नई दिल्ली : सरकार ने लगभग 22 लाख स्वास्थ्यकर्मियों के लिये 50 लाख रुपये की बीमा योजना को तीन महीने के लिये सितंबर तक बढ़ा दिया है. एक आधिकारिक बयान में इसकी जानकारी दी गई.
न्यू इंडिया एश्योरेंस द्वारा लागू की गयी यह योजना 30 जून 2020 को समाप्त हो रही थी. चूंकि अभी तक कोरोना वायरस महामारी से कोई राहत नहीं मिल पायी है, इस योजना को तीन महीने के लिये बढ़ाया गया है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मार्च में 1.70 लाख करोड़ रुपये के प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत इस योजना की घोषणा की थी.
बयान में कहा गया कि सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों के लिये बीमा योजना 30 मार्च 2020 से प्रभावी है। इस योजना को सितंबर तक बढ़ा दिया गया है.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष के माध्यम से इस योजना को वित्त पोषित किया गया है। केंद्र और राज्य सरकारों के तहत आने वाले अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स, सफाई कर्मचारी और अन्य लोग बीमा योजना के दायरे में आते हैं.
सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियों के लिये 50 लाख रुपये की बीमा योजना को सितंबर तक बढ़ाया - 50 लाख का बीमा योजना
केंद्र सरकार ने कोरोना से लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मियों के लिये 50 लाख रुपये की बीमा योजना को सितंबर तक बढ़ाया है. पढ़ें पूरी खबर....
नई दिल्ली : सरकार ने लगभग 22 लाख स्वास्थ्यकर्मियों के लिये 50 लाख रुपये की बीमा योजना को तीन महीने के लिये सितंबर तक बढ़ा दिया है. एक आधिकारिक बयान में इसकी जानकारी दी गई.
न्यू इंडिया एश्योरेंस द्वारा लागू की गयी यह योजना 30 जून 2020 को समाप्त हो रही थी. चूंकि अभी तक कोरोना वायरस महामारी से कोई राहत नहीं मिल पायी है, इस योजना को तीन महीने के लिये बढ़ाया गया है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मार्च में 1.70 लाख करोड़ रुपये के प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत इस योजना की घोषणा की थी.
बयान में कहा गया कि सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों के लिये बीमा योजना 30 मार्च 2020 से प्रभावी है। इस योजना को सितंबर तक बढ़ा दिया गया है.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष के माध्यम से इस योजना को वित्त पोषित किया गया है। केंद्र और राज्य सरकारों के तहत आने वाले अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स, सफाई कर्मचारी और अन्य लोग बीमा योजना के दायरे में आते हैं.