श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को कहा कि वह सोशल मीडिया नेटवर्क का दुरुपयोग होने पर कार्रवाई करेगी. घाटी में हिंसा भड़काने के लिए कथित तौर पर सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जाता रहा है.
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'हमारे पास सबूत हैं कि वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) के जरिए आतंकवादियों को कुछ स्थानों पर हमले के लिए कहने की खातिर सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जा रहा था. हम प्राथमिकता के आधार पर सोशल मीडिया के इस तरह के दुरुपयोग को निशाना बना रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 14 जनवरी को एक आदेश जारी करते हुए सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया था लेकिन पुलिस केवल उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है जो इसका दुरुपयोग कर रहे थे.
सिंह ने कहा, 'हम आपके साथ (व्हाट्सएप से) जानकारी साझा कर रहे हैं, जिसका अर्थ है कि हम जानते हैं कि आप इसका उपयोग कर रहे हैं. हम सोशल मीडिया के उपयोग पर नजर रख रहे हैं और इसका दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.'
डीजीपी सोशल मीडिया के उपयोग पर प्रतिबंध के बावजूद बुधवार को अपने संवाददाता सम्मेलन सहित अन्य कार्यक्रमों के लिए आमंत्रण भेजने की खातिर पुलिस प्रवक्ता द्वारा व्हाट्सएप का उपयोग किए जाने पर पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे.
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इस बीच पुलिस महानिरीक्षक कश्मीर जोन विजय कुमार ने मीडिया में आई उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि वीपीएन का उपयोग करने पर 200 व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
कुमार ने कहा, 'हमने एक सामान्य प्राथमिकी दर्ज की है. 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने की रिपोर्ट बिल्कुल गलत है.'