नई दिल्ली : भारत में 'इस्लाम के प्रति घृणा' के इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के आरोप दुखदायी हैं और उसे कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का 'संप्रदायीकरण' करने का प्रयास नहीं करना चाहिए. यह बात गुरुवार को सरकारी सूत्रों ने कही.
उन्होंने कहा कि ओआईसी का बयान 'तथ्यात्मक रूप से गलत' है जिसमें भारत में मुसलमानों के उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं.
उन्होंने कहा कि ओआईसी को कोरोना वायरस के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का संप्रदायीकरण नहीं करना चाहिए.
सूत्रों ने कहा कि अरब देशों के साथ भारत के संबंधों को क्षति पहुंचाने का जानबूझकर प्रयास किया जा रहा है.
भारत के कई हिस्सों में कोविड-19 का प्रसार करने के लिए मुसलमानों को जिम्मेदार ठहराए जाने के आरोपों के बाद विभिन्न अरब देशों के प्रमुख नागरिकों ने ट्विटर पर गुस्सा जाहिर किया.