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NAMO टीवी मामला: आयोग ने केन्द्र से जानकारी मांगी, कांग्रेस का लोकतंत्र का गला घोंटने का आरोप

चुनाव आयोग ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय से जानकारी मांगी है. नरेन्द्र मोदी की तस्वीर वाले नमो टीवी को लांच करने के मामले में कांग्रेस और आप ने शिकायत की थी.

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Published : Apr 3, 2019, 11:06 PM IST

नई दिल्ली: चुनाव से पहले किसी राजनीतिक दल को टीवी चैनल शुरु करने की अनुमति देने के मामले में चुनाव आयोग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से विस्तृत जानकारी मांगी है. साथ ही कांग्रेस ने इस मामले में मोदी सरकार पर लोकतांत्रिक परंपराओं को नष्ट करने का आरोप लगाया है.

सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर वाले नमो टीवी को लांच करने के मामले में कांग्रेस और आप की शिकायत पर मंत्रालय से मामले के तथ्यों से अवगत कराने को कहा है. आप और कांग्रेस ने चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद पहले चरण के 11 अप्रैल को होने वाले चुनाव से ठीक पहले नमो चैनल शुरु करने की इजाजत देने की शिकायत करते हुये इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया है.

कांग्रेस ने मोदी सरकार पर लोकतंत्र का गला घोंटने का आरोप लगाते हुये कहा कि चुनाव आयोग को इस पर अंकुश लगाना चाहिए.

और किताना हनन करेंगे मोदी....
NAMO टीवी के संदर्भ में कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'प्रजातंत्र की कितनी परिपाटियों को अपने पांव और अहंकार के नीचे तोड़ेंगे और मरोड़ेंगे मोदी जी आप? संविधान और कानून का इतनी निर्लज्जता से कितनी बार और उल्लंघन करेंगे मोदी जी आप? इस देश में संस्थानों और संस्थाओं समेत चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं के, मंत्रालयों के अधिकारों का कितना और हनन करेंगे?'

बीजेपी ने चैनल से खुद को दूर रखा
इस बीच भाजपा ने इस चैनल के मालिकाना हक से खुद को दूर रखा है. हालांकि पार्टी ने ट्विटर पर मोदी के चुनाव अभियान का हवाला देकर लोगों से इस चैनल को देखने की अपील जरूर की है.


केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी ट्वीट कर लोगों से नमो टीवी देखने की अपील की है. भाजपा की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गयी.

AAP और कांग्रेस ने की शिकायत
आयोग से की गयी शिकायत में आप और कांग्रेस ने आयोग से पूछा था कि क्या इस चैनल को शुरु करने की इजाजत ली गयी? चैनल के लोगो में मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है और इस पर मोदी के भाषणों का प्रसारण किया जा रहा है.

टीवी चैनल चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन
इस चैनल का प्रसारण डीटीएस और विभिन्न केबल टीवी प्लेटफॉर्म पर हो रहा है. इस पर मोदी और अन्य भाजपा नेताओं के साक्षात्कार प्रसारित होते हैं. आप ने शिकायत में कहा था कि अगर राजनीतिक दलों को टीवी चैनल शुरु करने की इजाजत दी जाती है तो क्या इससे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं होगा.

आयोग ने इजाजत नहीं दी तो कार्रवाई क्यों नहीं...
शिकायत में यह भी पूछा गया है कि चुनाव आचार संहिता के दौरान किसी राजनीतिक दल को उसका अपना टीवी चैनल शुरु करने की इजाजत देना क्या आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है? अगर आयोग ने इसकी इजाजत नहीं दी है तो इस पर क्या कार्रवाई की गयी.

'मैं भी चौकीदार' कार्यक्रम पर मांगा जवाब
आयोग ने मंत्रालय को इस मामले से जुड़े तथ्यों से अवगत कराने को कहा है. इसके अलावा आयोग ने दूरदर्शन से भी 31 मार्च को मोदी के 'मैं भी चौकीदार' कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करने के मामले में जवाब मांगा है. आयोग ने कांग्रेस की एक अन्य शिकायत पर यह कार्रवाई की है.

