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एक्शन में मोदी सरकार, भ्रष्टाचार के लिए 12 वरिष्ठ आयकर अधिकारियों को बर्खास्त किया

भ्रष्टाचार के आरोप में आयकर विभाग के 12 वरिष्ठ अधिकारियों को मोदी सरकार ने सेवा से बर्खास्त कर दिया है. पढ़ें पूरी खबर....

मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार के लिए 12 वरिष्ठ आयकर अधिकारियों को बर्खास्त किया
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Published : Jun 10, 2019, 11:51 PM IST

नई दिल्ली: सरकार ने भ्रष्टाचार और पेशेवर कदाचार के आरोप में आयकर विभाग के 12 वरिष्ठ अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. इनमें आयुक्त और संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं. सूत्रों ने यह जानकारी दी.

इस सूची में शामिल एक बर्खास्त संयुक्त आयुक्त के खिलाफ स्वयंभू धर्मगुरु चंद्रास्वामी की मदद करने के आरोपी एक व्यवसायी से जबरन वसूली तथा भ्रष्टाचार की गंभीर शिकायतें हैं.

सूत्रों ने बताया कि इसमें नोएडा में तैनात आयुक्त (अपील) पद के एक आईआरएस अधिकारी भी है. उस पर आयुक्त स्तर की दो महिला आईआरएस अधिकारियों के यौन उत्पीड़न का आरोप है.

एक अन्य आईआरएस अधिकारी ने अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर 3.17 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति अर्जित की थी. यह संपत्ति कथित तौर पर पद का दुरुपयोग करके और भ्रष्ट एवं गैर - कानूनी तरीकों से अर्जित की गई थी.इस अधिकारी को समय से पहले सेवानिवृत्ति लेने का निर्देश दिया गया है.

आयकर विभाग के एक आयुक्त के खिलाफ सीबीआई की भ्रष्टाचार रोधी शाखा ने आय से अधिक का मामला दर्ज किया था और उन्हें अक्टूबर 2009 में सेवा से निलंबित कर दिया था. उन्हें भी सरकार ने अनिवार्य सेवानिवृत्त लेने के लिए कहा है.

पढ़ेंः एससीओ सम्मेलन में मोदी-इमरान के बीच नहीं होगी बैठक, बीजेपी ने किया स्वागत

एक अन्य अफसर जो भ्रष्टाचार और जबरन वसूली में लिप्त था और कई गलत आदेश पारित किए थे. इन आदेशों को बाद में अपीलीय प्राधिकरण ने पलट दिया था. उसे भी सेवा से बर्खास्त किया गया है.

आयुक्त स्तर के एक अन्य अधिकारी पर मुखौटा कंपनी के मामले में एक व्यवसायी को राहत देने के एवज में 50 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगा था. इसके अलावा उसने पद का दुरुपयोग करके चल / अचल संपत्ति इकट्ठा करने का आरोप लगा था. उसे भी जबरिया सेवानिवृत्ति कर दिया गया है.

नई दिल्ली: सरकार ने भ्रष्टाचार और पेशेवर कदाचार के आरोप में आयकर विभाग के 12 वरिष्ठ अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. इनमें आयुक्त और संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं. सूत्रों ने यह जानकारी दी.

इस सूची में शामिल एक बर्खास्त संयुक्त आयुक्त के खिलाफ स्वयंभू धर्मगुरु चंद्रास्वामी की मदद करने के आरोपी एक व्यवसायी से जबरन वसूली तथा भ्रष्टाचार की गंभीर शिकायतें हैं.

सूत्रों ने बताया कि इसमें नोएडा में तैनात आयुक्त (अपील) पद के एक आईआरएस अधिकारी भी है. उस पर आयुक्त स्तर की दो महिला आईआरएस अधिकारियों के यौन उत्पीड़न का आरोप है.

एक अन्य आईआरएस अधिकारी ने अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर 3.17 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति अर्जित की थी. यह संपत्ति कथित तौर पर पद का दुरुपयोग करके और भ्रष्ट एवं गैर - कानूनी तरीकों से अर्जित की गई थी.इस अधिकारी को समय से पहले सेवानिवृत्ति लेने का निर्देश दिया गया है.

आयकर विभाग के एक आयुक्त के खिलाफ सीबीआई की भ्रष्टाचार रोधी शाखा ने आय से अधिक का मामला दर्ज किया था और उन्हें अक्टूबर 2009 में सेवा से निलंबित कर दिया था. उन्हें भी सरकार ने अनिवार्य सेवानिवृत्त लेने के लिए कहा है.

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एक अन्य अफसर जो भ्रष्टाचार और जबरन वसूली में लिप्त था और कई गलत आदेश पारित किए थे. इन आदेशों को बाद में अपीलीय प्राधिकरण ने पलट दिया था. उसे भी सेवा से बर्खास्त किया गया है.

आयुक्त स्तर के एक अन्य अधिकारी पर मुखौटा कंपनी के मामले में एक व्यवसायी को राहत देने के एवज में 50 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगा था. इसके अलावा उसने पद का दुरुपयोग करके चल / अचल संपत्ति इकट्ठा करने का आरोप लगा था. उसे भी जबरिया सेवानिवृत्ति कर दिया गया है.

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BIZ-TAX OFFICER-DISMISS
Govt dismisses 12 senior I-T officers for corruption, misconduct
          New Delhi, Jun 10 (PTI) The government has dismissed from service 12 senior income tax officers, including one of the ranks of the joint commissioner, on charges of corruption and professional misconduct, sources said.
          The list is topped by a Joint Commissioner rank officer against whom there are serious complaints of corruption and extortion from businessmen accused of helping self-styled godman Chandraswami.
          It also includes an IRS officer in the post of Commissioner (Appeal) in Noida, who was accused of sexual harassment to two lady IRS officers of Commissioner rank.
          Another IRS officer who compulsory retired had acquired movable and immovable assets worth over Rs 3.17 crore in the name of self and his family members. These movable and immovable properties had allegedly been acquired by abusing his official position and by corrupt and illegal means.
          A Commissioner Income Tax, who had a Disproportionate Assets case registered against him by the anti-corruption branch of the CBI, and was suspended from service in October 2009 pending criminal prosecution was also compulsorily retired by the government.
          Another officer involved in cases of corruptions and extortion and who had passed many wrongs and malafide assessment orders which were later on reversed by the appellate authorities too was dismissed from the service.
          An officer amassed disproportionate assets to the tune of Rs 1.55 crore, which is 133.71 per cent of his known sources of income and using hawala channels for transferring the ill-gotten money too was compulsorily retired from the service.
          Another officer of Commissioner rank, accused of demanding Rs 50 lakh bribe for giving relief to a businessman in a shell company matter, and abusing his official position as a public servant to acquire immovable/movable assets from his ill-gotten money amounting to Rs 3.13 crore was also compulsorily retired. PTI JD
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