श्रीनगर: एक तरफ देश के कई स्कूलों में डिजिटल एजुकेशन दिया जा रहा है तो वहीं कई जगहों पर स्कूलों के नाम पर सिर्फ चार दिवारी बनाई गई है. जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में सरकारी स्कूलों का हाल ऐसा है कि बच्चे बाहर खुले में बैठ कर तालिम लेने को मजबूर हैं.
उधमपुर के पंचारी के तुर्ग गांव में सरकार के प्राथमिक विद्यालय का हाल कुछ ऐसा ही है. यहां बच्चों को उच्चस्तरिय शिक्षा तो दूर पर्याप्त सुविधाएं भी नसीब नहीं हो रही हैं. हालात ये हैं कि यहां ना तो क्लासरुम है और ना ही बैठने के लिए मेज और कुर्सियां. यहां बच्चे खुले आसमान के नीचे, चिलचिलाती धूप में बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं.
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इस बारे में गांव के सरपंच पी कुमार का कहना है कि इस स्कूल में 50 छात्रों के नाम दाखिल है लेकिन स्कूल की इमारत उन सभी बच्चों को सुविधाएं मुहैया करवाने में असक्षम है. उन्होंने कहा कि यहां बच्चे ढंग से बैठ तक नहीं पाते.
वहीं उधमपुर के चीफ एजुकेशन ऑफिसर दलजीत सिंह से कहा कि उन्होंने सभी जोनल शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह उन सभी स्कूलों की सूची तैयार करें, जिनके पास पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं या उनका कोई भी काम लंबित है. जिससे कि वह उनकी मदद कर सकें.