बेगूसराय: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर निशाना साधा है. उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह अगर हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्र हैं, तो पीएम नरेंद्र मोदी हार्ड वर्किंग यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर हैं. इस दौरान, जहां गिरिराज सिंह ने केंद्र सरकार की आगामी योजनाओं पर चर्चा की.
बीजेपी के फायरब्रांड नेता सह बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने मुस्लिम समुदाय को अल्पसंख्यक कहे जाने पर भी आपत्ति जाहिर की. उन्होंने कहा कि इस पर सड़क से संसद तक बहरस होनी चाहिए. अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले गिरिराज सिंह ने आज अपने क्षेत्र दौरे के दौरान बेगूसराय में हॉर्वर्ड और हार्ड वर्क के मायने को लोगो को भली भांति समझाया. इस दौरे पर गिरिराज सिंह के निशाने पर कांग्रेस रही. उन्होंने खास तौर पर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपना निशाना बनाया.
गरीबों के लिए कोई मायने नहीं रखता ये अधिकार- गिरिराज
गिरिराज सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह देश का पहला अधिकार अल्पसंख्यकों को देते थे, उनके लिए आम गरीब कोई मायने नहीं रखता था. मनमोहन सिंह पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जहां हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्र थे.
संसद से सड़क तक हो बहस
वहीं, वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हार्ड वर्किंग यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर हैं. जिनकी देखरेख में देश लगातार प्रगति कर रहा है. इस मौके पर उन्होंने मुसलमानों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जहां मुसलमान बहुसंख्यक हैं, वहां भी वो अल्पसंख्यक बने हुए हैं. ऐसे में जरूरत सड़क से लेकर संसद तक बहस होनी चाहिए.
चुल्लू भर पानी में डूब मरे पाक-गिरिराज
इस मौके पर उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक की परिभाषा पर पुनर्विचार होना चाहिए, जिसे कोर्ट ने भी संज्ञान में लिया है. इस मौके पर उन्होंने पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पाकिस्तान को चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए. पाकिस्तान की जेल में बंद जाधव पर प्रतिक्रिया देते गिरिराज सिंह ने कहा कि कुलभूषण भी देश में वापस लौटेंगे. वरना, पाकिस्तान को बालाकोट की घटना नहीं भूलनी चाहिए. उन्होंने पाकिस्तान को चेताया कि पाकिस्तान गीदड़ भभकी ना दे.
'लाशों पर राजनीति करती है कांग्रेस'
पत्रकारों से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार में बाढ़ की भयवाह स्थिति है. वहीं, कांग्रेस संवेदना व्यक्त करने के बजाय राजनीति कर रही है. इससे साफ है कि कांग्रेस लाशों की राजनीति कर रही है. बावजूद, इसके कांग्रेस का जनाधार वापस लौटने वाला नहीं है.