कटक : ओडिशा के कटक जिले के जगतपुर शहर स्थित कोविड-19 अस्पताल में सोमवार को आग लग गई. हादसे के दौरान अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिलाओं और नवजातों समेत 127 मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
अग्निशमन सेवा के महानिदेशक सत्यजीत मोहंती ने बताया कि घटना में किसी जन-हानि की कोई सूचना नहीं है.
कटक के जिलाधिकारी भवानी शंकर चईनी ने कहा अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया और तत्काल अन्य कोविड देखाभल केंद्र में भेज दिया गया.
मध्य क्षेत्र के राजस्व संभागीय आयुक्त अनिल समल ने अस्पताल का दौरा करने के बाद मामले में प्रशासनिक जांच के आदेश दिए.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एनके दास ने भी अग्निशमन विभाग को दुर्घटना के कारणों पर एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.
एक डॉक्टर ने बताया कि अस्पताल की तीसरी मंजिल पर स्थित एक आईसीयू में आग लगी, जहां छह मरीज वेंटिलेंटर पर थे.
एक मरीज ने कहा धुआं बेहद घना था, इसलिए हमें इमारत से बाहर निकलने के लिए मोबाइल की फ्लैश लाइट का इस्तेमाल करना पड़ा.
अस्पताल के सूत्रों ने कहा कि हादसे के दौरान कम से कम 10 गर्भवती महिलाएं भी भर्ती थीं, जिनका कोविड-19 का इलाज चल रहा है.
चईनी ने कहा कि अस्पताल के कर्मचारियों ने सबसे पहले वेंटिलेटर पर भर्ती नाजुक हालत वाले मरीजों को बचाया और उसके बाद सभी तलों के वार्ड के मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
उन्होंने कहा कि एक बस और 12 एम्बुलेंस की मदद से सभी मरीजों को कटक और भुवनेश्वर के विभिन्न कोविड देखभाल केद्रों को भेजा गया.
मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुकांत शेट्टी ने कहा कि पांच दमकल वाहनों की सहायता से 10 मिनट के भीतर ही आग को काबू कर लिया गया.
उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही आग लगने के कारणों का पता चल सकेगा.
वहीं, कटक के पुलिस उपायुक्त, कटक नगर निगम के आयुक्त और जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी समेत वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा बचाव अभियान की निगरानी की.