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खाद्य सुरक्षा नियामक और NASVI करेगा रेहड़ी-पटरी खाद्य महोत्सव का आयोजन

एनएएसवीआई और एफएसएसएआई स्वस्थ खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देने के लिए रेहड़ी-पटरी खाद्य महोत्सव के दूसरे संस्करण का आयोजन करेगा. यह महोत्सव पांच दिन तक चलेगा. पढ़ें परी खबर...

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प्रतीकात्मक तस्वीर.
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Published : Dec 23, 2019, 11:51 PM IST

नई दिल्ली : सड़क किनारे रेहड़ी, खोमचा लगाकर खाने-पीने का सामान बेचने वालों के राष्ट्रीय संगठन नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया (एनएएसवीआई) और खाद्य सुरक्षा नियामक , भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) दोनों मिलकर 25-29 दिसंबर के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में खाद्य महोत्सव का आयोजन करेंगे.

ग्यारहवें राष्ट्रीय रेहड़ी-पटरी खाद्य महोत्सव का आयोजन यहां के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में किया जाएगा. इसमें लगभग 75,000 लोगों के इस महोत्सव में आने की उम्मीद है.

आयोजन के दौरान, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) स्वस्थ खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देने के लिए उपयुक्त भोजन करने को लेकर मेला (नेशनल ईट राईट मेला) के अपने दूसरे संस्करण का भी आयोजन करेगा.

एफएसएसएआई के सीईओ पवन कुमार अग्रवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'इस मेले के माध्यम से, हम अपने स्थानीय और सड़कों के किनारे रेहड़ी, खोमचे पर बिकने वाले भोजन को एक अलग और विशिष्ट पहचान देना चाहते हैं.'

उन्होंने कहा, 'हम खाद्य उत्पादों के सुधार, स्वास्थ्यवर्धक खाद्य संस्करणों के साथ-साथ टिकाऊ और संवर्धित पैकेजिंग समाधान जैसे नए क्षेत्रों के संदर्भ में नए प्रयोगों को दिखाने के लिए डिब्बाबंद खाद्य उद्योग को एक मंच प्रदान कर रहे हैं.'

मीडिया को जानकारी देते पवन कुमार अग्रवाल

अग्रवाल ने कहा कि इस महोत्सव में लोगों के लिए स्वादिष्ट भोजन, मनोरंजन और शिक्षा का पूरा का पूरा पैकेज उपलब्ध होगा.

स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन 26 दिसंबर को, खाद्य एवं पोषण के क्षेत्र में काम कर रहे एक शोध एवं के नेटवर्क, 'नेटवर्क फार फूड सेफ्टी एंड एप्लाईड न्यूट्रीशन' (नेट एससीओएफएएन) का शुभारंभ करेंगे.

पढ़ें : भारत में पहली बार स्नो शूइंग खेल, औली में व्यवसायियों के खिले चेहरे

नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया (एनएएसवीआई) के कार्यक्रम प्रमुख, संगीता सिंह ने कहा, 'इस महोत्सव ने वर्षों से विभिन्न स्ट्रीट वेंडिंग समुदायों को मुख्यधारा में लाने में मदद की है. हम पांच दिवसीय महोत्सव के दौरान लगभग 75,000 की लोगों के आने की उम्मीद कर रहे हैं.'

जानकारी देतीं संगीता सिंह

एनएएसवीआई के राष्ट्रीय समन्वयक अरविंद सिंह ने कहा कि लगभग रेहड़ी, पटरी पर खाने का सामान बेचने करीब 130 लोगों को अपने क्षेत्रीय व्यंजनों को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा.

पवन ने कहा कि दूध का सर्वे किया था तो पता चला कि दूध में एफ्लाटॉक्सिन-1 की मात्रा काफी कम पाई गई है. इससे बहुत सी बीमारी हो सकती हैं और यह देश के लिए गंभीर समस्या है.

उन्होंने कहा कि फीड नियंत्रण एफएसएसएआई के अंतर्गत नहीं आता है फिर भी हम इसके सुधार के लिए हमने निजी डायरी को विनियमित करने के लिए निर्देश जारी किए हैं और इसे एफएसएसएआई के तहत करने के लिए सरकार को पत्र लिखा है. हालांकि सरकार ने अभी तक इस पर निर्णय नहीं लिया है.

नई दिल्ली : सड़क किनारे रेहड़ी, खोमचा लगाकर खाने-पीने का सामान बेचने वालों के राष्ट्रीय संगठन नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया (एनएएसवीआई) और खाद्य सुरक्षा नियामक , भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) दोनों मिलकर 25-29 दिसंबर के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में खाद्य महोत्सव का आयोजन करेंगे.

ग्यारहवें राष्ट्रीय रेहड़ी-पटरी खाद्य महोत्सव का आयोजन यहां के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में किया जाएगा. इसमें लगभग 75,000 लोगों के इस महोत्सव में आने की उम्मीद है.

