पटना : बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है. अब दल बदल के साथ-साथ कई गठबंधन भी दरकने लगे हैं. जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने भी महागठबंधन से अलग होने का फैसला लिया है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने इसकी जानकारी दी.
कोर कमेटी की बैठक में निर्णय
रिजवान ने बताया कि पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि हम महागठबंधन से अलग हो जाएं. उन्होंने आरोप लगाया कि आरजेडी के नेताओं ने को-ऑर्डिनेशन कमेटी नहीं बनाई. यही कारण है कि हम महागठबंधन से अलग हुए हैं. इसके लिए उन्होंने सीधे-सीधे तेजस्वी यादव को जिम्मेदार ठहराया.
आरजेडी पर आरोप
दानिश रिजवान ने कहा कि हम शुरू से ही को-ऑर्डिनेशन कमेटी की मांग करते रहे. यहां तक कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी को-ऑर्डिनेशन कमेटी की बात कही थी. उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी ने भी कई बार महागठबंधन में कमेटी बनाने की मांग की थी, लेकिन आरजेडी ने इस ओर कोई सुध नहीं ली.
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विलय का तो सवाल ही नहीं, गठबंधन पर विचार
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि यह पार्टी अपने घटक दलों के विचारों से सहमत नहीं हो रही. उनके साथ न्याय नहीं कर रही, वो किस तरह राज्य की जनता के लिए कुछ कर सकेगी इस पर हमें संदेह हैं. उन्होंने आगे कहा कि विलय का तो सवाल नहीं है, लेकिन पार्टी बिहार में किसके साथ गठबंधन करेगी, कोर कमेटी ने इसका निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी पर छोड़ दिया है.