बेंगलुरु : कर्नाटक में विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने सोमवार को संकेत दिया कि कोविड-19 महामारी के कारण राज्य सत्र को 8 दिन से घटाकर 3 दिन का करने पर विचार कर रहा है. येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से कहा कि 60 से अधिक विधायकों का परीक्षण पॉजिटिव आ चुका है इसलिए हमें सत्र के दिनों की संख्या को 8 से घटाकर 3 करने के बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने कहा, 'हम इस मुद्दे पर व्यापार सलाहकार समिति में चर्चा करेंगे और हम इस मामले पर अपने विरोधी दल के नेताओं को समझाने की कोशिश करेंगे.'
इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त देते हुए कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने कहा कि विधानसभा सत्र को घटाना लोकतंत्र की हत्या करना है. उन्होंने सवाल उठाया, 'क्या हमें प्रत्येक बिल पर चर्चा करने के लिए कम से कम दो घंटे की जरूरत नहीं है?'
इस दौरान विपक्षी दल सत्र को कम से कम 8 दिन तक और चलाने की मांग पर अड़ा रहा.
इसे लेकर कर्नाटक के नेता प्रतिपक्ष सिद्धारमैया ने चुटकी ली कि विपक्ष केवल उसी सूरत में सत्र के दिनों के कटौती करने के लिए सहमत होगा जबकि सत्तारूढ़ दल भाजपा अपने सभी 32 बिलों को वापस ले ले.
उन्होंने कहा, 'उन्हें सभी बिल वापस लेने दें तो फिर हम इस बारे में सोच सकते हैं. यदि वे सभी बिल को सदन में लाते हैं तो विपक्ष सत्र में 2 हफ्ते का विस्तार करने की मांग करेगा. मैं मानता हूं कि कोरोना मामले बढ़ रहे हैं और हमारे कुछ विधायक उपस्थित नहीं हैं. लेकिन बात केवल दिनों की संख्या कम करने की नहीं है.'
यह भी पढ़ें- किसानों पर थोपे गए कृषि विधेयक, बनेंगे गले की फांस : योगेंद्र यादव
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जद (एस) नेता एच.डी. कुमारस्वामी ने कहा, 'सत्तारूढ़ पार्टी कई विवादास्पद बिल पेश कर रही थी और वे इस पर चर्चा नहीं चाहते हैं. लिहाजा वे अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए महामारी का उपयोग करना चाहते हैं. लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे.'