हैदराबाद : अभी कारोना टेस्ट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला अस्पतालों और शिक्षण अस्पतालों में किए जा रहे हैं. हाल ही में राज्य सरकार ने इस सेवा का विस्तार किया है. अब कोविड की रिपोर्ट घर पर ही मिलेगी. यह सेवा सबसे पहले जीएचएमसी के उन इलाकों में शुरू होगी, जहां कोरोना के ज्यादा मरीज मिल रहे हैं. यह सेवा आज से शरू की गई है. इस सेवा के लिए 20 मोबाइल बसों को तैयार किया गया है.
यह बसें नवीनतम तकनीकों से लैस हैं. इनमें एक बार में 10 व्यक्तियों के नमूने एकत्र करने की सुविधा है. प्रत्येक बस में 10 काउंटर होंगे. एंटीजन टेस्ट का परिणाम उसी वक्त पता चल जाएगा.
यदि किसी व्यक्ति में कोई भी लक्षण नहीं दिखाता है, लेकिन परीक्षण सकारात्मक है, तो नमूने आरटी-पीसीआर प्रक्रिया के माध्यम से जांच किया जाएगा. उन नमूनों को सरकारी डायग्नोस्टिक सेंटर भेजा जाएगा. वेरा स्मार्ट हेल्थ के निरीक्षण में यह टेस्ट किया जाएगा. परीक्षणों के परिणाम तुरंत ऑनलाइन पोस्ट किए जाएंगे.
स्वास्थ्य निदेशालय के एक कार्यक्रम में बोलते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. स्वास्थ्य मंत्री एटेला राजेंद्र ने इन बसों का उद्घाटन किया.
इसमें तीन तरह के वाहन शामिल होंगे
- पहले में वेंटिलेटर और ऑक्सीजन के साथ 4 बेड का आईसीयू भी उपलब्ध होगा. आवश्यक दवाएं उपलब्ध होंगी. जरूरत पड़ने पर मरीज को अलग-थलग रखने के लिए एक छोटा कमरा भी उपलब्ध होगा. इस बस में एंटीजन पुष्टिकरण परीक्षण भी किया जाएगा. इस प्रकार की केवल एक बस अब उपलब्ध है.
- दूसरे प्रकार की बसों में एक बार में 10 व्यक्तियों के लिए परीक्षण किए जा सकते हैं. इस बस में एक कोने में एंटीजन टेस्ट किए जाएंगे. स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार अगले सप्ताह और 30 वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे.
- तीसरे प्रकार में ऑक्सीजन और वेंटीलेटर सुविधाओं के साथ एम्बुलेंस हैं. यह वाहन तेजी से उपचार प्राप्त करने के लिए उन लोगों की मदद करते हैं, जिन्हें अस्पताल सेवाओं की आवश्यकता होती है. वर्तमान में ऐसी 20 एम्बुलेंस उपलब्ध हैं.
वेरा खुद ही आवश्यक ड्राइवर, लैब तकनीशियन, फार्मासिस्ट और अन्य तकनीकी विशेषज्ञों की नियुक्ति करेगा. पीपीई किट, एन 95 मास्क, दस्ताने और अन्य वस्तुओं की आपूर्ति सरकार द्वारा की जाएगी. हर दिन वे 20 बसों के माध्यम से 60,000 नमूने एकत्र कर सकते हैं.
स्वास्थ्य विभाग निर्देश देगा कि किन क्षेत्रों में परीक्षण किए जाने चाहिए. उसी अनुसार वाहन उन क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करेंगे.
सभी 20 बसों के माध्यम से, 60,000 नमूनों की जांच करना संभव होगा. यदि अगले सप्ताह तक, 50 बसें उपलब्ध हैं, तो प्रत्येक दिन 1.50 लाख नमूनों की जांच करना संभव होगा.
यह भी पढ़ें - पिछले 24 घंटे में 52,123 नए मामले, 10 लाख से ज्यादा स्वस्थ