अमरावती : भारतीय सभ्यता में इंसानों का जानवरों से प्रेम, सम्मान और लगाव हमेशा से देखने को मिलता है. हमारे साथ रहने वाले जानवरों से भी हमें अपने परिवार के सदस्यों की तरह प्यार हो जाता है.
मालिक और जानवर के बीच कुछ ऐसा ही गहरा रिश्ता देखने को मिला आंध्र प्रदेश के अल्लागड्डा में, जहां टॉमी नाम के कुत्ते का उसके मालिक द्वारा विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार किया.
दरअसल आंध्र प्रदेश के आवुला भास्कर रेड्डी और लता रेड्डी ने टॉमी नाम का कुत्ता पाल रखा था, जिसकी मौत 17 साल की उम्र में कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के चलते हो गई.
दंपती की अपनी कोई संतान नहीं है और वे कुत्ते को अपने बच्चे की तरह प्यार करते थे. वे टॉमी की मौत से काफी दुखी थे.
दंपती ने टॉमी को 17 साल तक अपने बच्चे की तरह पाला क्योंकि उनके कोई बच्चा नहीं था.
उन्होंने टॉमी का अंतिम यात्रा फूलों से सजी गाड़ी से गाजे बाजे के साथ निकाली. जैसे हिन्दू धर्म में किसी बुजुर्ग व्यक्ति की अंतिम यात्रा निकाली जाती है.
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शव को परंपरागत रूप से गलियों से ले जाया गया और कब्रिस्तान में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच उसका अंतिम संस्कार किया गया. टॉमी की अंतिम यात्रा में आस पड़ोस के लोग भी शामिल हुए.