नई दिल्ली : कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणा से राज्यसभा सांसद के रूप में निर्विरोध चुना गया है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ से राज्यसभा के लिए कांग्रेस नेता फूलोदेवी नेताम और केटीएस तुलसी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. बिहार से राज्यसभा के लिए पांच सीटों पर उम्मीदवारों का निर्विरोध चयन हो गया है. सभी उम्मीदवारों को आज विधानसभा सचिव ने सर्टिफिकेट भी प्रदान कर दिया. इस मौके पर राजद की तरफ से तेजस्वी यादव और दूसरी तरफ से मंत्री श्रवण कुमार, मंगल पांडे सहित कई मंत्री मौजूद रहे.
बिहार
बिहार से राज्यसभा के पांच सीटों पर जेडीयू की तरफ से एक बार फिर से हरिवंश सिंह और रामनाथ ठाकुर निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं. उन्हें सर्टिफिकेट भी मिल गया. वहीं बीजेपी के विवेक ठाकुर को भी निर्विरोध निर्वाचन का सर्टिफिकेट दे दिया गया है. आरजेडी की तरफ से प्रेमचंद गुप्ता और एडी सिंह को निर्विरोध निर्वाचन का सर्टिफिकेट मिला है. 5 सीट के लिए पांच ही उम्मीदवार ने नॉमिनेशन किया था और इसलिए चुनाव की नौबत नहीं आई.
विधानसभा में बनी रही हलचल
राज्यसभा उम्मीदवार के नामांकन वापस लेने का आज अंतिम दिन था और तीन बजे के बाद समय समाप्त हो गया. सभी उम्मीदवारों को उसके बाद सर्टिफिकेट दिया गया. विधानसभा में इसको लेकर हलचल बनी रही. जहां एनडीए खेमे से जेडीयू, बीजेपी के कई मंत्री और दोनों पार्टी के नेता मौजूद थे तो वहीं आरजेडी की तरफ से भी नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव और बड़ी संख्या में विधायक भी मौजूद थे.
हरियाणा
कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणा से राज्यसभा सांसद के रूप में निर्विरोध चुना गया है.
छत्तीसगढ़
कांग्रेस ने फूलोदेवी नेताम और केटीएस तुलसी को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया था. केटीएस तुलसी जाने माने वकील हैं. जबकि फूलोदेवी नेताम छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं.
बता दें, केटीएस तुलसी रॉबर्ट वाड्रा केस में उनके वकील हैं. साथ ही वे भारत के पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता भी रह चुके हैं. तुलसी को पहली बार यूपीए सरकार के दौरान भारत के राष्ट्रपति ने 2014 में राज्यसभा के लिए मनोनीत किया था.
फूलो देवी नेताम वर्तमान में प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं. वे केशकाल के फरसगांव की रहने वाली हैं, फूलोदेवी नेताम केशकाल से विधायक रह चुकी हैं. बता दें कि 2009 में कांकेर से उन्होंने लोकसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन वे उस समय हार गई थी.