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बंगाल के लिए NRC जरूरी है, भाजपा के सत्ता में आने पर दूंगा नैतिक समर्थन : दिलीप घोष

पश्चिम बंगाल से लगातार दूसरी बार राज्य भाजपा के अध्यक्ष चुने गए दिलिप घोष ने एनआरसी के नैतिक समर्थन की बात कही है. घोष ने यह बात एक साक्षात्कार में पूंछे गए सवाल पर कही. इस दौरान घोष ने पश्चिम बंगाल में होने वाले 2021 विधान सभा चुनाव में और नगर निगम चुनावों में जीत का किया है. पढ़ें विस्तार से.....

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दिलीप घोष भाजपा अध्यक्ष पश्चिम बंगाल
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Published : Jan 17, 2020, 11:56 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए एनआरसी जरूरी है और अगर 2021 के विधानसभा चुनावों में पार्टी

लगातार दूसरी बार राज्य भाजपा का अध्यक्ष चुने जाने के एक दिन बाद उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, कहा कि हर सभ्य देश के पास उसके नागरिकों की पंजी है.'फिर भारत के पास क्यों नहीं नागरिक पंजी हो?'

उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का कहना है कि केंद्र सरकार ने नागरिक पंजी पर चर्चा नहीं की है.

विवादास्पद टिप्पणियों के लिए चर्चा में रहने वाले घोष ने कहा कि 'अगर इससे पार्टी को मदद मिलती है. वह अपनी बात कहते रहेंगे. इससे पहले उन्होंने कहा था कि सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को 'कुत्ते की तरह गोली मार दी गई.'

उन्होंने कहा, 'कोई भी मेरा मुंह नहीं बंद कर पाएगा भले ही इससे विवाद पैदा होता हो.'

55 वर्षीय नेता ने पश्चिम बंगाल में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव और कोलकाता नगर निगम सहित 109 नगर निगमों में होने वाले निकाय चुनावों में भी जीत हासिल करने का विश्वास जताया.

पढ़ें- गोली मारने का बयान देने वाले दिलीप घोष दोबारा चुने गए बंगाल भाजपा के अध्यक्ष

नगर निकाय चुनाव को विधानसभा चुनावों की तरह देखा जा रहा है.

पार्टी के राज्य प्रमुख के तौर पर पहले कार्यकाल में भाजपा को ऊंचाई देने के लिए जाने जाने वाले घोष को बृहस्पतिवार को फिर से तीन वर्षों के लिए अध्यक्ष चुना गया.

यह पूछने पर कि क्या 2021 में बंगाल में सत्ता में आने पर भाजपा एनआरसी लागू करेगी तो घोष ने कहा कि पार्टी इसका नैतिक रूप से समर्थन करेगी.

उन्होंने कहा, 'अभी तक केंद्र में एनआरसी पर चर्चा नहीं हुई है. हमने कहा था कि चूंकि उच्चतम न्यायालय ने असम में एनआरसी अद्यतन का आदेश दिया था, इसे बंगाल में भी लागू करने की जरूरत है क्योंकि राज्य में घुसपैठ की दर काफी ज्यादा है.'

विवादास्पद बयानों के बारे में पूछे जाने पर घोष ने कहा कि वह कभी भी विवादित बयान नहीं देते, केवल सच बोलते हैं.

पढ़ें- 'गोली मारने' के बयान पर घिरे दिलीप घोष, ममता ने कहा- शर्मनाक, सुप्रियो बोले- गैरजिम्मेदाराना

उन्होंने कहा, 'मैं जो भी सही समझता हूं और जो सच है, वह मैं कहना जारी रखूंगा. मैं विवादास्पद बयान नहीं देता, लोग मेरे बयान पर विवाद पैदा कर देते हैं. अगर आक्रामक तरीके से खेलने में मेरी पार्टी को मदद मिलती है तो मैं ऐसा करना जारी रखूंगा. कोई मुझे शांत नहीं करा सकता. मैं अपने विचारों पर टिका रहूंगा.'

