ETV Bharat / bharat

डीआरडीओ का 'अभ्यास' सफल, रक्षा मंत्री ने की सराहना

डीआरडीओ ने एयर व्हीकल 'अभ्यास' का सफल उड़ान परीक्षण किया है. रक्षा मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि ओडिशा के बालासोर में अंतरिम टेस्ट रेंज में सफलतापूर्वक 'अभ्यास' का फ्लाइट परीक्षण किया गया.

abhyas flight test
अभ्यास
author img

By

Published : Sep 22, 2020, 8:54 PM IST

नई दिल्ली : रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने 'अभ्यास' (ABHYAS) का सफल उड़ान परीक्षण किया. हाई-स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट (HEAT) एयर व्हीकल का परीक्षण ओडिशा के बालासोर में अंतरिम टेस्ट रेंज में किया गया. रक्षा मंत्राल ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'अभ्यास' के सफल उड़ान परीक्षण के लिए डीआरडीओ और अन्य साझेदारों की सराहना की है. राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि इसका उपयोग विभिन्न मिसाइल प्रणालियों के मूल्यांकन के लिए एक लक्ष्य के रूप में किया जा सकता है.

'अभ्यास' को डीआरडीओ के एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (ADE) द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है. इस एयर वाहन को ट्विन अंडरस्लैंग बूस्टर का उपयोग करके लॉन्च किया गया है. 'अभ्यास' का परीक्षण कई रडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिक सिस्टम की सहायता से परखा गया. इस दौरान 'अभ्यास' की परफॉर्मेंस सही पाई गई.

  • The DRDO achieved a milestone today with the successful flight test of ABHYAS - High Speed Expandable Aerial Target from ITR Balasore. This can be used as a target for evaluation of various Missile systems. Congratulations to @DRDO_India & other stakeholders for this achievement.

    — Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

रिपोर्ट के मुताबिक, बिना पायलट के इस एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल कई तरह की मिसाइल्स को टेस्ट करने में किया जाएगा.

इसके अलावा 'अभ्यास' का इस्‍तेमाल विभिन्न मिसाइल्स और एयरक्राफ्टस का पता लगाने में किया जा सकता है.

'अभ्यास' एक छोटे गैस टरबाइन इंजन से संचालित होता है और नेविगेशन के लिए एमईएमएस आधारित इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम (आईएनएस) पर काम करता है.

डीआरडीओ के अनुसार, नवीनतम तकनीक से लैस यह एक बेहतरीन एयरक्राफ्ट है, जो देश की रक्षा प्रणाली को मजबूती देगा.

इस वाहन को पूरी तरह से ऑटोमेटिक उड़ान के लिए क्रमादेशित (प्रोग्राम्ड) किया गया है. एयर व्हीकल की जांच लैपटॉप आधारित ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन (GCS) का उपयोग करके की जाती है.

नई दिल्ली : रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने 'अभ्यास' (ABHYAS) का सफल उड़ान परीक्षण किया. हाई-स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट (HEAT) एयर व्हीकल का परीक्षण ओडिशा के बालासोर में अंतरिम टेस्ट रेंज में किया गया. रक्षा मंत्राल ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'अभ्यास' के सफल उड़ान परीक्षण के लिए डीआरडीओ और अन्य साझेदारों की सराहना की है. राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि इसका उपयोग विभिन्न मिसाइल प्रणालियों के मूल्यांकन के लिए एक लक्ष्य के रूप में किया जा सकता है.

'अभ्यास' को डीआरडीओ के एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (ADE) द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है. इस एयर वाहन को ट्विन अंडरस्लैंग बूस्टर का उपयोग करके लॉन्च किया गया है. 'अभ्यास' का परीक्षण कई रडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिक सिस्टम की सहायता से परखा गया. इस दौरान 'अभ्यास' की परफॉर्मेंस सही पाई गई.

  • The DRDO achieved a milestone today with the successful flight test of ABHYAS - High Speed Expandable Aerial Target from ITR Balasore. This can be used as a target for evaluation of various Missile systems. Congratulations to @DRDO_India & other stakeholders for this achievement.

    — Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

रिपोर्ट के मुताबिक, बिना पायलट के इस एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल कई तरह की मिसाइल्स को टेस्ट करने में किया जाएगा.

इसके अलावा 'अभ्यास' का इस्‍तेमाल विभिन्न मिसाइल्स और एयरक्राफ्टस का पता लगाने में किया जा सकता है.

'अभ्यास' एक छोटे गैस टरबाइन इंजन से संचालित होता है और नेविगेशन के लिए एमईएमएस आधारित इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम (आईएनएस) पर काम करता है.

डीआरडीओ के अनुसार, नवीनतम तकनीक से लैस यह एक बेहतरीन एयरक्राफ्ट है, जो देश की रक्षा प्रणाली को मजबूती देगा.

इस वाहन को पूरी तरह से ऑटोमेटिक उड़ान के लिए क्रमादेशित (प्रोग्राम्ड) किया गया है. एयर व्हीकल की जांच लैपटॉप आधारित ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन (GCS) का उपयोग करके की जाती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.