नई दिल्ली : मरकज मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 800 से ज्यादा विदेशी जमातियों को नोटिस भेजा है. इन विदेशी जमातियों पर भारत में आकर धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है जबकि वो टूरिस्ट वीजा पर आए थे. इन सभी के पासपोर्ट पहले ही जब्त किए जा चुके हैं. क्राइम ब्रांच इनमें से कुछ जमातियों से पूछताछ भी कर चुकी है.
जानकारी के मुताबिक निजामुद्दीन स्थित मरकज से 2300 जमाती बाहर निकाले गए थे. इनमें से लगभग एक हजार विदेशी जमाती थे. ये सभी जमाती कोरोना से संबंधित अपना उपचार और क्वारंटाइन पूरा कर चुके हैं. दिल्ली सरकार ने इन जमातियों को पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच से कहा था.
क्राइम ब्रांच अब तक इनमें से 800 विदेशी जमातियों को नोटिस जारी कर पूछताछ में शामिल होने के लिए कह चुकी है. उनसे पूछा गया है कि वे टूरिस्ट वीजा पर आकर भारत में धार्मिक कार्यक्रम में शामिल क्यों हुए थे.
पढ़ें-महाराष्ट्र के नांदेड़ में साधु की हत्या, तफ्तीश में जुटी पुलिस
घटनाक्रम जानना है पुलिस का मकसद
पुलिस सूत्रों का कहना है कि कुछ जमातियों ने अपने बयान में पहले ही कहा है कि वो स्वदेश लौटना चाहते थे. लेकिन उन्हें मौलाना साद ने वापस नहीं जाने दिया था. इसलिए क्राइम ब्रांच धीरे-धीरे इन सभी विदेशी जमातियों का बयान दर्ज करना चाहती है.
पूरे घटनाक्रम को लेकर उनसे पूछताछ की जाएगी. वे कब भारत आए थे, कब से मरकज में रह रहे थे. वहां किस तरह की गतिविधियां चल रही थी. जिन जमातियों को नोटिस दिया गया है, वो इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, ईरान और सऊदी अरब के रहने वाले हैं.