तिरुपति : तिरुमला तिरुपति देवस्थानम ने मंगलवार से तिरुमला श्रीवारी सर्वदर्शन टोकन जारी करने को निलंबित करने का फैसला लिया है. तिरुपति में दिन प्रतिदिन बढ़ते कोरोना के मामलों की संख्या और नियमों में आकस्मिक बदलाव के मद्देनजर टोकन जारी नहीं होंगे.
बता दें कि तिरुमला तिरुपति देवस्थानम तिरुपति में स्थापित केंद्रों के माध्यम से एक दिन में 3,000 टोकन जारी कर रहा था. मंगलवार से इन टोकन को जारी करने की प्रक्रिया पूरी तरह से रोक दी गई है, जिनके पास विशेष दर्शन टिकट हैं अब केवल उन्हें तिरुमला की अनुमति है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस का प्रकोप देश के बड़े-बड़े मंदिरों में भी साफ नजर आ रहा है, फिर वह चाहे बात यात्राओं की हो, या फिर मंदिर में श्रद्धालुओं के आगमन की.
आठ जून से खोला गया मंदिर
बात दें कि आठ जून से तिरुमला स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर को भक्तों के दर्शन के लिए खोला गया. तब टीटीडी प्रशासन ने बताया था कि रोजाना केवल 6,000 श्रद्धालुओं को ही दर्शन की अनुमति होगी. इस दौरान छह फुट की दूरी का पालन करना अनिवार्य है. बिना मास्क के अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी. बुजुर्गों और बच्चों को इनमें प्रवेश की अनुमति नहीं होगी.
टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी अनिल कुमार सिंघल, अतिरिक्त ईओ ए.वी. धर्म रेड्डी और अन्य अधिकारियों ने समीक्षा बैठक के बाद मंदिर खोलने का निर्णय लिया. कार्यकारी अधिकारी रेड्डी ने बैठक के बाद बयान भी दिया था. उन्होंने कहा था कि हमने तैयारियों का निरीक्षण किया.
रेड्डी ने बताया था कि समीक्षा बैठक में हमने चर्चा की थी कि भक्तों को भगवान बालाजी के दर्शन, परिवहन, आवास, लड्डू प्रसादम, स्वच्छता और अन्य मुद्दों पर किस तरह से ध्यान देना होगा. इसके अलावा, सामाजिक सुरक्षा मानदंडों का पालन करते हुए एक घंटे में भेजे जाने वाले श्रद्धालुओं और उनके द्वारा बरती जाने वाली सावधानियों पर भी ध्यान दिए जाने को लेकर बैठक की गई थी.
गौरतलब है कि तिरुमला में भगवान बालाजी मंदिर देशव्यापी तालाबंदी की घोषणा के साथ आम भक्तों के लिए बंद कर दिया गया था.