श्रीनगर : फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार का भी मानना है कि जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक गतिविधियां शुरू होनी चाहिए. ऐसे में स्थानीय नेताओं को रिहा किया जाना सकारात्मक कदम है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के नेताओं को रिहा किया जाना जरूरी है, जिससे स्थानीय लोगों के मुद्दों पर चर्चा की जा सके.
इससे पहले उन्होंने गुरुवार को अपने आवास एक बैठक बुलाई थी, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अली मोहम्मद सागर, अब्दुल रहीम राथर, मोहम्मद शफी उरी समेत कई अन्य नेताओं को आमंत्रित किया गया था.
बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी बैठक का उद्देश्य यह देखना था कि क्या हमारे लोग, जो 12 महीने से बंद हैं, अपने घरों से बाहर आ सकते हैं, क्योंकि सरकार ने कहा कि वह बंद हैं.
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उन्होंने कहा कि लोग आज सबसे दयनीय स्थिति में हैं. व्यवसाय खत्म हो गए हैं, पर्यटन बर्बाद हो चुका है. हर जगह पीड़ा है.
बता दें कि पांच अगस्त 2019 के बाद यह पहला मौका है जब जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दल की बैठक हुई.