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कांग्रेस से BJP में शामिल हुए नेता को लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं, मिले संकेत - lok sabha 2019

बीजेपी में शामिल होने के बाद शर्मा को तेजपुर से चुनाव लड़ाने के संकेत मिल रहे थे हालांकि अमित शाह के बयान के बाद पूर्वोत्तर के नेता हिमंता के चुनाव लड़ने पर सस्पेंस पैदा हो गया है.

हिमंता बिस्वा शर्मा और अमित शाह.
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Published : Mar 22, 2019, 10:28 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने असम के नेता हिमंता बिस्वा शर्मा को लोकसभा चुनाव नहीं लड़ाने के संकेत दिए हैं. पार्टी प्रमुख अमित शाह ने शर्मा को सलाह दी है कि वे चुनाव न लड़कर पूर्वोत्तर में संगठन को लिए काम कर उसे मजबूती दें. राजनीतिक विशेषज्ञों ने इस फैसले को भाजपा के लिए हितकारी बताया है.

बता दें कि हिमंता बिस्वा शर्मा अगस्त, 2015 में बीजेपी में शामिल हुए. इससे पहले वे 2001-2015 तक कांग्रेस विधायक रहे थे. वे मई, 2016 से सर्बानंद सोनोवाल की कैबिनेट में मंत्री हैं.

ईटीवी भारत ने इस मुद्दे पर पूर्वोत्तर के राजनीतिक मुद्दों के विशेषज्ञ अनंत वर्मा से बातचीत की. उन्होंने कहा कि यह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा लिया गया एक सही निर्णय है. हिमंता शर्मा एक रणनीतिक राजनीतिज्ञ हैं और उनकी उपस्थिति पार्टी के लिए जमीनी स्तर पर बहुत आवश्यक है.

सुबिमल भट्टाचार्जी से बातचीत

बता दें, शाह ने कहा था कि हिमंत नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (NEDA) के अध्यक्ष हैं और वे पूर्वोत्तर के विकास के लिए और बेहतर काम कर सकते हैं और इस क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर ला सकते हैं.

इससे पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि हिमंता बिस्वा शर्मा तेजपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे.

सैम पित्रोदा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सुबिमल भट्टाचार्जी ने कहा कि आम चुनाव से पहले इस तरह के बयान से कांग्रेस को नुकसान हो सकता है, लेकिन कांग्रेस इस स्थिति को टालने की कोशिश करेगा.

सुबिमल भट्टाचार्जी से बातचीत.

अधिकांश पड़ोसी देशों के साथ भारत के संबंध का उल्लेख करते हुए सुबिमल ने कहा कि पाकिस्तान को छोड़कर, अधिकांश पड़ोसी देशों के साथ हमारे संबंध अच्छे हैं.

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने असम के नेता हिमंता बिस्वा शर्मा को लोकसभा चुनाव नहीं लड़ाने के संकेत दिए हैं. पार्टी प्रमुख अमित शाह ने शर्मा को सलाह दी है कि वे चुनाव न लड़कर पूर्वोत्तर में संगठन को लिए काम कर उसे मजबूती दें. राजनीतिक विशेषज्ञों ने इस फैसले को भाजपा के लिए हितकारी बताया है.

बता दें कि हिमंता बिस्वा शर्मा अगस्त, 2015 में बीजेपी में शामिल हुए. इससे पहले वे 2001-2015 तक कांग्रेस विधायक रहे थे. वे मई, 2016 से सर्बानंद सोनोवाल की कैबिनेट में मंत्री हैं.

ईटीवी भारत ने इस मुद्दे पर पूर्वोत्तर के राजनीतिक मुद्दों के विशेषज्ञ अनंत वर्मा से बातचीत की. उन्होंने कहा कि यह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा लिया गया एक सही निर्णय है. हिमंता शर्मा एक रणनीतिक राजनीतिज्ञ हैं और उनकी उपस्थिति पार्टी के लिए जमीनी स्तर पर बहुत आवश्यक है.

सुबिमल भट्टाचार्जी से बातचीत

बता दें, शाह ने कहा था कि हिमंत नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (NEDA) के अध्यक्ष हैं और वे पूर्वोत्तर के विकास के लिए और बेहतर काम कर सकते हैं और इस क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर ला सकते हैं.

इससे पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि हिमंता बिस्वा शर्मा तेजपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे.

सैम पित्रोदा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सुबिमल भट्टाचार्जी ने कहा कि आम चुनाव से पहले इस तरह के बयान से कांग्रेस को नुकसान हो सकता है, लेकिन कांग्रेस इस स्थिति को टालने की कोशिश करेगा.

सुबिमल भट्टाचार्जी से बातचीत.

अधिकांश पड़ोसी देशों के साथ भारत के संबंध का उल्लेख करते हुए सुबिमल ने कहा कि पाकिस्तान को छोड़कर, अधिकांश पड़ोसी देशों के साथ हमारे संबंध अच्छे हैं.

Intro:New Delhi: A day after Bharatiya Janata Party (BJP) chief Amit Shah has advised Assam minister Himanta Biswa Sharma not to contest Lok Sabha election, instead work for the party in Northeast, experts welcome the decision.


Body:"It's a right decision taken by BJP chief Amit Shah. Himanta Biswa Sharma is a strategic politician and his presence is much more needed at the grass root level of the party," said Anant Varma, an expert on Northeast political issues.

Ever since, Himanat left Congress and joined BJP, he took an active role in forming Governmnet in Manipur, Arunachal Pradesh and even in Assam.

He was tagged as a "strategist" for the saffron party in Northeast.

Echoing the same view, political and strategic affairs expert Subimal Bhattacharjee said that BJP is still working in northeast to consolidate itself. "As the election is approaching, dissension among the party leaders is happening. Many BJP leaders already left the party and joined NPP...In thisb situatiin Himanta's presence is very much needed," said Bhattacharjee.


Conclusion:On Thursday, BJP chief Amit Shah has suggested Himanta Biswa Sharma to work at the grass root level in Northeast. Shah opined that Himanta is the chairman of North East Democratic Alliance (NEDA) and he could go work more better for the development of Northeast and bring the region at the national level.

Earlier it was speculated that Himanta Biswa Sharma will contest from the Tezpur Lok Sabha seat represebting the saffron brigade.

end.

End.
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