पटना : बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की सदस्यता ली. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुप्तेश्वर पांडे ने चुनावी मैदान में उतरने की पूरी तैयारी कर ली है और वह बक्सर से चुनाव लड़ सकते हैं.
पार्टी में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा,' मुझे हमेशा नीतीश कुमार का प्यार मिला है. मुझे खुशी है कि उन्होंने मुझे अपने आवास पर बुलाकार पार्टी में शामिल किया. उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार,जो भी आदेश देंगे वह उसका पालन करेंगे. मैं राजनीति नहीं समझता. मैं एक साधारण व्यक्ति हूं, जिसने अपना समय समाज के दलित वर्ग के लिए काम करने में बिताया.
बता दें, पांडे ने वीआरएस ले लिया था. गुप्तेश्वर पांडेय ने बिहार सरकार को वीआरएस भेजा था, जिसे बिहार के राज्यपाल ने स्वीकार किया था.
पांच महीने का बचा था कार्यकाल
गुप्तेश्वर पांडे 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. 31 जनवरी 2019 को उन्हें बिहार का डीजीपी बनाया गया था. कार्यकाल पूरा होने में करीब पांच महीने का वक्त बचा हुआ है. राज्य के पुलिस महानिदेशक के रूप में गुप्तेश्वर पांडे का कार्यकाल 28 फरवरी 2021 को पूरा होने वाला है.
बेगूसराय व जहानाबाद में अपराधियों का किया था खात्मा
बतौर आईपीएस अधिकारी गुप्तेश्वर पांडेय 33 साल की सर्विस पूरी कर चुके हैं. एसपी से लेकर डीआईजी, आईजी और एडीजी बनने तक के सफर में गुप्तेश्वर पांडेय प्रदेश के 26 जिलों में काम कर चुके हैं. 1993-94 में वे बेगूसराय और 1995-96 में जहानाबाद के एसपी रह चुके हैं. इन दोनों जिलों में अपने कार्यकाल के दौरान अपराधियों का खात्मा कर दिया था. वहीं, इन्हें कम्यूनिटी पुलिसिंग के लिए भी जाना जाता है.
सुशांत मामले में बेबाक तरीके से रखी थी अपनी बात
मुंबई में हुई एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमय मौत के मामले में पटना में एफआईआर दर्ज हुई थी. इसके बाद डीजीपी के निर्देश पर ही बिहार पुलिस की टीम को जांच के लिए मुंबई भेजा गया था. इस मामले में गुप्तेश्वर पांडेय ने अपनी बातों को बेबाक तरीके से सबके सामने रखा था और कई बार वो खुलकर मीडिया के सामने भी आए थे.