नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने गुरुवार को दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को पार्टी मुख्यालय में तलब किया. इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन मंत्री बी.एल. संतोष के साथ तिवारी की लगातार तीन घंटे तक बैठक चली.
आलाकमान ने दिल्ली चुनाव में हार की समीक्षा करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष को निर्देश दिया. प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश मुख्यालय में बैठक बुलाकर मनोज तिवारी सभी नेताओं और उम्मीदवारों के साथ हार पर चर्चा करेंगे.
दरअसल भाजपा दिल्ली की हार को फिर से दोहराना नहीं चाहती, इसलिए हार के बाद भी मुख्य कारणों पर चर्चा कर रही है. हालांकि हार की जिम्मेदारी पार्टी किसी एक के ऊपर न डालकर सामूहिक रूप से ले रही है.
वहीं बैठक के बाद मनोज तिवारी ने मीडिया के सवालों पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया.
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हालांकि पार्टी आगामी बिहार और पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर व्यूह रचना में फंसती दिख रही है. पार्टी के अंदर ऐसे सवाल घुमड़ रहे हैं कि वह किन मुद्दों को लेकर आगे जाएगी. क्या हिन्दुत्व, राम मंदिर, अनुच्छेद 370 मुद्दा एक बार फिर ज्वलंत किया जाएगा या मोदी के नाम पर ही अगले चुनाव भी लड़े जाएंगे.
जहां तक मनोज तिवारी की बात है नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति तक उन्हें पद पर बने रहने की सलाह दी गई है क्योंकि उनका कार्यकाल पहले ही खत्म हो चुका है.