नई दिल्ली : अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के आकस्मिक निधन पर डीटीयू परिवार ने गहन शोक जताया है. सुशांत सिंह राजपूत डीटीयू-डीसीई के 2003 बैच के होनहार छात्र थे. इंजीनियरिंग की पढ़ाई को बीच में ही छोड़कर अभिनय के क्षेत्र में कदम रखा था.
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के आकस्मिक निधन पर उनके डीटीयू परिवार (दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय) ने गहरा दुख प्रकट किया है. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत के आकस्मिक निधन से हम सब बेहद स्तब्ध और दुखी हैं. वह डीटीयू के एक होनहार छात्र रहे थे.
कुलपति ने बताया कि सुशांत राजपूत डीटीयू-डीसीई के 2003 बैच के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विद्यार्थी थे. उनके होनहार होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उस वक्त दाखिले के लिए उन्होने 7वां रैंक हासिल किया था. वह न केवल एक लोकप्रिय अभिनेता थे, बल्कि इस संस्थान के एक लोकप्रिय छात्र भी थे. वह डीटीयू में आते रहते थे. सितंबर 2019 में भी वह अपने प्रिय संस्थान डीटीयू में आए थे और उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर का दौरा करने के साथ ही विद्यार्थियों के साथ बातचीत करते हुए अपने संस्मरणों को भी सांझा किया था.
'डीटीयू दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़ा है'
कुलपति ने कहा कि 2009 में सुशांत सिंह राजपूत ने पवित्रा रिश्ता नाटक में मानव देशमुख के रूप में एक गंभीर और परिपक्व किरदार निभाया, जो अपने परिवार को सहारा देने के लिए एक स्कूटर मैकेनिक का काम करता था. इस धारावाहिक में उनके काम को इतनी व्यापक सराहना मिली कि उन्हें सर्वश्रेष्ठ पुरुष अभिनेता और सबसे लोकप्रिय अभिनेता के लिए तीन प्रमुख टेलीविजन पुरस्कार मिले.
इसके बाद काई पो चे से लेकर उन्होने अनेकों फिल्मों में शानदार भूमिकाएं निभाई. कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि उनका निधन विश्वविद्यालय परिवार के लिए बहुत बड़ी क्षति है. सम्पूर्ण डीटीयू परिवार भगवान से कामना करता है कि उन्हें अपने चरणों में स्थान दें और उनके परिवार को यह गहन दुख सहने की शक्ति प्रदान करें. समस्त डीटीयू परिवार की गहन संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं.