मुंबई : महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी दलों के बीच अलग-अलग मुद्दों पर तनातनी चल रही है. इस पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने कहा कि उद्धव सरकार का पांच साल तक चलना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना विपरीत धाराओं की पार्टियां हैं. ये पार्टियां सत्ता लोलुप हैं. इनका हर मुद्दे पर टकराव शुरू हो चुका है. अग्रवाल ने कहा कि इस सरकार का भविष्य लंबा नहीं है.
आपको बता दें कि भीमा कोरे गांव मामले की जांच एनआईए करेगी. लेकिन शरद पवार इस फैसले से नाराज हैं. इस पर बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि शरद पवार नराज हो या न हो, पहले तो शिवसेना को अपना वजूद ढूंढ़ने की जरूरत है, क्योंकि वह इतने सालों से जिन मुद्दों पर खड़े रहे, एनसीपी और कांग्रेस इन मुद्दों के विपरीत है.
अग्रवाल ने कहा कि शिवसेना इतने सालों से वीर सवारकर की पूजा करती आ रही है, लेकिन कांग्रेस सावरकर के खिलाफ है.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि शिवाजी महाराज पूरे देश और शिवसेना के लिए भगवान की तरह माने जाते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में कांग्रेस के सत्ता में होते हुए भी शिवाजी की मूर्ति तोड़ी गई. साथ ही उन्होंने कहा कि इन सभी मुद्दों पर शिवसेना को रूख स्पष्ट करने की आवश्यकता है.
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शिवसेना अगर गठबंधन से अलग होती है तो भाजपा उसे शामिल करेगी इस पर भाजपा बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरह से उन्होंने जन भावनाओं को दरकिनार करते हुए भाजपा के गठबंधन से अलग किया, ऐसी स्थिति में फिलहाल भाजपा शिवसेना के साथ किसी भी परिस्थिति में हाथ मिलाने को तैयार नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि एक के बाद एक जनता से जुड़ी योजनाओं को भी सरकार रद्द कर रही है और आपस में खींचतान बनी है और यह किसी भी चुनी हुई सरकार के लिए एक अच्छा लक्षण नहीं है.