नई दिल्ली : तमिलनाडु के कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर साइबर हमले की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा के प्रश्नकाल के दौरान जवाब दिया. उन्होंने कहा कि इस तरह की अगर कोई त्रुटि हुई थी तो केवल प्रशासनिक खंड तक सीमित थी.
परमाणु ऊर्जा विभाग के तहत आने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ‘भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल)’ ने हाल ही में माना था कि संयंत्र के एक कंप्यूटर पर मालवेयर हमला हुआ था, लेकिन इससे संयंत्र की प्रणालियों पर कोई असर नहीं पड़ा.
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री सिंह ने प्रश्नकाल में कहा, 'अगर इस तरह की कोई त्रुटि हुई भी थी तो हमारे लिए राहत की बात है कि यह केवल प्रशासनिक खंड के इंटरनेट सर्किट में कोई समस्या आई थी.'
उन्होंने कुडनकुलम संयंत्र पर साइबर हमले संबंधी खबरों पर कांग्रेस के गौरव गोगोई के पूरक प्रश्न के जवाब में कहा, 'सदस्य की चिंता बहुत जायज है. विभाग ने भी माना था.'
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उन्होंने कहा कि इस तरह की किसी भी स्थिति में प्रशासनिक विभाग के इंटरनेट कनेक्शन को परमाणु संयंत्र से अलग करने की सुरक्षित प्रणाली है.
जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए भारत में अन्य कई देशों से बेहतर सुरक्षित और प्रामाणिक प्रणाली है.