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क्यूबा की सफेद कोट वाली सेना, जो बचाती है सबसे अधिक लोगों की जान

पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खिलाफ बेबस नजर आ रही है. ऐसे समय में क्यूबा ने एक बार फिर अपनी सफेद कोट वाली आर्मी को चीन के वुहान शहर में वायरस से लड़ने में मदद करने के लिए डॉक्टरों और नर्सों को भेजने का फैसला किया है, जहां यह बीमारी शुरू हुई थी. इसके अलावा उसने इटली, अंडोरा और अन्य जगहों पर भी अपने चिकित्सक कार्यक्रमों को भी आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है.

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Published : Apr 15, 2020, 6:36 PM IST

हैदराबाद : क्यूबा लंबे समय से अपने हजारों डॉक्टरों को समाजवादी एकजुटता के प्रतीक के रूप में दुनियाभर में काम करने पर गर्व कर रहा है. छोटे से कैरेबियाई देश ने, जिसने आधुनिक दौर में लोगों की जान लेने वाले हथियारों और सेना की निर्माण करने के बजाए 'सफेद कोट वाली सेना' तैयार की.

डॉक्टरों की यह फौज, जिसे कभी क्यूबा के पूर्व प्रधानमंत्री फिदेल कास्त्रो ने सफेद कोट वाली सेना बताया था. समय समय पर दुनियाभर में फैली बीमारियों से लड़ने के लिए हमेशा सबसे आगे रही है.

पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खिलाफ बेबस नजर आ रही है. ऐसे समय में क्यूबा ने एक बार फिर अपनी सफेद कोट वाली आर्मी को चीन के वुहान शहर में वायरस से लड़ने में मदद करने के लिए डॉक्टरों और नर्सों को भेजने का फैसला किया है, जहां यह बीमारी शुरू हुई थी. इसके अलावा उसने इटली, अंडोरा और अन्य जगहों पर ही अपने चिकित्सक कार्यक्रमों को भी आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है.

बता दें कि क्यूबा में एक मजबूत स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली है और स्वास्थ्य देखभाल इसके निर्यात का सबसे बड़ा स्रोत है.

क्यूबा की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली
अपनी प्रभावशाली चिकित्सा प्रणाली के आधार पर, क्यूबा के पास अपने नागरिकों को अन्य गरीब देशों, और यहां तक कि कुछ अमीर लोगों की तुलना में आपात परिस्थितियों से बचाने का एक बेहतर ट्रैक रिकॉर्ड है.

विशेषज्ञों का कहना है कि क्यूबा ने फ्री स्वास्थ्य सेवा में निवेश और उभरते हुए जैव-प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आपात स्थिति पर प्रतिक्रिया देने के लिए खुद को तैयार किया है.

क्यूबा क्रांति का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत
ग्लास्गो विश्वविद्यालय में आर्थिक और सामाजिक इतिहास में एक लेक्चरार हेलेन याफ के अनुसार, एक सार्वभौमिक मानव अधिकार के रूप में मुफ्त स्वास्थ्य सेवा 1959 की क्यूबा क्रांति का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत था और इसकी चिकित्सा अंतरराष्ट्रीयता की नींव रखी.

इसके अलावा अन्य देशों का समर्थन करने के लिए चिकित्सा टीमों को भेजने का विचार और अभ्यास भी क्यूबा की स्वास्थ्य प्रणाली का एक अहम हिस्सा रही है.

क्यूबा में प्रति हजार 8.2 डॉक्टर
1.1 करोड़ की आबादी वाले इस देश में 90,000 चिकित्सा कर्मचारी हैं. क्यूबा प्रति हजार व्यक्ति 8.2 डॉक्टरों का दावा करता है, जबकि यह संख्या संयुक्त राज्य अमेरिका में (2.6) , दक्षिण कोरिया में (2.4) चीन में (1.8) , और इटली (4.1) से ज्यादा है.

