तिरुवनंतपुरम/नई दिल्ली : चीन और इटली में कोरोना ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया है. इसको देखते हुए भारत सरकार सतर्क है और इस संकट से निबटने के लिए व्यापक उपाय किए जा रहे हैं. सोमवार को केरल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से कोरोना वायरस (कोविड-19) के एक-एक मामले सामने आए हैं. भारत में इससे संक्रमित लोगों की संख्या 44 हो गई. स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष सचिव संजीव कुमार ने यह जानकारी दी. ताजा मामला पंजाब का बताया जा रहा है, जहां कोरोना वायरस के मामले की पुष्टि की गई है.
वहीं केरल में प्रशासन ने अपनी यात्रा और संक्रमण की जानकारी छिपाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है, जिनपर मुकदमा भी चलाया जा सकता है. इसी बीच खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी बांग्लादेश दौरा रद हो गया है.
भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है, जो पिछले मंगलवार तक सिर्फ छह थी. इनमें 16 इतालवी पर्यटक शामिल हैं. इनमें केरल के वे तीन मरीज भी शामिल हैं, जिन्हें पिछले महीने ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष सचिव संजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली में संक्रमित पाया गया व्यक्ति हल ही में इटली गया था. वहीं, उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक मामला सामने आया है.
कुमार ने बताया कि ताजा आंकड़ों के मुताबिक 3,003 सैंपल में से 2,694 को जांच में नेगेटिव पाया गया है. उन्होंने बताया कि पूरे देश में कोरोना वायरस की जांच करने के लिए 57 लैब बनाई गई हैं.
कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन और अरविंद केजरीवाल ने की बैठक
कोरोना वायरस को लेकर राजधानी में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल के बीच बैठक हुई.
इससे पहले दिल्ली सरकार ने रविवार को कोरोना वायरस से निपटने के लिए एहतियाती कदम के तौर पर डीटीसी एवं कलस्टर बसों, मेट्रो और अस्पतालों को नियमित आधार पर संक्रमण मुक्त करने के आदेश दिए हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस के तीन मामले सामने आए हैं और एक मामले की जांच की जा रही है.
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस मरीजों के लिए 25 अस्पतालों में 168 पृथक बिस्तरों की व्यवस्था की गई है.
उन्होंने दिल्ली के लोगों से अपील की कि यदि उनका कोई पड़ोसी पिछले 14 दिन में विदेश से लौटा है तो उन्हें सरकार को इसकी सूचना देनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने रविवार को राज्य कार्य बल की बैठक की अध्यक्षता की.
उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है.
उन्होंने कहा, 'डीटीसी, क्लस्टर बसों, दिल्ली मेट्रो और अस्पतालों को प्रतिदिन संक्रमण मुक्त करने के लिए एक आदेश जारी कर दिया गया है.'
तमिलनाडु से सामने आया एक मामला
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने कोरोना वायरस से लड़ने की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए विभिन्न विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान राज्य के डिप्टी सीएम ओ पन्नीरसेल्वम, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ सी विजयबास्कर और अन्य वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी उपस्थित थे.
इससे पहले स्वास्थ्य सचिव बीला राजेश ने कहा कि शनिवार को संक्रमित पाए गए व्यक्ति के संपर्क में कई लोग आए थे, जब वह 28 फरवरी को मस्कट से यहां पहुंचा था. कोरोना वायरस से संक्रमित 45 वर्षीय एक रोगी के संपर्क में आने वाले 27 लोगों को निगरानी में रखा गया है. उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति को राजीव गांधी राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत स्थिर है.
पश्चिम बंगाल में बनाए गए जांच केंद्र
बांग्लादेश, नेपाल और भूटान से भारत में प्रवेश करने वालों की जांच करने के लिए राज्य सरकार ने फुलबाड़ी में इंट्रीगेटेड चेक पोस्ट स्थापित किया है.
जम्मू-कश्मीर में पहले मामले की पुष्टि
जम्मू में 83 वर्षीय एक महिला कोरोना वायरस की जांच में संक्रमित पाई गई है. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि जम्मू-कश्मीर में यह पहला मामला है जहां संक्रमण की पुष्टि हो गई है.
