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समाज की बेड़ियां तोड़कर बेटियों ने दी पिता की चिता को मुखाग्नि, निभाया बेटे का फर्ज - रणवीर गुप्ता को मुखाग्नि

बेटियां भी बेटों से कम नहीं हैं. इसका ताजा उदाहरण हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में देखने को मिला. यहां एक व्यक्ति की मृत्यु पर उसकी तीन बेटियों में से एक बेटी ने मुखाग्नि दी. लोगों में बेटियों के प्रति भावुकता भी झलक रही थी. जानें विस्तार से...

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बेटियों ने दी पिता की चिता को मुखाग्नि
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Published : Jan 18, 2020, 9:33 PM IST

सोलन: इस पिता की किस्मत में नियति ने बेशक बेटा नहीं लिखा लेकिन उसके लिए बेटी सचमुच अनमोल साबित हुई. जब तक रणवीर गुप्ता की सांस चलती रही, बेटी ने सेवा की और जब सांस ने साथ छोड़ दिया तो बेटी ने ही पिता के शव को मुखाग्नि दी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट.

यह मामला हिमाचल प्रदेश के जिले सोलन के अर्की उपमंडल का है, जहां एक व्यक्ति की मृत्यु पर उसकी तीन बेटियों में से एक बेटी द्वारा मुखाग्नि देने का दृश्य देखकर लोग भावुक हो गए.

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पिता की चिता को मुखाग्नि को देती बेटी

अर्की नगर पंचायत के वार्ड नंबर 5 के निवासी रणवीर गुप्ता का गत रात अपने निवास स्थान पर आकस्मिक निधन हो गया था.

जब उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाने लगा तो उनकी तीन बेटियों में से एक मंझली बेटी दिव्या गुप्ता लोगों के समझाने- बुझाने के बावजूद भी अपने पिता के शरीर को मुखाग्नि देने व कर्म करने के लिए दृढ़ रही, जिसके चलते लोगों को उसका कहना मानना पड़ा.

ये भी पढ़ें- हिमाचल : प्रेरक है शहीद मेजर सुधीर का शौर्य, शहादत के बाद मिला अशोक चक्र

यही नहीं मुखाग्नि देते समय उसकी दोनों बहनें भी उनके साथ रहीं और उन्होंने अपनी नम आंखों से अपने पिता को मुखाग्नि दी.

गौरतलब है कि इससे पहले भी अर्की उपमंडल मुख्यालय में एक बेटी द्वारा अपने पिता के शरीर को मुखाग्नि दी जा चुकी है.

वहीं लोगों द्वारा समाज की बेड़ियां तोड़कर बेटी द्वारा अपने पिता को मुखाग्नि दिए जाने की सराहना की जा रही है.

सोलन: इस पिता की किस्मत में नियति ने बेशक बेटा नहीं लिखा लेकिन उसके लिए बेटी सचमुच अनमोल साबित हुई. जब तक रणवीर गुप्ता की सांस चलती रही, बेटी ने सेवा की और जब सांस ने साथ छोड़ दिया तो बेटी ने ही पिता के शव को मुखाग्नि दी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट.

यह मामला हिमाचल प्रदेश के जिले सोलन के अर्की उपमंडल का है, जहां एक व्यक्ति की मृत्यु पर उसकी तीन बेटियों में से एक बेटी द्वारा मुखाग्नि देने का दृश्य देखकर लोग भावुक हो गए.

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पिता की चिता को मुखाग्नि को देती बेटी

अर्की नगर पंचायत के वार्ड नंबर 5 के निवासी रणवीर गुप्ता का गत रात अपने निवास स्थान पर आकस्मिक निधन हो गया था.

जब उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाने लगा तो उनकी तीन बेटियों में से एक मंझली बेटी दिव्या गुप्ता लोगों के समझाने- बुझाने के बावजूद भी अपने पिता के शरीर को मुखाग्नि देने व कर्म करने के लिए दृढ़ रही, जिसके चलते लोगों को उसका कहना मानना पड़ा.

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यही नहीं मुखाग्नि देते समय उसकी दोनों बहनें भी उनके साथ रहीं और उन्होंने अपनी नम आंखों से अपने पिता को मुखाग्नि दी.

गौरतलब है कि इससे पहले भी अर्की उपमंडल मुख्यालय में एक बेटी द्वारा अपने पिता के शरीर को मुखाग्नि दी जा चुकी है.

वहीं लोगों द्वारा समाज की बेड़ियां तोड़कर बेटी द्वारा अपने पिता को मुखाग्नि दिए जाने की सराहना की जा रही है.

Intro:hp_sln_01_arki_special_daughter_gave_fire_to_father_funeral_pyre_av_10007

HP# Solan# Arki# Daughter gave fire # Father Funeral


बेटी अनमोल, पिता ने छोड़ा संसार तो मुखाग्नि देकर निभाया बेटे का फ़र्ज़

■ समाज की बेड़ियां तोड़कर बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि

इस पिता की किस्मत में नियति ने बेशक बेटा नहीं लिखा, परन्तु उसके लिए बेटी सचमुच अनमोल साबित हुई। जब तक रणवीर गुप्ता की सांस चलती रही, बेटी ने सेवा की और जब सांस ने साथ छोड़ दिया तो बेटी फिर भी पिता के साथ खड़ी रही। यही नहीं अंतिम सफर में भी साथ निभाया औऱ परलोक की यात्रा पर भेजने के लिए मुखाग्नि भी दी।


Body:
यह बात जिला सोलन के अर्की उपमंडल की है, जहां एक व्यक्ति की मृत्यु पर उसकी तीन बेटियों में से एक बेटी द्वारा मुखाग्नि देने का दृश्य देखकर लोग भावुक हो गये । अर्की नगर पंचायत के वार्ड नंबर 5 के निवासी रणवीर गुप्ता का गत रात अपने निवास स्थान पर आकस्मिक निधन हो गया था। जब उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाने लगा तो उनकी तीन बेटियों में से एक मंझली बेटी दिव्या गुप्ता लोगों के समझाने- बुझाने के बावजूद भी अपने पिता के शरीर को मुखाग्नि देने व कर्म करने के लिए दृढ़ रही । जिसके चलते लोगों को उसका कहना मानना पड़ा ।


Conclusion:

यही नहीं मुखाग्नि देते समय उसकी दोनों बहनें भी उनके साथ रहीं तथा उन्होंने अपनी नम आंखों से अपने पिता को मुखाग्नि दी। इससे पहले भी अर्की उपमंडल मुख्यालय में एक बेटी द्वारा अपने पिता के शरीर को मुखाग्नि दी जा चुकी है । लोगों द्वारा समाज की बेड़ियां तोड़कर बेटी द्वारा अपने पिता को मुखाग्नि दिए जाने की सराहना की जा रही है ।

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