50 हजार डॉक्टर विदेशों में कर रहे काम
क्यूबा अपने चिकित्सकों को विदेशों में पट्टे पर भेजता है, जो प्रत्येक वर्ष लगभग 11 बिलियन डॉलर लाते हैं. इससे यह कैरेबियन द्वीप के पर्यटन उद्योग की तुलना में राजस्व का एक बड़ा स्रोत है. वर्तमान में 67 देशों में लगभग 50 हजार क्यूबाई डॉक्टर काम कर रहे हैं. इन्हें क्यूबा प्रशासन 'सफेद कोट आर्मी' कहता है.

2018 में क्यूबा ने 6.3 अरब डॉलर कमाए

क्यूबा ने 2018 में चिकित्सा सेवाओं के निर्यात से $6.3 अरब की कमाई की, जो विदेशी मुद्रा का सबसे बड़ा स्रोत है और पर्यटन का दोगुना, जो इसका दूसरा सबसे बड़ा निर्यातकर्ता है.

क्यूबा का चिकित्सा अंतरराष्ट्रीयतावाद
कयूबा ने 1960 में, कास्त्रो के सत्ता में आने के ठीक एक साल बाद चिली में आए एक विनाशकारी भूकंप के बाद वहां अपना एक चिकित्सक दल भेजा.

इसके बाद हवाना ने 1963 में अपने चिकित्सकों को नए-नए स्वतंत्र हुए देश अल्जीरिया भेजा, जहां इस दल ने अल्जीरिया को उसकी चिकित्सक प्रणाली को संचालित करने में मदद की.

क्यूबा मेडिकल ब्रिगेड
1960 के दशक के बाद से क्यूबा मेडिकल ब्रिगेड समाजवादी सरकारों द्वारा विकासशील देशों के लिए सोने के मानक के रूप में एक स्वास्थ्य प्रणाली का सार्वजनिक चेहरा रही है.

आज क्यूबा मेडिकल ब्रिगेड लगभग 60 देशों में 28 हजार से अधिक क्यूबा के मेडिकल कर्मचारियों को रखता है, जो अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद देश का सबसे बड़ा आय का स्रोत है.

ब्रिगेड 2004 में इंडोनेशिया में सुनामी और हैती में आए भूकंप के बाद फैले हैजा की बीमारी से निबटने के लिए भी मदद की. इसके अलावा 2014 में इबोला से लड़ने के लिए लाइबेरिया, गिनी और सिएरा लियोना में भी यह टीम भेजी गई.

पढ़ें- कोरोना से पहले तबाही मचा चुकी हैं यह महामारियां, देखें रिपोर्ट

बचाई लाखों लोगों की जान
1960 में भूकंप से त्रस्त चिली के लिए पहले मिशन के बाद से क्यूबा डॉक्टरों की यह ब्रिगेड अब तक लाखों लोगों की जान बचा चुकी है और लाखों लोगों के जीवन में सुधार किया है.

चेरनोबिल परमाणु आपदा में निभाई भूमिका
चेरनोबिल के बच्चे कार्यक्रम (1989-2013) के तहत, करीब 22 हजार बच्चों और 4,000 वयस्कों सहित चेरनोबिल परमाणु आपदा के शिकार सभी लोगों को हवाना के बाहर दस मील दूर तारारा में मुफ्त चिकित्सा देखभाल की.

क्यूबा के डॉक्टर बचाते हैं सबसे अधिक लोगों की जान
अनुमान के अनुसार क्यूबा के डॉक्टर हर साल तूफान की चपेट में आए लोगों की सबसे अधिक जान बचाते हैं. 2014 तक क्यूबा के चिकित्सा पेशेवरों ने 1.2 अरब परामर्श विदेशों में किए, 22 लाख बच्चों के जन्म में मदद की भाग लिया और 80 लाख से अधिक सर्जरी की.

1960 के दशक की शुरुआत से 76 हजार क्यूबिक मेडिक्स ने 39 अफ्रीकी देशों में काम किया था. क्यूबा ने एक दशक तक वेनेजुएला में 20 हजार से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों के साथ काम किया.