यह पूछने पर कि बनर्जी के खिलाफ भाजपा के पास मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं है तो उन्होंने कहा कि यह छिपा नहीं रहेगा.

तृणमूल कांग्रेस से बड़ी संख्या में नेताओं के कथित तौर पर पार्टी छोड़ने के बारे में पूछे जाने पर घोष ने कहा कि कई नेता भाजपा के संपर्क में हैं लेकिन पार्टी में आने के लिए उचित अवसर की ताक में हैं.

पीटीआई.

कोलकाता : पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए एनआरसी जरूरी है और अगर 2021 के विधानसभा चुनावों में पार्टी

लगातार दूसरी बार राज्य भाजपा का अध्यक्ष चुने जाने के एक दिन बाद उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, कहा कि हर सभ्य देश के पास उसके नागरिकों की पंजी है.'फिर भारत के पास क्यों नहीं नागरिक पंजी हो?'

उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का कहना है कि केंद्र सरकार ने नागरिक पंजी पर चर्चा नहीं की है.

विवादास्पद टिप्पणियों के लिए चर्चा में रहने वाले घोष ने कहा कि 'अगर इससे पार्टी को मदद मिलती है. वह अपनी बात कहते रहेंगे. इससे पहले उन्होंने कहा था कि सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को 'कुत्ते की तरह गोली मार दी गई.'

उन्होंने कहा, 'कोई भी मेरा मुंह नहीं बंद कर पाएगा भले ही इससे विवाद पैदा होता हो.'

55 वर्षीय नेता ने पश्चिम बंगाल में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव और कोलकाता नगर निगम सहित 109 नगर निगमों में होने वाले निकाय चुनावों में भी जीत हासिल करने का विश्वास जताया.

पढ़ें- गोली मारने का बयान देने वाले दिलीप घोष दोबारा चुने गए बंगाल भाजपा के अध्यक्ष

नगर निकाय चुनाव को विधानसभा चुनावों की तरह देखा जा रहा है.

पार्टी के राज्य प्रमुख के तौर पर पहले कार्यकाल में भाजपा को ऊंचाई देने के लिए जाने जाने वाले घोष को बृहस्पतिवार को फिर से तीन वर्षों के लिए अध्यक्ष चुना गया.

यह पूछने पर कि क्या 2021 में बंगाल में सत्ता में आने पर भाजपा एनआरसी लागू करेगी तो घोष ने कहा कि पार्टी इसका नैतिक रूप से समर्थन करेगी.

उन्होंने कहा, 'अभी तक केंद्र में एनआरसी पर चर्चा नहीं हुई है. हमने कहा था कि चूंकि उच्चतम न्यायालय ने असम में एनआरसी अद्यतन का आदेश दिया था, इसे बंगाल में भी लागू करने की जरूरत है क्योंकि राज्य में घुसपैठ की दर काफी ज्यादा है.'

विवादास्पद बयानों के बारे में पूछे जाने पर घोष ने कहा कि वह कभी भी विवादित बयान नहीं देते, केवल सच बोलते हैं.

पढ़ें- 'गोली मारने' के बयान पर घिरे दिलीप घोष, ममता ने कहा- शर्मनाक, सुप्रियो बोले- गैरजिम्मेदाराना

उन्होंने कहा, 'मैं जो भी सही समझता हूं और जो सच है, वह मैं कहना जारी रखूंगा. मैं विवादास्पद बयान नहीं देता, लोग मेरे बयान पर विवाद पैदा कर देते हैं. अगर आक्रामक तरीके से खेलने में मेरी पार्टी को मदद मिलती है तो मैं ऐसा करना जारी रखूंगा. कोई मुझे शांत नहीं करा सकता. मैं अपने विचारों पर टिका रहूंगा.'

यह पूछने पर कि बनर्जी के खिलाफ भाजपा के पास मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं है तो उन्होंने कहा कि यह छिपा नहीं रहेगा.

