रायपुर : कोरोना वायरस से पूरी दुनिया लड़ाई लड़ रही है. सरकार तो सरकार बल्कि आम लोग भी इसमें अपना पूरा सहयोग दे रहे हैं. महामारी को हराने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. इन सबको देखते हुए छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के योगेश साहू ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लॉकडाउन के बीच एक रोबोट तैयार कर दिया, जो अस्पतालों में डॉक्टर्स के लिए मददगार साबित हो सकता है.
यह रोबोट महासमुंद के गुरुपारा निवासी इंजीनियरिंग के छात्र योगेश और उनके दोस्तों ने बनाया है. योगेश छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद टेक्निकल यूनिवर्सिटी (भिलाई) में बीई फाइनल ईयर का छात्र है, दोस्तों की इस टोली ने देशभर में लॉकडाउन लागू होने के बीच अपने घर पर रहकर कोरोना से लड़ने के लिए चलता-फिरता इलेक्ट्रानिक रोबोट बनाया है.
महज पांच हजार रुपये में बनाया रोबोट
योगेश ने बताया कि इस रोबोट को बनाने में पांच हजार रूपये का खर्च आया है. इसे बनाने में उसने सोशल साइट्स और दोस्तों की मदद ली है. इस रोबोट में मेटल सेट, पीवीसी पाइप, लकड़ी, मोटर, माइक्रोफोन, स्पीकर और इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड का उपयोग किया गया है, जो रोबोट किसी भी चीज को उठाकर एक जगह से दूसरी जगह ले जा सकता है. साथ ही मरीजों की देखभाल भी कर सकता है.
रोबोट को लेकर जिला अस्पताल के अधीक्षक का कहना है कि जिस प्रकार से कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है. उनकी सेवा में लगे डॉक्टर्स भी प्रभावित हो रहे हैं. ऐसे में यह मानव रहित यंत्र काफी कारगर साबित होगा. मरीजों के पास कम जाने की वजह से डॉक्टर भी संक्रमित होने से बचेंगे.
पढ़ें : भारत में 40 करोड़ लोग हो जाएंगे गरीब, 19 करोड़ की जा सकती है नौकरी
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए भारत में लॉकडाउन चल रहा है. ऐसे में जो डॉक्टर, नर्स अपनी जान की परवाह किए बिना कोरोना से पीड़ित की जो सेवा कर रहे हैं. उनके लिए मानव रहित यंत्र निश्चित ही काफी मददगार साबित हो सकता है.