नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने जोर दिया कि बाकी के देश भी मंदी का सामना कर रहे हैं. सीतारमण ने आर्थिक नियमों में कई बदलावों की घोषणा की. वित्त मंत्री की प्रेस वार्ता के बाद भाजपा प्रवक्ता गोपाल अग्रवाल ने कहा कि यह वैश्विक मंदी का दौर है. उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक व्यवस्था सुदृढ़ है और चिंता की कोई बात नहीं है. सरकार समय-समय पर विशेष कदम उठा रही है.
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि नियमों का सरलीकरण किया जा रहा है, इससे आर्थिक व्यवस्था पर प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने कहा कि किसी भी देश की आर्थिक व्यवस्था वैश्विक नीतियों पर भी निर्भर होती है और इस समय वैश्विक स्तर पर मंदी है. इसके बाद भी सरकार ने अर्थव्यवस्था को संतुलित कर रखा है इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है.
गोपाल अग्रवाल ने कहा कि सरकार बहुत सी पुरानी नीतियों में अभी भी सुधार कर रही है. कई बड़ी कंपनियां 2014 के बाद भारत में विनिवेश के लिए आगे आई हैं. वर्तमान हालात में आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए सरकार लगातार कार कार्य कर रही है.
उन्होंने आगे कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था दूसरे देशों की तुलना में काफी मजबूत होती जा रही है. भारत की अर्थव्यवस्था में लगातार सुधार आया है. पहले की तुलना में जीडीपी ग्रोथ में काफी सुधार आया है.
पढ़ें-मंदी को थामने के लिए वित्त मंत्री ने किए कई ऐलान, अर्थव्यवस्था को मिलेगी राहत
उन्होंने कहा कि जहां तक नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार के बयान का सवाल है तो वित्त मंत्री ने उनके बयान के बाद यह सफाई नहीं दी है.भारत में बड़ी संख्या में कंपनियों ने विनिवेश किया है और भारत की विकार दर दूसरे देशों की तुलना में काफी बेहतर है. इस से लोगों को व्यापार करने में काफी फायदा हुआ है. मंदी की समस्या सिर्फ भारत में ही नहीं है बल्कि दुनिया के बाकी के देश भी इस समस्या से जूझ रहे हैं.