नई दिल्ली : सड़क किनारे रेहड़ी, खोमचा लगाकर खाने-पीने का सामान बेचने वालों के राष्ट्रीय संगठन नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया (एनएएसवीआई) और खाद्य सुरक्षा नियामक , भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) दोनों मिलकर 25-29 दिसंबर के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में खाद्य महोत्सव का आयोजन करेंगे.
ग्यारहवें राष्ट्रीय रेहड़ी-पटरी खाद्य महोत्सव का आयोजन यहां के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में किया जाएगा. इसमें लगभग 75,000 लोगों के इस महोत्सव में आने की उम्मीद है.
आयोजन के दौरान, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) स्वस्थ खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देने के लिए उपयुक्त भोजन करने को लेकर मेला (नेशनल ईट राईट मेला) के अपने दूसरे संस्करण का भी आयोजन करेगा.
एफएसएसएआई के सीईओ पवन कुमार अग्रवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'इस मेले के माध्यम से, हम अपने स्थानीय और सड़कों के किनारे रेहड़ी, खोमचे पर बिकने वाले भोजन को एक अलग और विशिष्ट पहचान देना चाहते हैं.'
उन्होंने कहा, 'हम खाद्य उत्पादों के सुधार, स्वास्थ्यवर्धक खाद्य संस्करणों के साथ-साथ टिकाऊ और संवर्धित पैकेजिंग समाधान जैसे नए क्षेत्रों के संदर्भ में नए प्रयोगों को दिखाने के लिए डिब्बाबंद खाद्य उद्योग को एक मंच प्रदान कर रहे हैं.'
अग्रवाल ने कहा कि इस महोत्सव में लोगों के लिए स्वादिष्ट भोजन, मनोरंजन और शिक्षा का पूरा का पूरा पैकेज उपलब्ध होगा.
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन 26 दिसंबर को, खाद्य एवं पोषण के क्षेत्र में काम कर रहे एक शोध एवं के नेटवर्क, 'नेटवर्क फार फूड सेफ्टी एंड एप्लाईड न्यूट्रीशन' (नेट एससीओएफएएन) का शुभारंभ करेंगे.
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नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया (एनएएसवीआई) के कार्यक्रम प्रमुख, संगीता सिंह ने कहा, 'इस महोत्सव ने वर्षों से विभिन्न स्ट्रीट वेंडिंग समुदायों को मुख्यधारा में लाने में मदद की है. हम पांच दिवसीय महोत्सव के दौरान लगभग 75,000 की लोगों के आने की उम्मीद कर रहे हैं.'
एनएएसवीआई के राष्ट्रीय समन्वयक अरविंद सिंह ने कहा कि लगभग रेहड़ी, पटरी पर खाने का सामान बेचने करीब 130 लोगों को अपने क्षेत्रीय व्यंजनों को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा.
पवन ने कहा कि दूध का सर्वे किया था तो पता चला कि दूध में एफ्लाटॉक्सिन-1 की मात्रा काफी कम पाई गई है. इससे बहुत सी बीमारी हो सकती हैं और यह देश के लिए गंभीर समस्या है.
उन्होंने कहा कि फीड नियंत्रण एफएसएसएआई के अंतर्गत नहीं आता है फिर भी हम इसके सुधार के लिए हमने निजी डायरी को विनियमित करने के लिए निर्देश जारी किए हैं और इसे एफएसएसएआई के तहत करने के लिए सरकार को पत्र लिखा है. हालांकि सरकार ने अभी तक इस पर निर्णय नहीं लिया है.