तृणमूल कांग्रेस से बड़ी संख्या में नेताओं के कथित तौर पर पार्टी छोड़ने के बारे में पूछे जाने पर घोष ने कहा कि कई नेता भाजपा के संपर्क में हैं लेकिन पार्टी में आने के लिए उचित अवसर की ताक में हैं.

पीटीआई.

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बंगाल के लिए एनआरसी जरूरी है, भाजपा के सत्ता में आने पर नैतिक समर्थन दूंगा : दिलीप घोष

कोलकाता, 17 जनवरी (भाषा) पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए एनआरसी जरूरी है और अगर 2021 के विधानसभा चुनावों में पार्टी सत्ता में आती है तो वह इसका 'नैतिक समर्थन' करेगी.



देश में एनआरसी लागू करने के पक्षधर घोष ने कहा कि हर सभ्य देश के पास उसके नागरिकों की पंजी है.

लगातार दूसरी बार राज्य भाजपा का अध्यक्ष चुने जाने के एक दिन बाद उन्होंने ‘पीटीआई’ को दिए साक्षात्कार में कहा, 'फिर भारत के पास क्यों नहीं नागरिक पंजी हो?'

उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का कहना है कि केंद्र सरकार ने नागरिक पंजी पर चर्चा नहीं की है.

विवादास्पद टिप्पणियों के लिए चर्चा में रहने वाले घोष ने कहा कि वह अपनी बात कहते रहेंगे 'अगर इससे पार्टी को मदद मिलती है.' उन्होंने कहा था कि सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को 'कुत्ते की तरह गोली मार दी गई.'

उन्होंने कहा, 'कोई भी मेरा मुंह नहीं बंद कर पाएगा भले ही इससे विवाद पैदा होता हो.'

55 वर्षीय नेता ने पश्चिम बंगाल में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव और कोलकाता नगर निगम सहित 109 नगर निगमों में होने वाले निकाय चुनावों में भी जीत हासिल करने का विश्वास जताया.

नगर निकाय चुनाव को विधानसभा चुनावों की तरह देखा जा रहा है.

पार्टी के राज्य प्रमुख के तौर पर पहले कार्यकाल में भाजपा को ऊंचाई देने के लिए जाने जाने वाले घोष को बृहस्पतिवार को फिर से तीन वर्षों के लिए अध्यक्ष चुना गया.

यह पूछने पर कि क्या 2021 में बंगाल में सत्ता में आने पर भाजपा एनआरसी लागू करेगी तो घोष ने कहा कि पार्टी इसका नैतिक रूप से समर्थन करेगी.

उन्होंने कहा, 'अभी तक केंद्र में एनआरसी पर चर्चा नहीं हुई है. हमने कहा था कि चूंकि उच्चतम न्यायालय ने असम में एनआरसी अद्यतन का आदेश दिया था, इसे बंगाल में भी लागू करने की जरूरत है क्योंकि राज्य में घुसपैठ की दर काफी ज्यादा है.'

विवादास्पद बयानों के बारे में पूछे जाने पर घोष ने कहा कि वह कभी भी विवादित बयान नहीं देते, केवल सच बोलते हैं.

उन्होंने कहा, 'मैं जो भी सही समझता हूं और जो सच है, वह मैं कहना जारी रखूंगा. मैं विवादास्पद बयान नहीं देता, लोग मेरे बयान पर विवाद पैदा कर देते हैं. अगर आक्रामक तरीके से खेलने में मेरी पार्टी को मदद मिलती है तो मैं ऐसा करना जारी रखूंगा. कोई मुझे शांत नहीं करा सकता. मैं अपने विचारों पर टिका रहूंगा.'

यह पूछने पर कि बनर्जी के खिलाफ भाजपा के पास मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं है तो उन्होंने कहा कि यह छिपा नहीं रहेगा.

तृणमूल कांग्रेस से बड़ी संख्या में नेताओं के कथित तौर पर पार्टी छोड़ने के बारे में पूछे जाने पर घोष ने कहा कि कई नेता भाजपा के संपर्क में हैं लेकिन पार्टी में आने के लिए उचित अवसर की ताक में हैं.


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