नई दिल्ली : निजामुद्दीन स्थित मरकज से निकले लोगों में बड़े स्तर पर कोरोना संक्रमण फैला था. इससे जुड़े करीब 4000 ऐसे लोग हैं, जिन्हें मार्च के आखिरी हफ्ते में दिल्ली या दूसरे जगहों से पकड़ा गया था और इन सबकी जांच हुई थी. इनमें से हजार से अधिक लोग संक्रमित पाए गए थे, जिनका इलाज देश के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है. दिल्ली में कुछ जमाती कोरोना से ठीक हो गए हैं. इसके बाद केजरीवाल सरकार ने इन्हें घर भेजने का आदेश दिया है.
इनमें से जो लोग इलाजरत थे, उनमें से ज्यादातर लोग ठीक हो चुके हैं. उनकी कई स्तर की जांच हो चुकी है और अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं. ऐसे लोगों को दिल्ली सरकार ने घर जाने की इजाजत दे दी है. ऐसे लोगों की संख्या कितनी है, इस बारे में अभी तक सरकार की तरफ से आंकड़ा जारी नहीं किया गया है, लेकिन ईटीवी भारत के सूत्रों की मानें तो अस्पताल प्रशासन को सरकार ने अपने आदेश से अवगत करा दिया है.
पुलिस करे कार्रवाई
हालांकि इनमें से कई ऐसे भी लोग हैं, जिनपर मुकदमा हुआ है. दिल्ली सरकार की तरफ से कहा गया है कि जिनपर मुकदमा हुआ है, उन पर पुलिस कार्रवाई करे. दिल्ली के स्वास्थ्य और गृहमंत्री सत्येंद्र जैन की तरफ से यह आदेश दिया गया है. दिल्ली सरकार का यह आदेश ऐसे समय में आया है, जब बीते दिन ग्रेटर नोएडा में तबलीगी जमात से जुड़े पांच लोग पकड़े गए हैं.
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पकड़ से दूर मौलाना साद
बता दें कि जमात मामले ने देश ही नहीं विश्वभर में सुर्खियां बटोरी थी और इसे लेकर खूब सियासत भी हुई. मरकज के प्रमुख मौलाना साद अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं, हालांकि जमात से जुड़ी एक अलग तस्वीर तब सामने आई जब मुख्यमंत्री केजरीवाल द्वारा प्लाज्मा डोनेट करने की अपील पर जमात से जुड़े वह लोग खुलकर सामने आए, जो कोरोना को मात दे चुके थे.