इबोला का प्रकोप
2014 में, पश्चिम अफ्रीका में इबोला के प्रकोप के दौरान डब्ल्यूएचओ ने डॉक्टरों और नर्सों को बुलाया, ताकि इबोला से निबटने में वे मदद कर सकें.

हैदराबाद : क्यूबा लंबे समय से अपने हजारों डॉक्टरों को समाजवादी एकजुटता के प्रतीक के रूप में दुनियाभर में काम करने पर गर्व कर रहा है. छोटे से कैरेबियाई देश ने, जिसने आधुनिक दौर में लोगों की जान लेने वाले हथियारों और सेना की निर्माण करने के बजाए 'सफेद कोट वाली सेना' तैयार की.

डॉक्टरों की यह फौज, जिसे कभी क्यूबा के पूर्व प्रधानमंत्री फिदेल कास्त्रो ने सफेद कोट वाली सेना बताया था. समय समय पर दुनियाभर में फैली बीमारियों से लड़ने के लिए हमेशा सबसे आगे रही है.

पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खिलाफ बेबस नजर आ रही है. ऐसे समय में क्यूबा ने एक बार फिर अपनी सफेद कोट वाली आर्मी को चीन के वुहान शहर में वायरस से लड़ने में मदद करने के लिए डॉक्टरों और नर्सों को भेजने का फैसला किया है, जहां यह बीमारी शुरू हुई थी. इसके अलावा उसने इटली, अंडोरा और अन्य जगहों पर ही अपने चिकित्सक कार्यक्रमों को भी आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है.

बता दें कि क्यूबा में एक मजबूत स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली है और स्वास्थ्य देखभाल इसके निर्यात का सबसे बड़ा स्रोत है.

क्यूबा की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली
अपनी प्रभावशाली चिकित्सा प्रणाली के आधार पर, क्यूबा के पास अपने नागरिकों को अन्य गरीब देशों, और यहां तक कि कुछ अमीर लोगों की तुलना में आपात परिस्थितियों से बचाने का एक बेहतर ट्रैक रिकॉर्ड है.

विशेषज्ञों का कहना है कि क्यूबा ने फ्री स्वास्थ्य सेवा में निवेश और उभरते हुए जैव-प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आपात स्थिति पर प्रतिक्रिया देने के लिए खुद को तैयार किया है.

क्यूबा क्रांति का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत
ग्लास्गो विश्वविद्यालय में आर्थिक और सामाजिक इतिहास में एक लेक्चरार हेलेन याफ के अनुसार, एक सार्वभौमिक मानव अधिकार के रूप में मुफ्त स्वास्थ्य सेवा 1959 की क्यूबा क्रांति का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत था और इसकी चिकित्सा अंतरराष्ट्रीयता की नींव रखी.

इसके अलावा अन्य देशों का समर्थन करने के लिए चिकित्सा टीमों को भेजने का विचार और अभ्यास भी क्यूबा की स्वास्थ्य प्रणाली का एक अहम हिस्सा रही है.

क्यूबा में प्रति हजार 8.2 डॉक्टर
1.1 करोड़ की आबादी वाले इस देश में 90,000 चिकित्सा कर्मचारी हैं. क्यूबा प्रति हजार व्यक्ति 8.2 डॉक्टरों का दावा करता है, जबकि यह संख्या संयुक्त राज्य अमेरिका में (2.6) , दक्षिण कोरिया में (2.4) चीन में (1.8) , और इटली (4.1) से ज्यादा है.

50 हजार डॉक्टर विदेशों में कर रहे काम
क्यूबा अपने चिकित्सकों को विदेशों में पट्टे पर भेजता है, जो प्रत्येक वर्ष लगभग 11 बिलियन डॉलर लाते हैं. इससे यह कैरेबियन द्वीप के पर्यटन उद्योग की तुलना में राजस्व का एक बड़ा स्रोत है. वर्तमान में 67 देशों में लगभग 50 हजार क्यूबाई डॉक्टर काम कर रहे हैं. इन्हें क्यूबा प्रशासन 'सफेद कोट आर्मी' कहता है.

