नई दिल्ली: गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के अवसर पर भारत सरकार ने देश के विभिन्न जेलों से नौ सिख कैदियों की सजा कम करने का फैसला किया है. ये निर्णय सरकार ने मानवीय आधार के तौर पर लिया है.
गौरतलब है कि इन नौ मामलों में से एक मामले में मौत की सजा को आजीवन कारावास की सजा में बदलने का फैसला किया गया है, जबकि बाकी आठ मामलों में उम्रकैद और अन्य सजा काट रहे कैदियों की समयपूर्व रिहाई करने का फैसला किया है.
इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन कैदियों को रिहा करने का अनुरोध किया, जो पहले ही जेलों में सजा काट चुके हैं.
गृह मंत्रालय के इस निर्णय का सिख संगठनों ने स्वागत किया है.
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इसके अलावा पंजाब सरकार ने भी गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के अवसर पर 550 कैदियों को मुक्त करने की घोषणा की थी.