श्रीनगर: जम्मू कश्मीर पुलिस ने सोमवार को बताया कि कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर प्रदेश में ईद उल अजहा का त्यौहार शांतिपूर्वक संपन्न हो गया और कश्मीर घाटी में कहीं भी गोलीबारी की कोई घटना नहीं हुई.
पुलिस महानिरीक्षक एस पी पाणी ने बताया कि जम्मू और कश्मीर प्रशासन शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और पुलिस इस दिशा में काम कर रही है .
उन्होंने कहा, 'अलग-अलग मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई और नमाज के बाद एकजुट लोग शांतिपूर्ण तरीके से रवाना हो गए. स्थानीय स्तर पर कानून और व्यवस्था की कुछ छोटी-मोटी घटनाएं हुई हैं, जिन्हें बहुत ही पेशेवर तरीके से संभाला गया है.'
अधिकारी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया, 'इन घटनाओं में, दो लोगों के घायल होने का पता चला है. अन्यथा पूरी घाटी की स्थिति शांतिपूर्ण है. मैं कश्मीर घाटी में कहीं भी गोलीबारी की किसी भी घटना का दृढ़ता से खंडन करता हूं.'
कानून व्यवस्था की स्थिति का हवाला देते हुए पाणी ने कहा कि कुछ गिरफ्तारियां हुई थी लेकिन ये कानून के दायरे में की गयी और सभी गिरफ्तार लोगों को अदालत के समक्ष पेश किया गया और कानूनी कदम उठाया गया.
पढ़ें: भारत में बकरीद की रौनक, जम्मू में 5000 लोगों ने पढ़ी नमाज, कश्मीर में भी शांति
उन्होंने कहा, 'इस समय हर जिले की अपनी प्राथमिकता है और यह स्थानीय हालात पर निर्भर करता है . सुरक्षाकर्मी व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं.'
आईजीपी ने कहा कि सोशल मीडिया पर द्वेषपूर्ण अभियान चलाया जा रहा है और इनकी विषयवस्तु का पुलिस ने पुरजोर खंडन किया है.
कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों से जुड़ी घटना के बारे में पाकिस्तानी पत्रकार के एक ट्वीट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, 'हम नागरिकों से अनुरोध करते हैं कि ऐसी चीजों पर ध्याना ना दें. हम दृढ़ता से इनका खंडन करते हैं.' पाणी ने कहा कि पाबंदी लगाने या इसमें ढील देना एक बहुआयामी प्रक्रिया है और स्थानीय हालात के मुताबिक प्रशासन इसमें कुछ छूट दे रहा है.