नई दिल्ली : जेईई और नीट परीक्षा विवाद के बीच पंजाब कांग्रेस के प्रमुख सुनील जाखड़ ने पंजाब के कांग्रेस जिला नेताओं से आग्रह किया है कि वे पंजाब के राज्यपाल को इन प्रवेश परीक्षाओं पर पुनर्विचार करने के लिए ज्ञापन सौंपें. दूसरी ओर गुरुवार को भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस इंजीनियरिंग के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) या जेईई और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-स्नातक) को लेकर 'राजनीति' कर रही है.
इस वर्ष 2 मिलियन से अधिक छात्रों को मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं के लिए उपस्थित होना है, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण परीक्षाओं को स्थगित करने का अनुरोध किया जा रहा है. इस मुद्दे पर सुनील जाखड़ ने कहा कि हम अपने बच्चों की सेहत और उनके भविष्य के बारे में चिंतित हैं और इस स्थिति में हमें उनका समर्थन करने की जरूरत है. उनका जीवन अनमोल है.
उन्होंने कहा कि मैं पंजाब कांग्रेस के सभी जिला नेताओं से उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपने का आग्रह करता हूं. कोविड-19 की वजह से सिर्फ 3 व्यक्ति ही डीसी के कार्यालय में जाएं. यह ज्ञापन पंजाब के राज्यपाल को संबोधित किया जाएगा और हमारा यह संदेश माननीय प्रधानमंत्री को इस निर्णय पर पुनर्विचार के लिए बाध्य करेगा.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य के महाधिवक्ता अतुल नंदा को निर्देश दिया कि वे सर्वोच्च न्यायालय में सामूहिक समीक्षा याचिका दायर करने के लिए अन्य विपक्षी शासित राज्यों में अपने समकक्षों के साथ समन्वय करें.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ भी एक ऑनलाइन बैठक हुई. इस बैठक में कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने भाग लिया. बैठक में छात्रों के प्रतियोगी परीक्षाओं के अलावा नई शिक्षा नीति पर भी चर्चा की गई. बैठक में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति को राज्यों पर लादा गया है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह भी कहा कि परीक्षा स्थगित करने के लिए उच्चतम न्यायालय का रुख करना चाहिए.
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गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि सभी सावधानियों के साथ यह परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होंगी. सत्तारूढ़ पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया कि मोदी सरकार विपक्षी पार्टी को छात्रों का भविष्य 'खराब' नहीं करने देगी.
भाजपा महासचिव भूपेन्द्र यादव ने ट्वीट कर कहा, 'कांग्रेस मानती है कि भले ही छात्रों का एक साल बर्बाद हो जाए लेकिन वह राजनीति करने का कोई मौका न चूके. 85 फीसद से अधिक जेईई और नीट के उम्मीदवारों इससे सहमत नहीं है और उन्होंने प्रवेश पत्र डानलोड कर लिया है. मोदी सरकार कांग्रेस को अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए छात्रों का भविष्य खराब नहीं करने देगी.'
इंजीनियरिंग के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) या जेईई एक से छह सितंबर के बीच होगी जबकि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-स्नातक) 13 सितंबर को कराने की योजना है. नीट के लिए 15.97 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है. जेईई मेन के लिए करीब 8.58 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था.
कोरोना वायरस के कारण यह परीक्षाएं पहले ही दो बार टाली जा चुकी हैं . जेईई मेन्स परीक्षा मूल रूप से 7-11 अप्रैल को आयोजित होनी थी लेकिन इसे 18-23 जुलाई के लिए टाल दिया गया . नीट परीक्षा मूल रूप से 3 मई को आयोजित होनी थी लेकिन इसे 26 जुलाई के लिए टाल दिया गया था. इन परीक्षाओं को एक बार फिर सितंबर के लिए टाल दिया गया.