हैदराबाद : ओमान की खाड़ी में सैन्य अभ्यास के दौरान ईरानी नौसेना के पोत पर दुर्घटनावश उसकी अपनी ही मिसाइल गिरने से कम से कम 19 नौसैनिकों की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए. यह जानकारी ईरान की सेना ने दी. ऐसा पहली बार नहीं है जब वायुसेना ने अपने ही क्षेत्र, विमान और नौसेना पर गलती से हमला किया हो. इससे पहले भी बहुत सी भूलवश हुईं सैन्य कार्रवाई सामने आई हैं.
हाल ही में हुई इस तरह की घटनाओं पर एक नजर :
- 27.02. 2019 :
पिछले साल पाकिस्तान पर किए गए एयरस्ट्राइक के दौरान भारतीय वायुसेना का Mi 17 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस दुर्घटना में सेना के छह जवान मारे गए थे. मामले की जांच के बाद कोर्ट ने वायु सेना के पांच अधिकारियों को दोषी ठहराया था.
- 2017 :
उत्तरी सीरिया में अमेरिकी वायु सेना ने एसडीएफ सैनिकों पर बमबारी की, जिसमें 18 सैनिक मारे गए थे.
- जून 2014 :
अमेरिकी वायुसेना द्वारा 500 एलबी बम गिराए जाने से पांच अमेरिकियों और एक अफगान सैनिक की जान चली गई.
- 07.04.2003 :
अमेरिकी हवाई विमान ने कुर्दिश काफिले पर बमबारी की, जिसमें अमेरिका के विशेष बल समेत कम से कम 18 लोग मारे गए.
- 2003 :
अमेरिकी हवाई जहाजों द्वारा 90 अमेरिकी नौसैनिकों को मार गिराया गया. इस हमले का निर्देश मरीन एयर कंट्रोलर द्वारा दिया गया, जो इन्हें दुश्मन सेना समझकर भूल कर बैठा.
- अप्रैल 1994 :
अप्रैल 1994 में जब F-15 फाइटर जेट ने उत्तरी इराक के ऊपर नो फ्लाई जोन में दो अमेरिकी सैन्य ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टरों को मार गिराया. इसमें 26 सैनिक मारे गए.
- 17.02.1991 :
जब अमेरिकी वायुसेना के दो A 10 एयरक्राफ्ट ने अपने ही सेना वाहक पर हमला कर दिया, जिसमें नौ ब्रिटिश सैनिकों को मार दिया था.
- 24 अगस्त 1938 :
जापान के पांच लड़ाकू विमानों ने चीनी अमेरिकी विमान डीसी-2 को मार गिराया था. इस विमान ने हांगकांग से चीन के चांगकिंग के लिए उड़ान भरी थी. घटना में 14 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं अमेरिकी पायलट बच गया था. उस दौर में चीन और जापान के बीच युद्ध चल रहा था.
- 21 फरवरी 1973 :
लीबिया की राजधानी त्रिपोली से काहिरा जा रहे बोइंग 727-200 विमान को इजराइल से 21 फरवरी 1973 को सिनाई रेगिस्तान में मार गिराया था. हादसे में विमान में सवार 113 में से सिर्फ पांच लोग ही बच पाए थे.