मुंबई : तृणमुल कांग्रेस पार्टी के पूर्व सांसद और बंगाली सिनेमा के दिग्गज अभिनेता तपस पॉल का मंगलवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से लगभग 3.51 बजे 61 वर्ष की आयु में निधन हो गया.
परिवारिक सूत्रों ने बताया कि पॉल अपनी बेटी से मिलने मुम्बई गए थे. कोलकाता लौटते समय मुंबई हवाई अड्डे पर उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें जुहू के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां सुबह करीब चार बजे उनका निधन हो गया.
बता दें, उन्हें हृदय संबंधी बीमारियां थीं और पिछले दो साल से उनका इलाज चल रहा था.
पॉल कृष्णानगर से दो बार सांसद और अलीपुर से विधायक रह चुके हैं. उनके परिवार में पत्नी और एक बेटी है.
सीबीआई ने 2016 में रोज वैली चिटफंड मामले में उन्हें गिरफ्तार किया था और करीब 13 महीने बाद उन्हें जमानत मिली थी. इसके बाद से ही उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली थी.
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उन्होंने 'साहेब' (1981), 'परबत प्रिया' (1984), 'भालोबाशा भालोबाशा' (1985), 'अनुरागर चोयन' (1986) और 'अमर बंधन' (1986) जैसी कई हिट फिल्में दी. फिल्म 'साहेब' (1981) के लिए उन्हें 'फिल्मफेयर' पुरस्कार भी मिला था.
राजनैतिक जीवन में पॉल अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के सदस्य थे. वह अलीपुर से दो बार विधायक भी निर्वाचित हुए थे. बतौर सांसद 2009 से 2019 तक कृष्णानगर लोकसभा से निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए.
पॉल का विवादों से भी गहरा नाता रहा है. साल 2014 में पॉल एक वीडियो टेप में धमकी देते हुए पकड़ा गए थें, जिसमें कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य को धमका रहे थे. इसके अलावा सीबीआई ने 2016 में रोज वैली चिटफंड मामले में उन्हें गिरफ्तार किया था और करीब 13 महीने बाद उन्हें जमानत मिली थी. इसके बाद से ही उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली थी.