पूर्व में ईरान की यात्रा कर चुकी महिला उन दो मरीजों में शामिल हैं जिन्हें प्रशासन ने सप्ताहांत में 'हाई वायरल लोड मामला' घोषित किया था. हाई वायरल लोड मामले ऐसे मामले होते हैं जिनमें संक्रमण बहुत ज्यादा होता है.
अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों का गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) के पृथक वार्ड में इलाज चल रहा है और उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है.
लद्दाख में एक कोराना संदिग्ध की मौत
लद्दाख के मुख्य सचिव रिग्जिन सैम्फेल ने प्रेस वार्ता करके बताया कि लद्दाख में एक व्यक्ति की मौत हो गई है. हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि उस व्यक्ति की मौत कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण हुई है या नहीं.
कर्नाटक में प्ले स्कूलों की छुट्टी
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु के प्ले स्कूलों (किंडरगार्टन) में पढ़ने वाले बच्चों के लिए छुट्टी की घोषणा की है. प्राथमिक और माध्यमिक स्कूली शिक्षा मंत्री एस सुरेश कुमार ने रविवार रात को ट्वीट किया, 'स्वास्थ्य आयुक्त की सलाह पर बेंगलुरु उत्तर, दक्षिण और ग्रामीण जिलों में केजेजी/यूकेजी कक्षाओं की छुट्टी घोषित की जाती है.'
क्रूज जहाजों का प्रवेश वर्जित
कोरोना वायरस के मद्देनजर 31 मार्च तक क्रूज जहाजों को प्रवेश न देने के केंद्र सरकार के निर्देश के बाद शनिवार को पनामा ध्वज वाले 'एमएससी लिरिका' नामक एक क्रूज को न्यू मंगलोर बंदरगाह से वापस कर दिया गया.
अरुणाचल प्रदेश में विदेशियों के प्रवेश पर रोक
सिक्किम के बाद, अरुणाचल प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए विदेशियों को जारी किए जाने वाले प्रोटेक्टेड एरिया परमिट (पीएपी) को अस्थायी तौर पर निलंबित करने का फैसला किया है.
केरल : लक्षणों के बारे में सूचित न करना माना जाएगा अपराध
केरल में संक्रमित पाए गए बच्चे को एर्नाकुलम मेडिकल कालेज में भर्ती काराया गया है. अधिकारीयों ने बताया कि वह बच्चा सात मार्च को अपने माता-पिता इटली से वापस आया था. एयरपोर्ट पर जांच के बाद उसे अस्पताल भेज दिया गया था. बच्चे के माता-पिता को भी अस्पताल में पृथक वार्ड में रखा गया है.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि अधिकारियों को अपनी यात्रा और बीमारी के लक्षणों के बारे में सूचित न करना अपराध माना जाएगा, जबकि राज्य पुलिस ने भी कहा कि अगर कोई भी इस तरह की जानकारी छिपाता है तो वह 'अवैध और दंडनीय' है.
एक पुलिस विज्ञप्ति में कहा गया, 'उनके खिलाफ मुकदमा सहित सख्त कार्रवाई शुरू की जाएगी. इस संबंध में विभिन्न सरकारी एजेंसियों के निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए.' केरल सरकार ने सोमवार को आयोजित होने वाले महिलाओं के सबसे बड़े धार्मिक समागम 'अट्टुकल पोंगल' को जारी रखने का निर्णय किया है लेकिन राज्य में कोरोना वायरस के पांच नए मामले सामने आने के बाद इसको लेकर नए दिशानिर्देश जारी किए हैं.
महाराष्ट्र और गुजरात से जांच के लिए भेजे गए नमूने नेगेटिव
महाराष्ट्र में 68 वर्षीय व्यक्ति में कोरोना वायरस संक्रमण जैसे लक्षण नजर आने के बाद उसे नासिक जिला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
बता दें कि नवी मुंबई उपनगर के वाशी का निवासी यह व्यक्ति पिछले साल 29 दिसंबर को न्यूजीलैंड गया था और इस साल 29 फरवरी को मुंबई लौटा. चार मार्च को वह अपनी बहन के घर आया था जहां उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है.
