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तमिलनाडु : 11वीं सदी के शिव मंदिर में महाभिषेक, 23 वर्षों बाद हुआ आयोजन - 23 वर्ष बाद बृहदेश्वर मंदिर में महाभिषेक

23 वर्षों बाद फिर से तंजावुर स्थित बृहदेश्वर मंदिर में महाभिषेक अयोजन किया गया. अभिषेक के दौैरान मंदिर में कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया है. पढ़ें पूरी खबर...

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बृहदेश्वर शिव मंदिर
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Published : Feb 5, 2020, 12:20 PM IST

Updated : Feb 29, 2020, 6:26 AM IST

चेन्नई : तमिलनाडु के तंजावुर में स्थित बृहदेश्वर मंदिर में आज महाभिषेक का आयोजन किया गया. यह शिव मंदिर भारत के प्राचीनतम मंदिरों में से एक है. जानकारी के मुताबिक 23 वर्षों बाद ये आयोजन किया गया.

कोर्ट के आदेश के अनुसार, धार्मिक समारोह तमिल और संस्कृत में किया जाएगा. अदालत ने एक आदेश में कहा कि ओधुवर्स की एक टीम तमिल में थेवरम, थिरुवासगम (तमिल बक्थी-युग साहित्य) का अभिषेक दौरान पाठ करेगी.

कई दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का आयोजन में कई सरकारी विभागों के समन्वय में किया जा रहा है, जिसमें हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्त (एचआर एंड सीई), पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, पर्यटन विभाग, तंजावुर नगर निगम शामिल हैं.

अभिषेक के दौरान मंदिर परिसर के आस-पास कड़ी सुरक्षा को रखा गया है. सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर के पास 5,500 पुलिस और ड्रोन कैमरे तैनात किए गए हैं.

पढ़ें : महिलाओं को स्वर्ण मंदिर में शबद कीर्तन करने की मिली इजाजत

बता दें कि बृहदेश्वर मंदिर भगवान शिव का मंदिर है. इसका निर्माण 11 वीं सदी में हुआ था. यह मंदिर ग्रेनाइट का बना हुआ है. इस मंदिर का निर्माण चोल शासक प्रथम राजराज चोल ने कराया था. इस वजह से इस मंदिर को राजराजेश्वर नाम से भी जाना जाता है.

इस मंदिर की सबसे खास बात है यह है कि इसकी परछाईं जमीन पर नहीं पड़ती है. इस मंदिर को 1987 में यूनेस्को में शामिल कर लिया गया था.

चेन्नई : तमिलनाडु के तंजावुर में स्थित बृहदेश्वर मंदिर में आज महाभिषेक का आयोजन किया गया. यह शिव मंदिर भारत के प्राचीनतम मंदिरों में से एक है. जानकारी के मुताबिक 23 वर्षों बाद ये आयोजन किया गया.

कोर्ट के आदेश के अनुसार, धार्मिक समारोह तमिल और संस्कृत में किया जाएगा. अदालत ने एक आदेश में कहा कि ओधुवर्स की एक टीम तमिल में थेवरम, थिरुवासगम (तमिल बक्थी-युग साहित्य) का अभिषेक दौरान पाठ करेगी.

कई दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का आयोजन में कई सरकारी विभागों के समन्वय में किया जा रहा है, जिसमें हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्त (एचआर एंड सीई), पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, पर्यटन विभाग, तंजावुर नगर निगम शामिल हैं.

अभिषेक के दौरान मंदिर परिसर के आस-पास कड़ी सुरक्षा को रखा गया है. सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर के पास 5,500 पुलिस और ड्रोन कैमरे तैनात किए गए हैं.

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बता दें कि बृहदेश्वर मंदिर भगवान शिव का मंदिर है. इसका निर्माण 11 वीं सदी में हुआ था. यह मंदिर ग्रेनाइट का बना हुआ है. इस मंदिर का निर्माण चोल शासक प्रथम राजराज चोल ने कराया था. इस वजह से इस मंदिर को राजराजेश्वर नाम से भी जाना जाता है.

इस मंदिर की सबसे खास बात है यह है कि इसकी परछाईं जमीन पर नहीं पड़ती है. इस मंदिर को 1987 में यूनेस्को में शामिल कर लिया गया था.

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Tanjavur, Tamil Nadu - Afer a gap of 23 year the mega consecration ceremenory in the Brihadeeswarar Temple (Big Temple) in Tanjavur kicked off early this morning. 



In accordance with the court order, the ceremonial rituals will be conducted both in Tamil and Sankrit. A team of Odhuvars will recite Thevaram, Thiruvasagam (Tamil Bakthi-era literature) in Tamil during the consecration, the court said in a order.



The day-long event is being organisesd in coordination with multiple government departments including Hindu religious and charitable endowments (HR&CE), PWD, health department, police, tourism department, Thanjavur municipal corporation among others. 



Security has been beffed up with drone surveillance and over 5,500 police personnel pressed into service. 



Brihadeeshawara temple was built in 11 century during the Chola era by the much celebrated Tamil King Raja Raja Chola. The temple is known for its architechual wonder, and was recognised as UNESCO's World Heritage Site in the year 1987.


Conclusion:
Last Updated : Feb 29, 2020, 6:26 AM IST
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