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आंध्र में राजधानी को लेकर विरोध प्रदर्शन, सड़कों पर उतरे किसान और महिलाएं

आंध्र प्रदेश की तीन राजधानियां बनाने के सीएम जगनमोहन रेड्डी के विचार का राज्य में विरोध शुरू हो गया है. इस क्रम में गुरुवार को अमरावती में किसानों और महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इस मामले पर पुलिस ने पूर्व मंत्री देवी नैनी उमा सहित कई किसानों को हिरासत में ले लिया.

विरोध प्रदर्शन करते किसान
विरोध प्रदर्शन करते किसान
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Published : Dec 19, 2019, 6:30 PM IST

अमरावती : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी के इस बयान का राज्य में विरोध शुरू हो गया है कि राज्य की तीन राजधानियों के गठन की संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है.

सीएम के इस बयान के बाद वेलगापुडी और अमरावती के किसानों और महिलाओं ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही उन्होंने सरकार से मांग की कि अमरावती को ही राज्य की राजधानी रहने दिया जाए.

अमरावती में किसानों और महिलाओं का विरोध प्रदर्शन.

जगनमोहन ने मंगलवार को विधानसभा में एक चर्चा का जवाब देते हुए कहा था कि राज्य की तीन राजधानियां बनाई जा सकती हैं. इनमें अमरावती को विधान-संबंधी (लेजिस्लेटिव), विशाखापत्तनम को कार्यकारी (एग्जीक्यूटिव) और कर्नूल को न्यायिक (ज्यूडिशियल ) राजधानी के रूप में विकसित किया जा सकता है.

मुख्यमंत्री ने हालांकि यह भी कहा था कि अंतिम निर्णय केवल विशेषज्ञ समिति के रिपोर्ट के बाद ही लिया जाएगा

फिलहाल मुख्यमंत्री के बयान से ही राज्य में विरोध शुरू हो गया. प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना था कि सरकार के रवैये के कारण महिलाएं सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हुई.

किसानों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार राजधानी पर स्पष्ट बयान नहीं देती.

किसानों की मांग है की कि अगर सरकार अमरावती का विकास नहीं करती तो उनकी जमीनें वापस दे दी जाएं. 2015 में, जिस तरह उन्होंने अपनी जमीनें सरकार को दीं, उसी तरह सरकार उन्हें उनकी जमीनें वापस दे.

इस मामले पर किसानों ने हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसे कोर्ट ने मंजूरी दे दी है. राजधानी को लेकर उच्च न्यायालय ने क्राउन काउंटर नोटिस जारी किया है, जिसको चार सप्ताह के लिए स्थगित किया गया है.

पढ़ें- उत्तर प्रदेश में छह साल की बच्ची से दुष्कर्म के दोषी को अदालत ने सुनाई फांसी की सजा

बता दें कि सीएम के बयान को लेकर किसानों ने विजयवाड़ा, गोलापुड़ी केंद्र, राष्ट्रीय राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया. पूर्वमंत्री देवी नैनी उमा भी किसानों के समर्थन में उतर आईं..

फिलहाल पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे किसानों और देवी नैनी उमा को हिरासत में ले लिया.

इस बीच सीएम जगन द्वारा राजधानी के विकेंद्रीकरण संबंधी बयान के विरोध में विधानसभा में भी विरोध शुरू हो गया है. इस दौरान 29 गांवों को बंद किया गया. प्रदर्शन के चलते स्कूलों और दुकानों में बंदी देखने को मिली.

अमरावती : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी के इस बयान का राज्य में विरोध शुरू हो गया है कि राज्य की तीन राजधानियों के गठन की संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है.

सीएम के इस बयान के बाद वेलगापुडी और अमरावती के किसानों और महिलाओं ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही उन्होंने सरकार से मांग की कि अमरावती को ही राज्य की राजधानी रहने दिया जाए.

अमरावती में किसानों और महिलाओं का विरोध प्रदर्शन.

जगनमोहन ने मंगलवार को विधानसभा में एक चर्चा का जवाब देते हुए कहा था कि राज्य की तीन राजधानियां बनाई जा सकती हैं. इनमें अमरावती को विधान-संबंधी (लेजिस्लेटिव), विशाखापत्तनम को कार्यकारी (एग्जीक्यूटिव) और कर्नूल को न्यायिक (ज्यूडिशियल ) राजधानी के रूप में विकसित किया जा सकता है.

मुख्यमंत्री ने हालांकि यह भी कहा था कि अंतिम निर्णय केवल विशेषज्ञ समिति के रिपोर्ट के बाद ही लिया जाएगा

फिलहाल मुख्यमंत्री के बयान से ही राज्य में विरोध शुरू हो गया. प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना था कि सरकार के रवैये के कारण महिलाएं सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हुई.

किसानों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार राजधानी पर स्पष्ट बयान नहीं देती.

किसानों की मांग है की कि अगर सरकार अमरावती का विकास नहीं करती तो उनकी जमीनें वापस दे दी जाएं. 2015 में, जिस तरह उन्होंने अपनी जमीनें सरकार को दीं, उसी तरह सरकार उन्हें उनकी जमीनें वापस दे.

इस मामले पर किसानों ने हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसे कोर्ट ने मंजूरी दे दी है. राजधानी को लेकर उच्च न्यायालय ने क्राउन काउंटर नोटिस जारी किया है, जिसको चार सप्ताह के लिए स्थगित किया गया है.

पढ़ें- उत्तर प्रदेश में छह साल की बच्ची से दुष्कर्म के दोषी को अदालत ने सुनाई फांसी की सजा

बता दें कि सीएम के बयान को लेकर किसानों ने विजयवाड़ा, गोलापुड़ी केंद्र, राष्ट्रीय राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया. पूर्वमंत्री देवी नैनी उमा भी किसानों के समर्थन में उतर आईं..

फिलहाल पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे किसानों और देवी नैनी उमा को हिरासत में ले लिया.

इस बीच सीएम जगन द्वारा राजधानी के विकेंद्रीकरण संबंधी बयान के विरोध में विधानसभा में भी विरोध शुरू हो गया है. इस दौरान 29 गांवों को बंद किया गया. प्रदर्शन के चलते स्कूलों और दुकानों में बंदी देखने को मिली.

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AP CM Y.S.Jagan 3 capital cities for state satement in assembly is burning the state. Farmers who had giventheir lands for Amaravathi fired on the announcment and participating in hegitation. Velagapudi, Amaravathi, farmers and women came out and demanding that the capital continue to be in Amaravati. Farmers have complained that the government's attitude has forced women to take to the streets. It was made clear that the initiation will continue until the government makes a clear statement on the capital.

They demanded that their lands be given back if they do not develop Amaravathi. In 2015, how they given their lands and requested to be handed back as it is. Farmers approaced high court with petition. High Court and CRDA Counter have filed notices on the petition of the petitioners.which have previously filed the petition High Court. High Court, which has taken up the petition of the peasants. In the High Court on the capital, has issued notices to the Crown Counter and the High Court, which have adjourned the case for 4 weeks.

Farmers agitation at Vijayawada Gollapudi center...Protest at the National Highway on CM comments. Vehicles parked on either side of Vijayawada-Hyderabad road. Devineni Uma, the former minister supporting the farmers' agitation. Police disperse farmers who chanted on the road in Gollapudi.  Police detained former minister Deveeni Uma.  Police reinstated communal evacuation of farmers. 

In protest of the decentralization of capital in the CM Jagan Assembly ... Bandh has started in 29 villages of Amravati. Various schools and shops were closed voluntarily. Farmers are demanding that the government withdraw its announcement.

Conclusion:
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