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तीव्र हो सकता है चक्रवात 'बुलबुल', बंगाल की तरफ बढ़ने की आशंका

'फानी' के बाद अब चक्रवात 'बुलबुल' ओडिशा में तबाही का सबब बनने वाला है. मौसम विभाग कहा है कि यह तूफान अगले 24 घंटे में खतरनाक रूप ले सकता है. पढ़ें पूरी खबर...

तीव्र हो सकता है चक्रवात बुलबुल
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Published : Nov 7, 2019, 3:50 PM IST

Updated : Nov 7, 2019, 11:58 PM IST

नई दिल्ली : चक्रवाती तूफान 'महा' के कमजोर पड़ने के बाद अब दूसरे चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' के बंगाल की खाड़ी में तेज होने के पूरे आसार हैं. भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' और खतरनाक रूप ले सकता है.

चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' से बचने के लिए राष्ट्रिय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDRF) ने क्या तैयारियां की हैं, यह जानने के लिए ईटीवी भारत ने NDRF के महानिदेशक एसएन प्रधान से बातचीत की. प्रधान ने बताया कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह अब चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' के खतरे से बाहर है, हालांकि इसका प्रभाव उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में दिखाई देगा.

देखिये गुजरात में 'महा' तूफान का आतंक

प्रधान ने बताया कि चक्रवात 'बुलबुल' के आने में लगभग 24 से 48 घंटे का समय बचा है और इसी अनुसार एनडीआरएफ की टीमें उन स्थानों पर पहुंचाई जा रही हैं.

उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ पूरी तरह से तैयार है और चक्रवात में फंसे लोगों को बचाने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे.

एनडीआरएफ के महानिदेशक ने जानकारी दी कि चक्रवात के खतरे को देखते हुए खुद प्रधानमंत्री ने मंगलवार को अंडमान निकोबार, उड़ीसा व पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिवों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बात की और चक्रवात से निबटने की तैयारियों का जायजा लिया.

एनडीआरएफ के महानिदेशक ने चक्रवात को लेकर दी जानकारी, देखें वीडियो...

बता दें कि चक्रवात 'बुलबुल' 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ रहा है. भारतीय मौसम विभाग अभी स्पष्ट नहीं कर सका है कि यह चक्रवात किस जगह पर लैंडफॉल करेगा. मौसम विभाग ने उड़ीसा में 'बुलबुल' चक्रवाती तूफान का अलर्ट जारी किया है और यह संभावना जताई है कि यह नौ नवम्बर को उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के तटों से टकरा सकता है.

मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवात पर करीब से नजर रखी जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसकी सटीक दिशा क्या है और यह कहां दस्तक देगा.

पढे़ं : चक्रवाती तूफान 'महा' से गुजरात में मूसलाधार बारिश का अलर्ट

उन्होंने कहा, चक्रवात के गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है. संभव है कि यह पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों की ओर उत्तर-उत्तरपश्चिम में बढ़े. साथ ही उन्होंने कहा कि ओडिशा इसके प्रकोप से बच भी सकता है.

विशेष बचाव आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने कहा कि गंजम, गजपति, नयागढ़, पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक और केंद्रपाड़ा समेत कुल 15 जिलों को किसी प्रकार की आकस्मिकता से निपटने के लिए अपने प्रशासनिक तंत्रों को पूरी तरह तैयार रखने को कहा गया है.

अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि कोई भी मछुआरा आठ नवम्बर से लेकर अगला नोटिस आने तक समुद्र में न जाए. किसानों को भी फसलों को बचाने के लिए कदम उठाने को कहा गया है.

इसके साथ ही गुजरात के लोगों को 'महा' तूफान की मार झेलनी पड़ रही है. लोग तूफान और तेज बारिश के चलते घरों से बाहर भी नहीं निकल पा रहे हैं.

नई दिल्ली : चक्रवाती तूफान 'महा' के कमजोर पड़ने के बाद अब दूसरे चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' के बंगाल की खाड़ी में तेज होने के पूरे आसार हैं. भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' और खतरनाक रूप ले सकता है.

चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' से बचने के लिए राष्ट्रिय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDRF) ने क्या तैयारियां की हैं, यह जानने के लिए ईटीवी भारत ने NDRF के महानिदेशक एसएन प्रधान से बातचीत की. प्रधान ने बताया कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह अब चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' के खतरे से बाहर है, हालांकि इसका प्रभाव उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में दिखाई देगा.

