पंचतत्वों में विलीन हुए पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल.
राजनीतिक जगत में शून्य छोड़ पंचतत्वों में विलीन हुए केशुभाई पटेल - former gujarat cm
19:08 October 29
पंचतत्वों में विलीन हुए पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल
18:58 October 29
उपराष्ट्रपति श्री एम.वेंकैया नायडू ने जताया शोक
उपराष्ट्रपति श्री एम.वेंकैया नायडू ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री श्री केशूभाई पटेल के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने दु:ख की इस स्थिति में अपना संदेश जारी कर कहा, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री श्री केशूभाई पटेल के निधन की खबर सुनकर काफी दु:ख पहुंचा है. वह एक लोकप्रिय नेता थे. उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों और निचले तबके के लोगों की सेवा में लगा दिया. किसान परिवार से आने वाले केशूभाई हमेशा से किसानों के हित के लिए संघर्ष करते रहे. वह बिना थके उनके हितों की लड़ाई लड़ते रहे और कृषि सुधारों के लिए उन्होंने अहम कदम उठाए. किसान और ग्रामीण भारत हमेशा से उनके दिल में बसते थे. एक साधारण परिवार से आने वाले श्री केशूभाई पटेल अगर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे, तो उसकी वजह उनके अंदर कठिन परिश्रम करने की क्षमता, जमीन से जुड़े होने का गुण, सरल स्वभाव और कुशल नेतृत्व क्षमता का होना था. वह मुख्यमंत्री होते हुए भी सबके लिए सुलभ थे. उनके निधन से देश ने महान नेता को खो दिया है. मैं उनके शोक संतप्त परिवार और मित्रों के लिए संवेदना प्रकट करता हूं. ऊं शांति.
17:57 October 29
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दुख जताया दुख
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दुख जताते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, राष्ट्र ने एक कट्टर नेता को खो दिया है. उनका जीवन लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए समर्पित था.
17:44 October 29
गुजरात महिला आयोग अध्यक्ष ने व्यक्त किया शोक
गुजरात महिला आयोग अध्यक्ष लीलाबेन ने शोक व्यक्त किया है.
17:30 October 29
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने जताया दुख
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के निधन पर दुख जताया है.
12:18 October 29
पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का निधन
अहमदाबाद : गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का आज निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार थे. परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटेल के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा कि उनका जीवन राज्य के विकास और हर गुजराती के सशक्तीकरण के लिए समर्पित रहा.
मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, 'हम सबके प्रिय और सम्मानित केशुभाई नहीं रहे...मैं बहुत व्यथित और दुखी हूं. वह एक उत्कृष्ट नेता थे, जिन्होंने समाज के हर वर्ग का ध्यान रखा. उनका जीवन गुजरात के विकास और हर गुजराती के सशक्तीकरण के लिए समर्पित रहा.
उन्होंने केशुभाई के पुत्र भरत से फोन पर बातचीत की और अपनी शोक संवादनाएं प्रकट कीं. उन्होंने कहा कि केशुभाई ने उनके जैसे कई युवा कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया और उन्हें तैयार किया.
बता दें कि पटेल 92 वर्ष के थे. वह 1995 और फिर 1998 से 2001 के बीच राज्य के मुख्यमंत्री रहे. उनके बाद नरेंद्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री बने थे.
पटेल छह बार गुजरात विधानसभा के सदस्य रहे. साल 2012 में भाजपा छोड़ने के बाद उन्होंने ‘गुजरात परिवर्तन पार्टी’ बनाई, जिसने 2012 में राज्य के विधानसभा चुनाव में बेहद खराब प्रदर्शन किया. इसके बाद 2014 में उन्होंने अपनी पार्टी का भाजपा में विलय कर दिया.
जूनागढ़ जिले के विसावदर शहर में 1928 में जन्मे पटेल 1945 में बतौर प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हुए. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बतौर जन संघ कार्यकर्ता के तौर पर की थी.
19:08 October 29
पंचतत्वों में विलीन हुए पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल
पंचतत्वों में विलीन हुए पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल.
18:58 October 29
उपराष्ट्रपति श्री एम.वेंकैया नायडू ने जताया शोक
उपराष्ट्रपति श्री एम.वेंकैया नायडू ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री श्री केशूभाई पटेल के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने दु:ख की इस स्थिति में अपना संदेश जारी कर कहा, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री श्री केशूभाई पटेल के निधन की खबर सुनकर काफी दु:ख पहुंचा है. वह एक लोकप्रिय नेता थे. उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों और निचले तबके के लोगों की सेवा में लगा दिया. किसान परिवार से आने वाले केशूभाई हमेशा से किसानों के हित के लिए संघर्ष करते रहे. वह बिना थके उनके हितों की लड़ाई लड़ते रहे और कृषि सुधारों के लिए उन्होंने अहम कदम उठाए. किसान और ग्रामीण भारत हमेशा से उनके दिल में बसते थे. एक साधारण परिवार से आने वाले श्री केशूभाई पटेल अगर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे, तो उसकी वजह उनके अंदर कठिन परिश्रम करने की क्षमता, जमीन से जुड़े होने का गुण, सरल स्वभाव और कुशल नेतृत्व क्षमता का होना था. वह मुख्यमंत्री होते हुए भी सबके लिए सुलभ थे. उनके निधन से देश ने महान नेता को खो दिया है. मैं उनके शोक संतप्त परिवार और मित्रों के लिए संवेदना प्रकट करता हूं. ऊं शांति.
17:57 October 29
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दुख जताया दुख
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दुख जताते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, राष्ट्र ने एक कट्टर नेता को खो दिया है. उनका जीवन लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए समर्पित था.
17:44 October 29
गुजरात महिला आयोग अध्यक्ष ने व्यक्त किया शोक
गुजरात महिला आयोग अध्यक्ष लीलाबेन ने शोक व्यक्त किया है.
17:30 October 29
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने जताया दुख
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के निधन पर दुख जताया है.
12:18 October 29
पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का निधन
अहमदाबाद : गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का आज निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार थे. परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटेल के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा कि उनका जीवन राज्य के विकास और हर गुजराती के सशक्तीकरण के लिए समर्पित रहा.
मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, 'हम सबके प्रिय और सम्मानित केशुभाई नहीं रहे...मैं बहुत व्यथित और दुखी हूं. वह एक उत्कृष्ट नेता थे, जिन्होंने समाज के हर वर्ग का ध्यान रखा. उनका जीवन गुजरात के विकास और हर गुजराती के सशक्तीकरण के लिए समर्पित रहा.
उन्होंने केशुभाई के पुत्र भरत से फोन पर बातचीत की और अपनी शोक संवादनाएं प्रकट कीं. उन्होंने कहा कि केशुभाई ने उनके जैसे कई युवा कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया और उन्हें तैयार किया.
बता दें कि पटेल 92 वर्ष के थे. वह 1995 और फिर 1998 से 2001 के बीच राज्य के मुख्यमंत्री रहे. उनके बाद नरेंद्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री बने थे.
पटेल छह बार गुजरात विधानसभा के सदस्य रहे. साल 2012 में भाजपा छोड़ने के बाद उन्होंने ‘गुजरात परिवर्तन पार्टी’ बनाई, जिसने 2012 में राज्य के विधानसभा चुनाव में बेहद खराब प्रदर्शन किया. इसके बाद 2014 में उन्होंने अपनी पार्टी का भाजपा में विलय कर दिया.
जूनागढ़ जिले के विसावदर शहर में 1928 में जन्मे पटेल 1945 में बतौर प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हुए. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बतौर जन संघ कार्यकर्ता के तौर पर की थी.