नई दिल्ली : दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की तबीयत खराब बताई जा रही है. उन्हें राजीव गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यहां स्वास्थ्य मंत्री में कोविड-19 जैसे लक्षण पाए जाने पर उनका कोरोना वायरस का परिक्षण भी कराया गया है.
बता दें, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को तेज बुखार है. बताया जा रहा है कि उन्हें काल रात से सांस लेने में भी थोड़ी दिक्कत हो रही थी. इसके बाद उन्हें राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया. तबीयत बिगड़ने के बाद सत्येंद्र जैन का कोरोना टेस्ट भी हुआ, जिसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है.
24 घंटों में 73 मौतें 1647 मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के अब तक कुल मामलों की संख्या 42829 हो चुकी है. इसके साथ ही यहां मौतों का आंकड़ा 1,400 पहुंच गया है. एक्टिव मामले 25,002 हैं. वहीं राजधानी में 16,427 लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं.
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. रोजाना इन मामलों में रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि हो रही है. अब तक संक्रमितों की संख्या 40 हजार के आंकड़े को भी पार कर चुकी है.
ऐसे में राजधानी में इसकी रोकथाम के लिए खास नियम बनाए गए हैं, जिसका उल्लंघन करने पर अब आपको जुर्माना या आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है.
मास्क नहीं पहनने पर लगेगा जुर्माना
यदि अब आप अपने घर से बाहर निकलते समय मास्क नहीं पहनेंगे, तो आपको 500 रुपए से एक रुपए तक का जुर्माना देना पड़ सकता है. इसके साथ ही नियम के मुताबिक, आपको सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा. सार्वजनिक जगह, कार्यालय, अस्पताल, मॉल, मार्केट आदि जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य है.
आप किसी भी सार्वजनिक जगह पर पान, गुटखा, तंबाकू आदि का सेवन नहीं कर सकते और इन्हें खाकर कही भी थूकना दंडनीय अपराध है.
लोग नहीं कर रहे नियमों का पालन
अनलॉक में लोगों को तमाम रियायतें मिलने के बाद सड़कों पर भीड़ नजर आने लगी है. बाजार और दुकानें खोल दी गई हैं, जिसके बाद लोग अपने घरों से निकल रहे हैं.
ऐसे में कई लोग ऐसे भी हैं जो महामारी से बचाव के लिए बनाए गए नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. उन्हीं लोगों के कारण राजधानी में कोरोना की तस्वीर और भयावह होती जा रही है. इसे लेकर सरकार ने अब यह कड़े नियम लागू किए हैं.
नए नियमों का लोगों ने किया स्वागत
वहीं आम लोग भी सरकार के द्वारा बनाए गए इन कड़े नियमों का स्वागत कर रहे हैं. हमने जब लोगों से बात की, तो लोगों का कहना है कि जरूरी है इस महामारी से बचाव के लिए जो गाइडलाइन है उसे माना जाए. लेकिन कई लोग इस बीमारी को लेकर सख्ती से नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं.
वह सार्वजनिक जगहों पर मास्क नहीं पहन रहे हैं, सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहे हैं, कहीं भी थूक रहे हैं. लेकिन अब यह नियम लागू होने के बाद शायद वह लोग सुधरेंगे.