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मानवता की मिसाल: कर्नाटक के एक परिवार ने किया मां का अंगदान

कर्नाटक के एक परिवार के सदस्यों ने मां की मौत के बाद फैसला लिया कि मां के अंगों को दान कर देना चाहिए. उसके बाद सभी जरूरी अंगों का अंगदान कर दिया.

शोक मनाते परिजन ( इनसर्ट में इंदिरा)
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Published : Sep 18, 2019, 5:49 PM IST

Updated : Oct 1, 2019, 2:19 AM IST

बेंगलुरूः कर्नाटक के एक परिवार के निर्णय से भविष्य में कई लोगों की जान बच सकती है. यहां परिवार ने अपनी मां की मौत के बाद उनके अंगों का दान कर दिया. जानकारी के मुताबिक 48 वर्षीय इंदिरा अचानक से बेहेश हो गईं और उसके कुछ समय बाद उनकी मौत हो गई.

इंदिरा कर्नाटक के रामनाथपुरम के परमकुडी की रहने वाली है. पति के मौत के बाद इंदिरा दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करने लगी. और परिवार का भरण पोषण करने लगी. इंदिरा को एक बेटा और चार बेटियां हैं.

बता दें कि कल रात इंदिरा अचानक अपने घर पर बेहोश हो गई. उसके बाद उन्हें परमकुडी के सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया. वहां पर डॉक्टर ने कहा कि ब्रेन डेड की वजह से मौत हो गई.

मौत की खबर सुनते ही उनके परिवार के सदस्यों ने इंदिरा के अंग दान करने का फैसला लिया और तुरंत लीवर, कीडनी, ह्रदय फेफड़ा समेत आंखों को दान कर दिया.

पढ़ेंः कर्नाटक : कैंसर और एड्स पीड़ितों को नई जिंदगी दे रहा ये किसान

इंदिरा के बेटे ने कहा कि हमें विश्वास नहीं हो रहा कि मेरी मां का मौत हो गईं है. उन्होंने पिता जी के गुजरने के बाद 13 साल से मजदूरी करके मुझे और मेरी बहनों की देखभाल की है.

बेंगलुरूः कर्नाटक के एक परिवार के निर्णय से भविष्य में कई लोगों की जान बच सकती है. यहां परिवार ने अपनी मां की मौत के बाद उनके अंगों का दान कर दिया. जानकारी के मुताबिक 48 वर्षीय इंदिरा अचानक से बेहेश हो गईं और उसके कुछ समय बाद उनकी मौत हो गई.

इंदिरा कर्नाटक के रामनाथपुरम के परमकुडी की रहने वाली है. पति के मौत के बाद इंदिरा दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करने लगी. और परिवार का भरण पोषण करने लगी. इंदिरा को एक बेटा और चार बेटियां हैं.

बता दें कि कल रात इंदिरा अचानक अपने घर पर बेहोश हो गई. उसके बाद उन्हें परमकुडी के सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया. वहां पर डॉक्टर ने कहा कि ब्रेन डेड की वजह से मौत हो गई.

मौत की खबर सुनते ही उनके परिवार के सदस्यों ने इंदिरा के अंग दान करने का फैसला लिया और तुरंत लीवर, कीडनी, ह्रदय फेफड़ा समेत आंखों को दान कर दिया.

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इंदिरा के बेटे ने कहा कि हमें विश्वास नहीं हो रहा कि मेरी मां का मौत हो गईं है. उन्होंने पिता जी के गुजरने के बाद 13 साल से मजदूरी करके मुझे और मेरी बहनों की देखभाल की है.

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Indira (48) from Dharmarajapuram, Paramakudi, Ramanathapuram district. she lost her husband and worked as a wage labourer. she have one son and four daughters. Indira, who suddenly fell unconscious at her house last night, was admitted to Paramakudi Government Hospital.



she was later admitted to a private hospital in Madurai for further medical examination. docters said, she lost as her life due to brain dead. 

so indra's family members decided to donated their mother's organs. then immediately donated the Indra's heart, lung, liver, kidney and eyes yesterday.



Indira's son said, "It makes everyone upset to our family members. we can't believe that she is dead. she was the only person who took care of me and my sisters for the past 13 years after my father lost'. 


Conclusion:
Last Updated : Oct 1, 2019, 2:19 AM IST
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