इसके बाद चार मार्च को वह यहां चांदवाड़ तालुका के दरसवाडी में अपनी बहन के घर आया जहां उसने सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी की शिकायत की. सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि मरीज मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित है. साथ ही बताया कि अस्पताल में भर्ती किए जाने के दौरान उसे बुखार था और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी.
उसे शुरुआत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बाद में रविवार को सुबह करीब 11 बजे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
बता दें कि अभी तक महाराष्ट्र और गुजरात से कोरोना वायरस से संक्रमण की आशंका के चलते जांच के लिए भेजे गए किसी भी नमूने को संक्रमित नहीं पाया गया.
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने रविवार को कहा कि अस्पताल में भर्ती 258 लोगों के नमूनों की जांच की लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमण की पुष्टि नहीं होने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
उन्होंने कहा कि 15 अन्य लोगों को अभी मुंबई और पुणे में निगरानी में रखा गया है.
टोपे ने कहा कि अभी तक महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के एक भी मामले की पुष्टि नहीं हुई है.
गुजरात सरकार ने भी रविवार को कहा कि कोरोना वायरस की आशंका के चलते जांच के लिए 47 नमूने भेजे गए लेकिन किसी भी संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई.
राज्य सरकार द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया, 'कोरोना वायरस से संक्रमण के सभी 47 संदिग्ध मामलों की जांच में पुष्टि नहीं हुई है जिनमें पांच नमूनों की जांच अहमदाबाद की प्रयोगशाला में हुई थी.'
राजस्थान में पाए गए संक्रमितों की हालत में हो रहा सुधार
राजस्थान की राजधानी जयपुर स्थित सवाई माधो सिंह अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस से संक्रमित इतालवी दंपत्ति की सेहत में सुधार हो रहा है. वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.
अतिरिक्त मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) रोहित कुमार सिंह ने बताया, 'इतालवी पुरुष को अब बुखार नहीं है और उसकी सेहत में लगातार सुधार हो रहा. रक्त कणिकाओं का स्तर सामान्य है और निमोनिया के लक्षण में भी कमी आई है एवं सांस लेने के लिए कृत्रिम तरीके से ऑक्सीजन देने की कम जरूरत पड़ रही है.'
सिंह ने कहा कि इतालवी व्यक्ति की सेहत में हो रहे सुधार से अनुमान है कि वह अगले सात से दस दिनों में पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी.
गौरतलब है कि दो मार्च को इतालवी नागरिक को जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था जबकि अगले दिन उसकी पत्नी के भी इस वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई.
देशभर के कई अस्पतालों में अलग वार्ड की सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं
कोरोना वायरस से निपटने के लिए सुविधाओं में बढ़ोतरी करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एम्स प्रशासन से कहा है कि नई आपातकालीन शाखा के एक हिस्से में संदिग्ध कोविड- 19 रोगियों के लिए पृथक बिस्तर तैयार रखा जाए.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पृथक केंद्र में किसी भी समय करीब 20 रोगियों को रखने की व्यवस्था होगी और मामले के पुष्टि होते ही संबंधित रोगी को उपचार के लिए एनसीआई झज्जर में स्थानांतरित कर दिया जाएगा.
एक अलग से प्रवेश द्वार बनाया गया है जहां एंबुलेंस से रोगी आ सकेंगे. रोगियों के इतिहास और रोग की गंभीरता को देखते हुए उन्हें लाल, पीले एवं हरे रंग के संकेतकों के जरिये चिह्नित किया जाएगा.
इसके अलावा मंत्रालय ने झज्जर स्थित राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (एनसीआई) से कहा कि वह अपनी पृथक बिस्तर क्षमता को वर्तमान में 25 सीटों से बढ़ाकर 125 कर दे.
