ETV Bharat / bharat

भारत को बनना होगा आत्मनिर्भर, तभी चीनी उत्पादों पर लगेगी लगाम - भारत और चीन के बीच हुए विवाद

भारत और चीन के बीच हुए विवाद के कारण अब भारत के बाजार में लोग चीन के उत्पादों का बहिष्कार कर रहे हैं. लुधियाना के व्यापार मंडल का कहना है कि भारत आत्मनिर्भर बन कर चीन के उत्पादों पर रोक लगा सकता है. पढ़ें पूरी खबर...

Boycott of Chinese producers in India
भारत में चीन के उत्पादों का बहिष्कार
author img

By

Published : Jun 19, 2020, 9:35 PM IST

लुधियाना : भारत और चीन की सीमा पर विवाद बढ़ता जा रहा है. विपक्षी दल और सोशल मीडिया पर लोग चीनी उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर पंजाब के लुधियाना में स्थित व्यापार मंडल का कहना है कि भारत को आत्मनिर्भर बना होगा. तभी चीन के उत्पादों पर रोक लगाना संभव हो पाएगा.

भारत के बाजार में चीन के उत्पादों का बहिष्कार

लद्दाख में भारत और चीन की सीमा पर झड़पर में भारत के 20 जवान शहीद हो गए. इसे लेकर भारत के लोगों चीन के खिलाफ होकर चीन के उत्पादकों का बहिष्कार कर रहे हैं, लेकिन यहां सवाल यह है कि भारतीय मोबाइल, दवा और कपड़ा बाजार में चीन की हिस्सेदारी लगभग 70-80 प्रतिशत है. इस संबंध में जब लुधियाना के मोबाइल बाजार का दौरा किया गया, तो मोबाइल विक्रेता ने कहा कि 80 प्रतिशत सामान चीन से निर्यात किया जाता है. इसे खत्म करना लगभग असंभव है.

लुधियाना व्यपार मंडल के राज्य सचिव मोहिंदर अग्रवाल ने कहा कि भारतीय बाजार में चीन का बहुत बड़ा दबदबा है. चीनी सामानों का बहिष्कार करना आसान नहीं, लेकिन यह तभी संभव है जब भारत में सरकार उत्पाद निर्माण पर जोर दे.

पढ़ें- लद्दाख के शहीदों को श्रद्धांजलि : बिहार में सिपाही जयकिशोर के सम्मान में उमड़ा जनसैलाब

मोहिंदर अग्रवाल ने कहा कि अगर चीनी सामान छोड़ना है, तो इसकी शुरुआत घर से करना होगी और भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा. उन्होंने कहा कि 'मेक इन इंडिया' योजना को सफल बनाना होगा और जितना संभव हो उतना श्रम पैदा करना होगा. यह सब करने के बाद ही हमारे लिए चीनी उत्पादों पर प्रतिबंध लगाना संभव हो सकता है.

लुधियाना : भारत और चीन की सीमा पर विवाद बढ़ता जा रहा है. विपक्षी दल और सोशल मीडिया पर लोग चीनी उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर पंजाब के लुधियाना में स्थित व्यापार मंडल का कहना है कि भारत को आत्मनिर्भर बना होगा. तभी चीन के उत्पादों पर रोक लगाना संभव हो पाएगा.

भारत के बाजार में चीन के उत्पादों का बहिष्कार

लद्दाख में भारत और चीन की सीमा पर झड़पर में भारत के 20 जवान शहीद हो गए. इसे लेकर भारत के लोगों चीन के खिलाफ होकर चीन के उत्पादकों का बहिष्कार कर रहे हैं, लेकिन यहां सवाल यह है कि भारतीय मोबाइल, दवा और कपड़ा बाजार में चीन की हिस्सेदारी लगभग 70-80 प्रतिशत है. इस संबंध में जब लुधियाना के मोबाइल बाजार का दौरा किया गया, तो मोबाइल विक्रेता ने कहा कि 80 प्रतिशत सामान चीन से निर्यात किया जाता है. इसे खत्म करना लगभग असंभव है.

लुधियाना व्यपार मंडल के राज्य सचिव मोहिंदर अग्रवाल ने कहा कि भारतीय बाजार में चीन का बहुत बड़ा दबदबा है. चीनी सामानों का बहिष्कार करना आसान नहीं, लेकिन यह तभी संभव है जब भारत में सरकार उत्पाद निर्माण पर जोर दे.

पढ़ें- लद्दाख के शहीदों को श्रद्धांजलि : बिहार में सिपाही जयकिशोर के सम्मान में उमड़ा जनसैलाब

मोहिंदर अग्रवाल ने कहा कि अगर चीनी सामान छोड़ना है, तो इसकी शुरुआत घर से करना होगी और भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा. उन्होंने कहा कि 'मेक इन इंडिया' योजना को सफल बनाना होगा और जितना संभव हो उतना श्रम पैदा करना होगा. यह सब करने के बाद ही हमारे लिए चीनी उत्पादों पर प्रतिबंध लगाना संभव हो सकता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.