2018 में क्यूबा ने 6.3 अरब डॉलर कमाए

क्यूबा ने 2018 में चिकित्सा सेवाओं के निर्यात से $6.3 अरब की कमाई की, जो विदेशी मुद्रा का सबसे बड़ा स्रोत है और पर्यटन का दोगुना, जो इसका दूसरा सबसे बड़ा निर्यातकर्ता है.

क्यूबा का चिकित्सा अंतरराष्ट्रीयतावाद
कयूबा ने 1960 में, कास्त्रो के सत्ता में आने के ठीक एक साल बाद चिली में आए एक विनाशकारी भूकंप के बाद वहां अपना एक चिकित्सक दल भेजा.

इसके बाद हवाना ने 1963 में अपने चिकित्सकों को नए-नए स्वतंत्र हुए देश अल्जीरिया भेजा, जहां इस दल ने अल्जीरिया को उसकी चिकित्सक प्रणाली को संचालित करने में मदद की.

क्यूबा मेडिकल ब्रिगेड
1960 के दशक के बाद से क्यूबा मेडिकल ब्रिगेड समाजवादी सरकारों द्वारा विकासशील देशों के लिए सोने के मानक के रूप में एक स्वास्थ्य प्रणाली का सार्वजनिक चेहरा रही है.

आज क्यूबा मेडिकल ब्रिगेड लगभग 60 देशों में 28 हजार से अधिक क्यूबा के मेडिकल कर्मचारियों को रखता है, जो अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद देश का सबसे बड़ा आय का स्रोत है.

ब्रिगेड 2004 में इंडोनेशिया में सुनामी और हैती में आए भूकंप के बाद फैले हैजा की बीमारी से निबटने के लिए भी मदद की. इसके अलावा 2014 में इबोला से लड़ने के लिए लाइबेरिया, गिनी और सिएरा लियोना में भी यह टीम भेजी गई.

पढ़ें- कोरोना से पहले तबाही मचा चुकी हैं यह महामारियां, देखें रिपोर्ट

बचाई लाखों लोगों की जान
1960 में भूकंप से त्रस्त चिली के लिए पहले मिशन के बाद से क्यूबा डॉक्टरों की यह ब्रिगेड अब तक लाखों लोगों की जान बचा चुकी है और लाखों लोगों के जीवन में सुधार किया है.

चेरनोबिल परमाणु आपदा में निभाई भूमिका
चेरनोबिल के बच्चे कार्यक्रम (1989-2013) के तहत, करीब 22 हजार बच्चों और 4,000 वयस्कों सहित चेरनोबिल परमाणु आपदा के शिकार सभी लोगों को हवाना के बाहर दस मील दूर तारारा में मुफ्त चिकित्सा देखभाल की.

क्यूबा के डॉक्टर बचाते हैं सबसे अधिक लोगों की जान
अनुमान के अनुसार क्यूबा के डॉक्टर हर साल तूफान की चपेट में आए लोगों की सबसे अधिक जान बचाते हैं. 2014 तक क्यूबा के चिकित्सा पेशेवरों ने 1.2 अरब परामर्श विदेशों में किए, 22 लाख बच्चों के जन्म में मदद की भाग लिया और 80 लाख से अधिक सर्जरी की.

1960 के दशक की शुरुआत से 76 हजार क्यूबिक मेडिक्स ने 39 अफ्रीकी देशों में काम किया था. क्यूबा ने एक दशक तक वेनेजुएला में 20 हजार से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों के साथ काम किया.

इबोला का प्रकोप
2014 में, पश्चिम अफ्रीका में इबोला के प्रकोप के दौरान डब्ल्यूएचओ ने डॉक्टरों और नर्सों को बुलाया, ताकि इबोला से निबटने में वे मदद कर सकें.

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