नई दिल्ली: चुनाव से पहले किसी राजनीतिक दल को टीवी चैनल शुरु करने की अनुमति देने के मामले में चुनाव आयोग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से विस्तृत जानकारी मांगी है. साथ ही कांग्रेस ने इस मामले में मोदी सरकार पर लोकतांत्रिक परंपराओं को नष्ट करने का आरोप लगाया है.

सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर वाले नमो टीवी को लांच करने के मामले में कांग्रेस और आप की शिकायत पर मंत्रालय से मामले के तथ्यों से अवगत कराने को कहा है. आप और कांग्रेस ने चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद पहले चरण के 11 अप्रैल को होने वाले चुनाव से ठीक पहले नमो चैनल शुरु करने की इजाजत देने की शिकायत करते हुये इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया है.

कांग्रेस ने मोदी सरकार पर लोकतंत्र का गला घोंटने का आरोप लगाते हुये कहा कि चुनाव आयोग को इस पर अंकुश लगाना चाहिए.

और किताना हनन करेंगे मोदी....
NAMO टीवी के संदर्भ में कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'प्रजातंत्र की कितनी परिपाटियों को अपने पांव और अहंकार के नीचे तोड़ेंगे और मरोड़ेंगे मोदी जी आप? संविधान और कानून का इतनी निर्लज्जता से कितनी बार और उल्लंघन करेंगे मोदी जी आप? इस देश में संस्थानों और संस्थाओं समेत चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं के, मंत्रालयों के अधिकारों का कितना और हनन करेंगे?'

बीजेपी ने चैनल से खुद को दूर रखा
इस बीच भाजपा ने इस चैनल के मालिकाना हक से खुद को दूर रखा है. हालांकि पार्टी ने ट्विटर पर मोदी के चुनाव अभियान का हवाला देकर लोगों से इस चैनल को देखने की अपील जरूर की है.


केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी ट्वीट कर लोगों से नमो टीवी देखने की अपील की है. भाजपा की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गयी.

AAP और कांग्रेस ने की शिकायत
आयोग से की गयी शिकायत में आप और कांग्रेस ने आयोग से पूछा था कि क्या इस चैनल को शुरु करने की इजाजत ली गयी? चैनल के लोगो में मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है और इस पर मोदी के भाषणों का प्रसारण किया जा रहा है.

टीवी चैनल चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन
इस चैनल का प्रसारण डीटीएस और विभिन्न केबल टीवी प्लेटफॉर्म पर हो रहा है. इस पर मोदी और अन्य भाजपा नेताओं के साक्षात्कार प्रसारित होते हैं. आप ने शिकायत में कहा था कि अगर राजनीतिक दलों को टीवी चैनल शुरु करने की इजाजत दी जाती है तो क्या इससे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं होगा.

आयोग ने इजाजत नहीं दी तो कार्रवाई क्यों नहीं...
शिकायत में यह भी पूछा गया है कि चुनाव आचार संहिता के दौरान किसी राजनीतिक दल को उसका अपना टीवी चैनल शुरु करने की इजाजत देना क्या आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है? अगर आयोग ने इसकी इजाजत नहीं दी है तो इस पर क्या कार्रवाई की गयी.

'मैं भी चौकीदार' कार्यक्रम पर मांगा जवाब
आयोग ने मंत्रालय को इस मामले से जुड़े तथ्यों से अवगत कराने को कहा है. इसके अलावा आयोग ने दूरदर्शन से भी 31 मार्च को मोदी के 'मैं भी चौकीदार' कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करने के मामले में जवाब मांगा है. आयोग ने कांग्रेस की एक अन्य शिकायत पर यह कार्रवाई की है.

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