिंदुमलकोट बॉर्डर को काफी शांत माना जाता है. यहां पर किसी प्रकार की हरकत अभी तक नहीं हुई है. वहीं ग्रामीणों ने कहा कि जरूरत पड़ने पर वह दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए बीएसएफ और भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने को तैयार हैं.

यह भी पढ़ें. गलवान में जो हुआ वह चीन की साजिश थी : विदेश मंत्री

वहीं एलएसी पर चीन और भारतीय सेना की झड़प पर ग्रामीणों का कहना है कि 'चीन की हरकत का हमारी सेनाओं को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए. ग्रामीणों का कहना है कि पाकिस्तान से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर विशेषकर राजस्थान में बीएसएफ और सिविलियन दुश्मन को धूल चटाने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. यही कारण है कि पाकिस्तान हमारे हौसलों को देखकर इस क्षेत्र में कभी किसी प्रकार की नापाक हरकत नहीं करता है.'

राजस्थान के जिले जो पाकिस्तान बॉर्डर के पास हैं:

जिलाबॉर्डर नामबॉर्डर सीमा
श्रीगंगानगरहिन्दुमलकोट210 किमी
बीकानेर

खाजूवाला

168 किमी
जैसलमेरतालमोर 464 किमी
बाड़मेररामगढ़228 किमी

लोंगेवाला की लड़ाई
लोंगेवाला जैसलमेर का एक छोटा सा कस्बा है, जो थार रेगिस्तान में बसा है. लोंगेवाला पाकिस्तान के बॉर्डर पर स्थित है. इस जगह की खास महत्व है, क्योंकि यहां 1971 में 4-5 दिसंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था. 1971 में पाकिस्तान ने भारत की लोंगेवाला चेक पोस्ट पर हमला कर दिया था.

भारतीय सेना ने पाकिस्तान के दांत खट्टे कर दिए थे. इस युद्ध में भारतीय जवानों की शूरवीरता के कारण भारत की जीत हुई थी. लोंगेवाला पोस्ट को आज 'इंडो-पाक पिलर 638' के नाम से जाना जाता है. 1997 की ब्लॉक बस्टर फिल्म 'बॉर्डर' में इसी युद्ध को दिखाया गया है.

श्रीगंगानगर : गलावन घाटी में चीन और भारत की झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है. इसके बाद सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान सभी बॉर्डरों पर हाई अलर्ट पर हैं. भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ जवान पाकिस्तान की हर हरकत पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं बॉर्डर से सटे गांवों में रहने वाले लोगों का कहना है कि अगर पाकिस्तान कोई नापाक हरकत करता है तो वह सेना के साथ दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देंगे.

राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले से लगती पाक सीमा पर बीएसएफ पूरी मुस्तैदी के साथ चौकस निगाहों से ड्यूटी कर रही है. हिंदुमलकोट बॉर्डर को यूं तो काफी शांत माना जाता है लेकिन देश की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर जब दुश्मन की तरफ से किसी प्रकार की हरकत होती है तो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर रहने वाले लोग भी इन हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार रहते हैं. पाकिस्तान सीमा से सटे हिंदुमलकोट बॉर्डर पर बीएसएफ की चौकी पर ईटीवी भारत की टीम पहुंची तो ग्रामीणों से मुलाकात करते हुए जाना कि सीमा पर किस प्रकार के हालात बने हुए हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

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हिंदुमलकोट अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर पाकिस्तान की तरफ से किसी प्रकार की हरकत नजर नहीं आ रही है. तारबंदी के उस ओर पाकिस्तान रेंजर्स कई बार पेट्रोलिंग करते हुए नजर आते हैं. वहीं भारतीय सीमा में बीएसएफ अपनी पोस्टों पर चौकस निगाहों के साथ पाकिस्तान की हर हरकत पर नजर बनाए हुए हैं. ग्रामीणों ने बताया कि हिंदुमलकोट बॉर्डर को काफी शांत माना जाता है. यहां पर किसी प्रकार की हरकत अभी तक नहीं हुई है. वहीं ग्रामीणों ने कहा कि जरूरत पड़ने पर वह दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए बीएसएफ और भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने को तैयार हैं.

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वहीं एलएसी पर चीन और भारतीय सेना की झड़प पर ग्रामीणों का कहना है कि 'चीन की हरकत का हमारी सेनाओं को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए. ग्रामीणों का कहना है कि पाकिस्तान से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर विशेषकर राजस्थान में बीएसएफ और सिविलियन दुश्मन को धूल चटाने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. यही कारण है कि पाकिस्तान हमारे हौसलों को देखकर इस क्षेत्र में कभी किसी प्रकार की नापाक हरकत नहीं करता है.'

राजस्थान के जिले जो पाकिस्तान बॉर्डर के पास हैं:

जिलाबॉर्डर नामबॉर्डर सीमा
श्रीगंगानगरहिन्दुमलकोट210 किमी
बीकानेर

खाजूवाला

168 किमी
जैसलमेरतालमोर 464 किमी
बाड़मेररामगढ़228 किमी

लोंगेवाला की लड़ाई
लोंगेवाला जैसलमेर का एक छोटा सा कस्बा है, जो थार रेगिस्तान में बसा है. लोंगेवाला पाकिस्तान के बॉर्डर पर स्थित है. इस जगह की खास महत्व है, क्योंकि यहां 1971 में 4-5 दिसंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था. 1971 में पाकिस्तान ने भारत की लोंगेवाला चेक पोस्ट पर हमला कर दिया था.

भारतीय सेना ने पाकिस्तान के दांत खट्टे कर दिए थे. इस युद्ध में भारतीय जवानों की शूरवीरता के कारण भारत की जीत हुई थी. लोंगेवाला पोस्ट को आज 'इंडो-पाक पिलर 638' के नाम से जाना जाता है. 1997 की ब्लॉक बस्टर फिल्म 'बॉर्डर' में इसी युद्ध को दिखाया गया है.

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