आयोजन के दौरान, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) स्वस्थ खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देने के लिए उपयुक्त भोजन करने को लेकर मेला (नेशनल ईट राईट मेला) के अपने दूसरे संस्करण का भी आयोजन करेगा.

एफएसएसएआई के सीईओ पवन कुमार अग्रवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'इस मेले के माध्यम से, हम अपने स्थानीय और सड़कों के किनारे रेहड़ी, खोमचे पर बिकने वाले भोजन को एक अलग और विशिष्ट पहचान देना चाहते हैं.'

उन्होंने कहा, 'हम खाद्य उत्पादों के सुधार, स्वास्थ्यवर्धक खाद्य संस्करणों के साथ-साथ टिकाऊ और संवर्धित पैकेजिंग समाधान जैसे नए क्षेत्रों के संदर्भ में नए प्रयोगों को दिखाने के लिए डिब्बाबंद खाद्य उद्योग को एक मंच प्रदान कर रहे हैं.'

मीडिया को जानकारी देते पवन कुमार अग्रवाल

अग्रवाल ने कहा कि इस महोत्सव में लोगों के लिए स्वादिष्ट भोजन, मनोरंजन और शिक्षा का पूरा का पूरा पैकेज उपलब्ध होगा.

स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन 26 दिसंबर को, खाद्य एवं पोषण के क्षेत्र में काम कर रहे एक शोध एवं के नेटवर्क, 'नेटवर्क फार फूड सेफ्टी एंड एप्लाईड न्यूट्रीशन' (नेट एससीओएफएएन) का शुभारंभ करेंगे.

पढ़ें : भारत में पहली बार स्नो शूइंग खेल, औली में व्यवसायियों के खिले चेहरे

नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया (एनएएसवीआई) के कार्यक्रम प्रमुख, संगीता सिंह ने कहा, 'इस महोत्सव ने वर्षों से विभिन्न स्ट्रीट वेंडिंग समुदायों को मुख्यधारा में लाने में मदद की है. हम पांच दिवसीय महोत्सव के दौरान लगभग 75,000 की लोगों के आने की उम्मीद कर रहे हैं.'

जानकारी देतीं संगीता सिंह

एनएएसवीआई के राष्ट्रीय समन्वयक अरविंद सिंह ने कहा कि लगभग रेहड़ी, पटरी पर खाने का सामान बेचने करीब 130 लोगों को अपने क्षेत्रीय व्यंजनों को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा.

पवन ने कहा कि दूध का सर्वे किया था तो पता चला कि दूध में एफ्लाटॉक्सिन-1 की मात्रा काफी कम पाई गई है. इससे बहुत सी बीमारी हो सकती हैं और यह देश के लिए गंभीर समस्या है.

उन्होंने कहा कि फीड नियंत्रण एफएसएसएआई के अंतर्गत नहीं आता है फिर भी हम इसके सुधार के लिए हमने निजी डायरी को विनियमित करने के लिए निर्देश जारी किए हैं और इसे एफएसएसएआई के तहत करने के लिए सरकार को पत्र लिखा है. हालांकि सरकार ने अभी तक इस पर निर्णय नहीं लिया है.

Intro:New Delhi: Come December 25, the national capital will be hosting a five day long street food festival where people can taste the street food of different states in one platform.


Body:The Food Safety and Standards Authority of India (FSSAI) and National Association of Street Food Vendors of India (NASVI) are jointly organising the national street food festival from December 25 to 29.

The five day long food festival will showcase the different ethnic and street foods available across India.

"Street food culture is also very important in Indian society. This five day long festival will showcase the different street foods available in India...It will also spread the awareness of healthy food," said FSSAI director Inoshi Sharma.

An interesting feature of the street food festival is that the the food vendors will be divided into four zones namely east, west, south and north.

"The idea behind creating four different zones is that people can enjoy and taste the street food of different states separately," said Sangeeta Singh, head of programmes of NASVI.

NASVI's naruonal coordinator Arbind Singh said that this five day peogramme will provide a complete food experience to families. "It's an opportunity to learn everything one needs to know about safe food and healthy diets, relish delicious street foods act.

It is expected that this street food festival would enable citizens to engage in dialogue and conversations with food visionaries and experts such as Chefs Ranveer Brar, Sanjeev Kapoor among others.


Conclusion:Interestingly, another key feature of this street food festival will be two special pavilions by FSAAI based on its mass outreach movement-"The Eat Right India." One would be consumer facing pavilion on the theme of 'Eat Healthy' and the other would focus on various aspects of 'Food Safety' and other related initiatives.

More than 100 street vendors from across India would get the opportunity to showcase their regional cuisines to thousands of visitors from various walks of life.

end.
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