नई दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को प्रदूषण का स्तर अपने उच्चतम रिकॉर्ड पर दर्ज किया गया. सुबह आठ बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 443 दर्ज किया गया, जो कि 'गंभीर' श्रेणी में आता है. इसके साथ ही दिल्ली के सर्वाधिक प्रदूषित इलाकों में से एक आनंद विहार और नरेला का भी एयर क्वालिटी इंडेक्स क्रमश 468 और 486 दर्ज किया गया, जो दिल्ली वासियों के लिए चिंता का विषय है.
अभी और बढ़ेगा प्रदूषण
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के संबंध में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि मानसून के दौरान राजधानी दिल्ली में सामान्य से कम बारिश हुई, जिसके कारण प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. कम बारिश के कारण धूल के कण हवा में जमने लगे हैं. जिससे प्रदूषण के स्तर में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. साथ ही दिल्ली से सटे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं भी सामने आ रही है, जिस कारण भी प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हो रही है.
आने वाले दिनों में प्रदूषण के स्तर में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. क्योंकि ठंड के मौसम में दिल्ली से सटे पड़ोसी राज्यों में काफी मात्रा में पराली जलाई जा रही है. इसका साफ असर दिल्ली के बढ़ते प्रदूषण स्तर से देखा जा सकता है. साथ ही दिल्ली से सटे पड़ोसी राज्यों में कोयले से चलने वाली औद्योगिक इकाइयां भी निरंतर रूप से चल रही है. जिस से निकलने वाले धुएं के कारण दिल्ली में प्रदूषण की समस्या गंभीर होती जा रही है.
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क्षेत्रवार प्रदूषण का स्तर (PM2.5)
आनंद विहार | 468 |
आया नगर | 436 |
डीटीयू | 471 |
दिलशाद गार्डन | 452 |
आईटीओ | 460 |
जहांगीरपुरी | 491 |
लोधी रोड | 401 |
मंदिर मार्ग | 459 |
मुंडका | 467 |
द्वारका | 443 |
नजफगढ़ | 458 |
नरेला | 486 |
रोहिणी | 478 |