अधिकारी ने कहा कि पुडुचेरी में जवाहरलाल परास्नातक चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान (जिपमेर) से कहा गया है कि रोगियों को पृथक रखने के लिए 13 बिस्तर तैयार रखें जबकि छह अन्य एम्स को निर्देश दिया गया है कि कोरोना वायरस के रोगियों के लिए 12- 15 पृथक बिस्तर तैयार रखें.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अधिकारियों के साथ बैठक में देश में कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा की थी और उन्हें निर्देश दिया था कि पर्याप्त पृथक व्यवस्था के लिए जगहों की पहचान करें और अगर रोग अधिक फैलता है तो गहन उपचार की व्यवस्था करें.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी राज्यों से कहा है कि जिला, प्रखंड और गांव स्तरों पर त्वरित प्रतिक्रिया दल का गठन करें.
नवीनतम परामर्श के मुताबिक सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को चाहे वे किसी भी देश के हों, उनकी वैश्विक चिकित्सा जांच आवश्यक है.
जांच की पर्याप्त व्यवस्था की गई है और वर्तमान में 21 हवाई अड्डों के अलावा नौ और हवाई अड्डों को इसमें शामिल किया गया है. इस प्रकार 30 हवाई अड्डों पर यात्रियों की जांच हो रही है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 52 प्रयोगशालाओं में नमूनों की जांच की सुविधा शुरू की है, जबकि वायरस के इलाज और पहचान की क्षमता बढ़ाने के लिए नमूना संग्रह में मदद के लिए 57 प्रयोगशालाओं को नामित किया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि 6 मार्च तक 3,404 व्यक्तियों के कुल 4,058 नमूनों का परीक्षण किया गया है.
ईरान में फंसे भारतीय
सोमवार को विदेश मंत्री ईरान में फंसे लोगों के परिवार वालों से मिलने श्रीनगर पहुंचे. उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि वह उनके परिवार वालों को जल्द देश वापस लेकर आएंगे.
इससे पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को कहा कि ईरान के कौम शहर से भारतीय जायरीनों को वापस लाने का प्रयास जारी है और ईरान के अधिकारियों के साथ इस पर चर्चा चल रही है.
जयशंकर ने कहा कि ईरान में भारतीय मछुआरों में कोरोना वायरस का कोई मामला नहीं मिला है.
एक अन्य ट्वीट में जयशंकर ने कहा कि ईरान में भारतीय दूतावास भारतीय मछुआरों के संपर्क में है और उनमें कोरोना वायरस का कोई भी मामला नहीं मिला है.
चीन के बाद कोरोना वायरस से सर्वाधिक पीड़ित देशों में ईरान भी शामिल है जहां रविवार को इस वायरस से 49 लोगों की मौत हो गई और इस विषाणु से अब तक मरने वालों की संख्या 194 हो गई है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 43 मामले आने के बाद कैबिनेट सचिव ने रविवार को समीक्षा बैठक की. जिसमें फ्रांस, अमेरिका और स्पेन में संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर इन देशों से आने वाले यात्रियों के लिए हवाई अड्डे पर अलग एयरोब्रिज होंगे.
उल्लेखनीय है कि चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, इटली, ईरान, सिंगापुर, थाईलैंड, हांगकांग, वियतनाम, नेपाल और इंडोनेशिया से आने वाले यात्रियों के लिए भी अलग से एयरोब्रिज का इस्तेमाल किया जा रहा है.
आधिकारिक बयान के मुताबिक कैबिनेट सचिव की हुई 16वीं समीक्षा बैठक में ईरान में फंसे भारतीयों को लाने की तैयारियों जो अंतिम दौर में है पर विस्तृत चर्चा की गई.
समीक्षा बैठक के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि लोगों को मास्क के इस्तेमाल के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए.
विश्वभर में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 1,05,800 से अधिक हो गई है, जिनमें 3,595 लोगों की मौत हो चुकी है. अब तक 95 देश इस महामारी से प्रभावित हो चुके हैं. चीन में इसके 80,695 मामले हैं, जिनमें से 3,097 लोगों की मौत चुकी है.