देखिये गुजरात में 'महा' तूफान का आतंक

प्रधान ने बताया कि चक्रवात 'बुलबुल' के आने में लगभग 24 से 48 घंटे का समय बचा है और इसी अनुसार एनडीआरएफ की टीमें उन स्थानों पर पहुंचाई जा रही हैं.

उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ पूरी तरह से तैयार है और चक्रवात में फंसे लोगों को बचाने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे.

एनडीआरएफ के महानिदेशक ने जानकारी दी कि चक्रवात के खतरे को देखते हुए खुद प्रधानमंत्री ने मंगलवार को अंडमान निकोबार, उड़ीसा व पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिवों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बात की और चक्रवात से निबटने की तैयारियों का जायजा लिया.

एनडीआरएफ के महानिदेशक ने चक्रवात को लेकर दी जानकारी, देखें वीडियो...

बता दें कि चक्रवात 'बुलबुल' 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ रहा है. भारतीय मौसम विभाग अभी स्पष्ट नहीं कर सका है कि यह चक्रवात किस जगह पर लैंडफॉल करेगा. मौसम विभाग ने उड़ीसा में 'बुलबुल' चक्रवाती तूफान का अलर्ट जारी किया है और यह संभावना जताई है कि यह नौ नवम्बर को उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के तटों से टकरा सकता है.

मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवात पर करीब से नजर रखी जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसकी सटीक दिशा क्या है और यह कहां दस्तक देगा.

पढे़ं : चक्रवाती तूफान 'महा' से गुजरात में मूसलाधार बारिश का अलर्ट

उन्होंने कहा, चक्रवात के गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है. संभव है कि यह पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों की ओर उत्तर-उत्तरपश्चिम में बढ़े. साथ ही उन्होंने कहा कि ओडिशा इसके प्रकोप से बच भी सकता है.

विशेष बचाव आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने कहा कि गंजम, गजपति, नयागढ़, पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक और केंद्रपाड़ा समेत कुल 15 जिलों को किसी प्रकार की आकस्मिकता से निपटने के लिए अपने प्रशासनिक तंत्रों को पूरी तरह तैयार रखने को कहा गया है.

अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि कोई भी मछुआरा आठ नवम्बर से लेकर अगला नोटिस आने तक समुद्र में न जाए. किसानों को भी फसलों को बचाने के लिए कदम उठाने को कहा गया है.

इसके साथ ही गुजरात के लोगों को 'महा' तूफान की मार झेलनी पड़ रही है. लोग तूफान और तेज बारिश के चलते घरों से बाहर भी नहीं निकल पा रहे हैं.

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WB-CYCLONE
Cyclone 'Bulbul' may turn 'very severe', likely to move
towards West Bengal
         Kolkata, Nov 7 (PTI) A cyclone formed over the Bay of
Bengal is likely to intensify into a "very severe" cyclonic
storm over the next two days and set to head towards the West
Bengal and Bangladesh coasts, skirting Odisha, the Met
department said on Thursday.
         Cyclone 'Bulbul', which lay around 930 km south-
southeast of Kolkata, "might turn into a severe cyclonic
storm by Thursday midnight and further intensify into a very
severe cyclonic storm by Saturday evening", leading to rough
sea conditions, Regional Met Director G K Das said.
         Fishermen have been advised to return to the coast by
Thursday evening and not venture into the seas till the
caution was lifted.
         "The storm is very likely to move north-northwestwards
towards West Bengal and Bangladesh coasts," Das said.
         The maximum sustained windspeed within and around the
area of cyclone 'Bulbul' had been recorded 70 to 80 km per
hour, with gusts up to 90 kmph.
         If the system intensified into a very severe cyclonic
storm, the maximum sustained windspeed might reach 115 to 125
kmph, with gusts up to 140 kmph, the weatherman explained.
         IMD Director General Mrutyunjay Mohapatra said the
cyclonic system was being monitored to ascertain the direction
of the storm and the possible location of its landfall.
         The Met department has warned of heavy rainfall over
the coastal districts of East Midnapore, North 24 Parganas and
South 24 Parganas from November 9 to 11.
         District officials have been asked to keep a tab on
the situation and prepare for any contingency, a government
functionary said.
         According to the weatherman, West Bengal and Odisha
coasts might experience squally wind with speed reaching up to
50 kmph from Friday evening, which might gradually increase
thereafter. PTI AMR
RMS
RMS
11071341
NNNN
Last Updated : Nov 7, 2019, 11:58 PM IST
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