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राज्यपाल की स्वीकृति से गैरसैंण बनी उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी - summer capital of uttarakhand

उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य की स्वीकृति पर आज चमोली जिले के गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की गई. पढ़ें पूरी खबर...

Governor Baby Rani Maurya approved
गैरसैंण बनी उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी
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Published : Jun 8, 2020, 6:52 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार द्वारा चमोली जिले के गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने को लेकर घोषणा की गई थी. इस प्रस्ताव पर आज राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मुहर लगा दी है. जल्द ही गैरसैंण को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की दिशा में काम शुरू होगा. गौरतलब है कि बीते शीतकालीन सत्र में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की थी.

बता दें इसी साल मार्च में बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण को ग्रीष्मकाली राजधानी बनाने की घोषणा की थी. जिसके बाद पूरे राज्य में इस फैसले का स्वागत हुआ था. आज सीएम त्रिवेंद्र की इस घोषणा को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने स्वकृति दे दी है.

Governor Baby Rani Maurya approved
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने लगाई मुहर.

गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने के कई अलग-अलग पहलू भी हैं. पहला यह की गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने के लिए कुछ आधारभूत विकास होने जरूरी थे जो कि धरातल पर दिखने शुरू हो गए हैं. जिनमें ट्रांसपोर्ट में अहम ऑल वेदर रोड, ऋषीकेश- कर्णप्रयाग रेल लाइन, गैरसैंण के भराड़ीसैंण में तमाम अवस्थापना सुविधाएं प्रमुख हैं.

पढ़ें- उत्तराखंड : फूलों की घाटी खुली, हनुमान जी लाए थे यहां से संजीवनी

इसका दूसरा पहलू राज्य आंदोलन के उन आंदोलनकारियों की भावनाओं से जुड़ा है जो गैरसैंण को पूर्णकालीन राजधानी के रूप में देखते थे, राज्य में आज भी कई ऐसे लोग भी हैं दो त्रिवेंद्र सरकार की इस घोषणा को खोखली घोषणा मानते हैं.

देहरादून: उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार द्वारा चमोली जिले के गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने को लेकर घोषणा की गई थी. इस प्रस्ताव पर आज राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मुहर लगा दी है. जल्द ही गैरसैंण को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की दिशा में काम शुरू होगा. गौरतलब है कि बीते शीतकालीन सत्र में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की थी.

बता दें इसी साल मार्च में बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण को ग्रीष्मकाली राजधानी बनाने की घोषणा की थी. जिसके बाद पूरे राज्य में इस फैसले का स्वागत हुआ था. आज सीएम त्रिवेंद्र की इस घोषणा को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने स्वकृति दे दी है.

Governor Baby Rani Maurya approved
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने लगाई मुहर.

गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने के कई अलग-अलग पहलू भी हैं. पहला यह की गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने के लिए कुछ आधारभूत विकास होने जरूरी थे जो कि धरातल पर दिखने शुरू हो गए हैं. जिनमें ट्रांसपोर्ट में अहम ऑल वेदर रोड, ऋषीकेश- कर्णप्रयाग रेल लाइन, गैरसैंण के भराड़ीसैंण में तमाम अवस्थापना सुविधाएं प्रमुख हैं.

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इसका दूसरा पहलू राज्य आंदोलन के उन आंदोलनकारियों की भावनाओं से जुड़ा है जो गैरसैंण को पूर्णकालीन राजधानी के रूप में देखते थे, राज्य में आज भी कई ऐसे लोग भी हैं दो त्रिवेंद्र सरकार की इस घोषणा को खोखली घोषणा मानते हैं.

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